शाहजहांपुर। पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर छात्रा के अपहरण, उत्पीड़न और रेप के मामले मे नया मोड़ आ गया है। मंगलवार शाम अचानक कुछ वीडियो वायरल हुए। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि एक लड़की स्वामी चिन्मयानंद के तेल से मालिश कर रही है। वीडियो में दोनों के बीच बातचीत भी सुनाई दे रही है।
ये वीडियो साल 2014 में बनाए गए हैं जिनपर तारीख भी नजर आ रही है। वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी के वकील ने मीडिया से बात करते हुए स्वामी चिन्मयानंद को बदनाम करने की साजिश बताया। उनका कहना है कि एसआईटी की टीम पर पूरा भरोसा है।
दरअसल, मंगलवार को पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद और एसएस लॉ कॉलेज के प्रबंधक स्वामी चिन्मयानंद और उनके साथ एक लड़की का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में स्वामी चिन्मयानंद लड़की से तेल की मालिश करवा रहे हैं। वह वीडियो मे बिल्कुल नग्न अवस्था में दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दोनों के बीच बातचीत भी हो रही है। हालांकि, वीडियो पर 2014 की डेट नजर आ रही है।
बता दें, ये वीडियो उस वक्त वायरल हुए है जब एसआईटी की टीम घटना की बारीकी के साथ जांच पड़ताल कर रही है। फिलहाल, आरोपी स्वामी चिन्मयानंद के वकील ने वायरल वीडियो को लेकर षडयंत्र कर बदनाम करने का आरोप लगाया है। चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह का कहना है कि वायरल वीडियो पर सन 2014 की डेट नजर आ रही है। वीडियो वायरल करना स्वामी चिन्मयानंद को बदनाम करने की साजिश है।
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि स्वामी चिन्मयानंद पिछले एक साल से उसका यौन शोषण कर रहे हैं। स्वामी चिन्मयानंद की धमकी के बाद ही उसने उत्तर प्रदेश छोड़कर दिल्ली और राजस्थान में शरण ली थी। पीड़िता ने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह पर भी परिवार को धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़िता की मांग है कि जिलाधिकारी को तत्काल सस्पेंड किया जाए।
गौरतलब है कि पीड़ित छात्रा ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद पीड़िता के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। इससे पहले स्वामी चिन्मयानंद की तरफ से भी अज्ञात लोगों के खिलाफ 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
ये वीडियो साल 2014 में बनाए गए हैं जिनपर तारीख भी नजर आ रही है। वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी के वकील ने मीडिया से बात करते हुए स्वामी चिन्मयानंद को बदनाम करने की साजिश बताया। उनका कहना है कि एसआईटी की टीम पर पूरा भरोसा है।
दरअसल, मंगलवार को पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद और एसएस लॉ कॉलेज के प्रबंधक स्वामी चिन्मयानंद और उनके साथ एक लड़की का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में स्वामी चिन्मयानंद लड़की से तेल की मालिश करवा रहे हैं। वह वीडियो मे बिल्कुल नग्न अवस्था में दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दोनों के बीच बातचीत भी हो रही है। हालांकि, वीडियो पर 2014 की डेट नजर आ रही है।
बता दें, ये वीडियो उस वक्त वायरल हुए है जब एसआईटी की टीम घटना की बारीकी के साथ जांच पड़ताल कर रही है। फिलहाल, आरोपी स्वामी चिन्मयानंद के वकील ने वायरल वीडियो को लेकर षडयंत्र कर बदनाम करने का आरोप लगाया है। चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह का कहना है कि वायरल वीडियो पर सन 2014 की डेट नजर आ रही है। वीडियो वायरल करना स्वामी चिन्मयानंद को बदनाम करने की साजिश है।
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि स्वामी चिन्मयानंद पिछले एक साल से उसका यौन शोषण कर रहे हैं। स्वामी चिन्मयानंद की धमकी के बाद ही उसने उत्तर प्रदेश छोड़कर दिल्ली और राजस्थान में शरण ली थी। पीड़िता ने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह पर भी परिवार को धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़िता की मांग है कि जिलाधिकारी को तत्काल सस्पेंड किया जाए।
गौरतलब है कि पीड़ित छात्रा ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद पीड़िता के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। इससे पहले स्वामी चिन्मयानंद की तरफ से भी अज्ञात लोगों के खिलाफ 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है।