बसपा के मजबूत नेता और बुलंदशहर सदर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे हाजी अलीम का शव बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में उनके घर से मिला। उनके उनके परिजनों का कहना है कि उनकी मौत ब्रेन हैमरेज से हुई है। लेकिन सिर में गोली लगी मिली है, वहीं शव के पास से पिस्टल भी बरामद की गई है।
मौत की सूचना मिलते ही पुलिस समेत शहर के लोग उनके आवास पर पहुंचे। बता दें कि हाजी अलीम की मौत के बाद शहर में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं, वहीं पुलिस कुछ भी साफ बताने से इनकार कर रही है।
जहां परिवार उनकी मौत ब्रेन हैमरेज की वजह से बता रही है वहीं नगर कोतवाल ने पुष्टि की है कि हाजी अलीम के सिर में गोली लगी है। परिजनों का कहना है कि उनका शव उनके कमरे से पाया गया और नाक-कान से खून निकल रहा था। पुलिस के आलाधिकारियों समेत फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है।
हाजी अलीम बसपा के मजबूत नेता माने जाते थे। उन्होने साल 2007 से 2012 और 2012 से 2017 तक सदर सीट पर बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीता था। साल 2017 के चुनाव में वे अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए।
अंतिम चुनाव में भी हाजी अलीम को 90 हजार से अधिक मत मिले थे। बसपा में उनकी मजबूत पकड़ थी। वेस्ट यूपी में हाजी अलीम का नाम गरीबों के हमदर्द के रूप जाना जाता था।
मौत की सूचना मिलते ही पुलिस समेत शहर के लोग उनके आवास पर पहुंचे। बता दें कि हाजी अलीम की मौत के बाद शहर में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं, वहीं पुलिस कुछ भी साफ बताने से इनकार कर रही है।
जहां परिवार उनकी मौत ब्रेन हैमरेज की वजह से बता रही है वहीं नगर कोतवाल ने पुष्टि की है कि हाजी अलीम के सिर में गोली लगी है। परिजनों का कहना है कि उनका शव उनके कमरे से पाया गया और नाक-कान से खून निकल रहा था। पुलिस के आलाधिकारियों समेत फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है।
हाजी अलीम बसपा के मजबूत नेता माने जाते थे। उन्होने साल 2007 से 2012 और 2012 से 2017 तक सदर सीट पर बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीता था। साल 2017 के चुनाव में वे अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए।
अंतिम चुनाव में भी हाजी अलीम को 90 हजार से अधिक मत मिले थे। बसपा में उनकी मजबूत पकड़ थी। वेस्ट यूपी में हाजी अलीम का नाम गरीबों के हमदर्द के रूप जाना जाता था।