मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा नेता पर साफ-साफ जातिगत आधार पर वोट मांगने और ब्राह्मणों के खिलाफ बयान देने पर लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुरैना में मंत्री रुस्तम सिंहके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सोशल मीडिया पर भी रुस्तम के एक बयान का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो साफ-साफ कह रहे हैं कि उनके खिलाफ जाने का मतलब ब्राह्मण को विधायक बनाना है।
रुस्तम सिंह वीडियो में जो बयान दे रहे हैं, उसके विवादित अंश इस प्रकार हैं: ”दिल में जो बात आती है कहता हूं। इस समाज के साथ छलावा किया गया है। जब देखो इनका उपयोग किया गया है। लोग कहते हैं गुर्जर समाज अकेलो ऐसो मद्दो है कि पानी बह रहो है तो पानी के खिलाफ तैरेंगे। मतलब ये है कि वे नहीं सुनेंगे कोऊ मंत्री-फंत्री की। वे तो उलटेई तैरेंगे। बड़े शेर हैं मोड़े भई। इनके छलावे में नहीं आना। हमारे विपरीत मामला होने का मतलब ब्राह्मण को एमएलए बनाना है बस। मैं आपसे बता रहा हूं पहले ही गलती हो चुकी है।”
बताया जाता है कि बरेड़ा गांव में गुर्जर समाज के बीच रुस्तम सिंह ने ये बयान दिया है। इसके बाद उनका विरोध होने लगा तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
रुस्तम सिंह अब पार्टी के लोगों और ब्राह्मणों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका बयान किसी जाति विशेष को आहत करने के लिए नहीं था और बीएसपी के बारे में उन्होंने ये बात कही थी।
जनसत्ता के अनुसार, वीडियो के वायरल के बाद नूराबाद पुलिस ने स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह के खिलाफ लोकप्रतिनिधित्व कानून के तहत मामला दर्ज किया है। भाजपा के अन्य नेताओं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से इस बारे में अभी तक कुछ नहीं कहा गया है।
मुरैना में मंत्री रुस्तम सिंहके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सोशल मीडिया पर भी रुस्तम के एक बयान का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो साफ-साफ कह रहे हैं कि उनके खिलाफ जाने का मतलब ब्राह्मण को विधायक बनाना है।
रुस्तम सिंह वीडियो में जो बयान दे रहे हैं, उसके विवादित अंश इस प्रकार हैं: ”दिल में जो बात आती है कहता हूं। इस समाज के साथ छलावा किया गया है। जब देखो इनका उपयोग किया गया है। लोग कहते हैं गुर्जर समाज अकेलो ऐसो मद्दो है कि पानी बह रहो है तो पानी के खिलाफ तैरेंगे। मतलब ये है कि वे नहीं सुनेंगे कोऊ मंत्री-फंत्री की। वे तो उलटेई तैरेंगे। बड़े शेर हैं मोड़े भई। इनके छलावे में नहीं आना। हमारे विपरीत मामला होने का मतलब ब्राह्मण को एमएलए बनाना है बस। मैं आपसे बता रहा हूं पहले ही गलती हो चुकी है।”
बताया जाता है कि बरेड़ा गांव में गुर्जर समाज के बीच रुस्तम सिंह ने ये बयान दिया है। इसके बाद उनका विरोध होने लगा तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
रुस्तम सिंह अब पार्टी के लोगों और ब्राह्मणों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका बयान किसी जाति विशेष को आहत करने के लिए नहीं था और बीएसपी के बारे में उन्होंने ये बात कही थी।
जनसत्ता के अनुसार, वीडियो के वायरल के बाद नूराबाद पुलिस ने स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह के खिलाफ लोकप्रतिनिधित्व कानून के तहत मामला दर्ज किया है। भाजपा के अन्य नेताओं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से इस बारे में अभी तक कुछ नहीं कहा गया है।