छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और शिक्षिकाओं की ऑनलाइन हाजिरी लगाने के लिए कॉसमॉस स्कीम के तहत बाँटे गए टेबलेट अध्यापकों को शर्मसार कर रहे हैं।
रायगढ़ जिले में 30 से ज्यादा स्कूलों से शिकायत मिली है कि इन टैबलेट में हाजिरी लगाने के लिए अंगूठा लगाने के लिए पोर्टल खोलते ही अश्लील तस्वीरें और वीडियो खुल जाते हैं।
नईदुनिया की खबर के अनुसार, कॉसमॉस स्कीम के तहत प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में टेबलेट बांटे गए हैं और इनमें शालाकोष के नाम से बने पोर्टल में स्कूलों के शिक्षकों को हाजरी लगानी होती है। ये ऑनलाइन पोर्टल बायोमेट्रिक सिस्टम से चलता है जिसमें शिक्षकों को रोजाना सुबह शाम अपनी और छात्रों की हाजिरी भरनी होती है लेकिन टेबलेट शुरू करने के बाद पोर्टल खोलते ही उसमें पोर्न वीडियो और अश्लील तथा नग्न तस्वीरें खुल रही हैं। इससे स्कूलों में शर्मिंदगी का माहौल बन रहा है।
रायगढ़ जिले में भी बीते दो दिनों से स्कूलों से ऐसी शिकायतें आ रही हैं और पूरे जिले भर में संकुलों एवं बीआरसी के पास ऐसी करीब 30 शिकायतें आ चुकी हैं। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने संचालनालय एवं एनआइसी रायपुर से तकनीकी मदद मांगी है। अश्लीलता जैसा संवेदनशील मामला होने के कारण शिक्षक-शिक्षिकाएं संकोचवश अधिकारियों से इसकी शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं।
कॉसमॉस योजना में रायगढ़ जिले में सरकारी प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक कुल 3,136 स्कूलों में टेबलेट बांटे गए हैं। टेबलेट में सुबह स्कूल पहुंचते ही शिक्षकों को साढ़े 9 बजे से 10 बजे के बीच अपनी अटेंडेंस लगनी है और इसके बाद स्कूल से अवकाश के बाद निकलते समय चार से साढ़े 4 बजे के बीच दूसरी बार अटेंडेंस लगानी है, लेकिन अश्लील तस्वीरों के बाद अब शर्म से बचने के लिए स्कूलों में शिक्षक सामूहिक की जगह एक-एक कर अपनी एंट्री करते हैं।
रायगढ़ जिले में 30 से ज्यादा स्कूलों से शिकायत मिली है कि इन टैबलेट में हाजिरी लगाने के लिए अंगूठा लगाने के लिए पोर्टल खोलते ही अश्लील तस्वीरें और वीडियो खुल जाते हैं।
नईदुनिया की खबर के अनुसार, कॉसमॉस स्कीम के तहत प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में टेबलेट बांटे गए हैं और इनमें शालाकोष के नाम से बने पोर्टल में स्कूलों के शिक्षकों को हाजरी लगानी होती है। ये ऑनलाइन पोर्टल बायोमेट्रिक सिस्टम से चलता है जिसमें शिक्षकों को रोजाना सुबह शाम अपनी और छात्रों की हाजिरी भरनी होती है लेकिन टेबलेट शुरू करने के बाद पोर्टल खोलते ही उसमें पोर्न वीडियो और अश्लील तथा नग्न तस्वीरें खुल रही हैं। इससे स्कूलों में शर्मिंदगी का माहौल बन रहा है।
रायगढ़ जिले में भी बीते दो दिनों से स्कूलों से ऐसी शिकायतें आ रही हैं और पूरे जिले भर में संकुलों एवं बीआरसी के पास ऐसी करीब 30 शिकायतें आ चुकी हैं। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने संचालनालय एवं एनआइसी रायपुर से तकनीकी मदद मांगी है। अश्लीलता जैसा संवेदनशील मामला होने के कारण शिक्षक-शिक्षिकाएं संकोचवश अधिकारियों से इसकी शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं।
कॉसमॉस योजना में रायगढ़ जिले में सरकारी प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक कुल 3,136 स्कूलों में टेबलेट बांटे गए हैं। टेबलेट में सुबह स्कूल पहुंचते ही शिक्षकों को साढ़े 9 बजे से 10 बजे के बीच अपनी अटेंडेंस लगनी है और इसके बाद स्कूल से अवकाश के बाद निकलते समय चार से साढ़े 4 बजे के बीच दूसरी बार अटेंडेंस लगानी है, लेकिन अश्लील तस्वीरों के बाद अब शर्म से बचने के लिए स्कूलों में शिक्षक सामूहिक की जगह एक-एक कर अपनी एंट्री करते हैं।