नई दिल्ली: बुलेट ट्रेन चलाने की योजना लेकर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेलमंत्री पीयूष गोयल को भारतीय जनता पार्टी की बुजुर्ग नेता और पंजाब की पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने आइना दिखाते हुए आड़े हाथों लिया है। पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने आम जनता की तकलीफों के प्रति बेपरवाह रहने का आरोप लगाते हुए मोदी और गोयल की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और पीयूष चावला को बुलेट ट्रेन के बारे में भूल जाना चाहिए। उनका एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह ट्रेन में बैठकर मोदी से आम आदमी पर दया करने की अपील कर रही हैं।
पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने वीडियो में कहा, 'मैं सरयू-यमुना एक्सप्रेस से सफर कर रही हूं। मुझे ट्रेन में 24 घंटे से आठ घंटे अधिक (32) घंटे हो चुके हैं। ट्रेन अपने निर्धारित समय से 9 घंटे देरी से चल रही है। भगवान के लिए बुलेट ट्रेन को भूल जाइए और जो ट्रेन पहले से परिचालन में हैं उनपर ध्यान दीजिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'मोदीजी जनता दुखी है। किनके अच्छे दिन आए, हमें नहीं मालूम। लेकिन निश्चित तौर पर आमलोगों, गरीबों और बेरोजगारों के लिए अच्छे दिन नहीं आए। मैंने खुद देखा है कि इंजीनियरिंग डिप्लोमाधारी युवा छोटे-छोटे काम कर रहे हैं। आपने उनको क्या दिया?'
उन्होंने पीयूष गोयल की भी आलोचना की और कहा कि ट्रेन में यात्रियों के ट्वीट करने पर यात्रा कर रहे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करने और बीमार लोगों के लिए डॉक्टर भेजने की बात महज प्रचार का साधन है।
चावला ने कहा, 'मैं रेलवे हेल्पलाइन 138 और 139 पर डॉयल रही हूं और आपको (गोयल) ईमेल भेजा है, लेकिन हमारी तकलीफ सुननेवाला कोई नहीं है। ट्रेन में खाना नहीं है। सीट टूटी हुई है। शौचालय की सीट गंदी है। दरवाजे काफी मुश्किल से खुलते हैं।' उन्होंने रेलमंत्री से कहा कि कभी आम आदमी बनकर ट्रेन में यात्रा करके देखें कि यात्रियों को कितनी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, 'शताब्दी और राजधानी ट्रेन अगर अच्छी हैं तो क्या हुआ? मजदूरों, किसानों, सैनिकों और उनके परिवार जिन ट्रेनों में यात्रा करते हैं उनके बारे में क्या कहना है? प्रतीक्षालय के अभाव में कड़ाके की ठंड में रेलवे स्टेशनों पर खुले में सैकड़ों यात्री सो रहे हैं।' चावला ने कहा, 'अंधेर नगरी, चौपट राजा।'
इनपुट साभार- एनडीटीवी
पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने वीडियो में कहा, 'मैं सरयू-यमुना एक्सप्रेस से सफर कर रही हूं। मुझे ट्रेन में 24 घंटे से आठ घंटे अधिक (32) घंटे हो चुके हैं। ट्रेन अपने निर्धारित समय से 9 घंटे देरी से चल रही है। भगवान के लिए बुलेट ट्रेन को भूल जाइए और जो ट्रेन पहले से परिचालन में हैं उनपर ध्यान दीजिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'मोदीजी जनता दुखी है। किनके अच्छे दिन आए, हमें नहीं मालूम। लेकिन निश्चित तौर पर आमलोगों, गरीबों और बेरोजगारों के लिए अच्छे दिन नहीं आए। मैंने खुद देखा है कि इंजीनियरिंग डिप्लोमाधारी युवा छोटे-छोटे काम कर रहे हैं। आपने उनको क्या दिया?'
उन्होंने पीयूष गोयल की भी आलोचना की और कहा कि ट्रेन में यात्रियों के ट्वीट करने पर यात्रा कर रहे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करने और बीमार लोगों के लिए डॉक्टर भेजने की बात महज प्रचार का साधन है।
चावला ने कहा, 'मैं रेलवे हेल्पलाइन 138 और 139 पर डॉयल रही हूं और आपको (गोयल) ईमेल भेजा है, लेकिन हमारी तकलीफ सुननेवाला कोई नहीं है। ट्रेन में खाना नहीं है। सीट टूटी हुई है। शौचालय की सीट गंदी है। दरवाजे काफी मुश्किल से खुलते हैं।' उन्होंने रेलमंत्री से कहा कि कभी आम आदमी बनकर ट्रेन में यात्रा करके देखें कि यात्रियों को कितनी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, 'शताब्दी और राजधानी ट्रेन अगर अच्छी हैं तो क्या हुआ? मजदूरों, किसानों, सैनिकों और उनके परिवार जिन ट्रेनों में यात्रा करते हैं उनके बारे में क्या कहना है? प्रतीक्षालय के अभाव में कड़ाके की ठंड में रेलवे स्टेशनों पर खुले में सैकड़ों यात्री सो रहे हैं।' चावला ने कहा, 'अंधेर नगरी, चौपट राजा।'
इनपुट साभार- एनडीटीवी