जयपुर। भाजपा शासित राजस्थान में महिलाओं के प्रति रेप व हिंसा की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अपराधियों की क्रूरता व निर्दयता के चलते न सिर्फ कई रेप पीडि़ताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी बल्कि पूरे प्रदेश में इंसानियत को भी शर्मसार होना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले प्रदेश की राजधानी जयपुर के नीमकाथाना क्षेत्र में दो दलित बहनें ट्रेन से कटकर मृत मिली थीं, अब इस मामले में नया मोड़ आया है, जयपुर में एफएसएल की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उनके साथ गैंगरेप हुआ था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जांच में पता चला है कि नीमकाथाना क्षेत्र में दोनों दलित बहनों ने सामूहिक आत्महत्या गैंगरेप से आहत होकर की थी। राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला ने इसकी पुष्टि की है। एक बहन से तीन युवकों ने और दूसरी से एक युवक ने रेप किया था। नीमकाथाना पुलिस को मिली रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। एफएसएल रिपोर्ट के मुताबिक तीनों आरोपियों के रक्त का युवतियों के अंत:वस्त्र से पर मिले सीमन से डीएनए मिलान करवाया गया था।
वैज्ञानिक डॉ. जीके माथुर के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम ने जांच में तीनों आरोपियों के रक्त से सिमन का मिलान होना बताया है। इसके बाद पुलिस ने गैंगरेप और एससी-एसटी एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। वहीं दूसरी ओर सामाजिक संगठनों का आरोप है कि एक लड़की के नाबालिग होने के बाद भी मामले में पोक्सो एक्ट की धारा नहीं जोड़ी गई है।
बता दें कि बीते 5 अप्रैल को राजस्थान के भागेगा स्टेशन क्षेत्र में 17 और 18 वर्षीय दो दलित बहनों ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक बहनों के भाई ने गांव के विक्रम सिंह, बजरंग सिंह और कान्हा पर उसकी बहनों से गैंगरेप करने का आरोप लगाया था। मृतक के भाई ने बताया कि 5 अप्रैल को उसकी बहनें घर में अकेली थीं। तभी बजरंग, विक्रम और कान्हा ने घर में घुसकर उसकी बहनों के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया।
इस दौरान जब वह घर पहुंचा तो आरोपी उसे देख वहां से भाग निकले। जिसके बाद उसने आरोपियों को पकडनें के लिए पीछे किया, तभी गैंगरेप से आहत दोनों बहनें घर से निकल गई। बाद में तलाश करने पर दोनों बहनों के ट्रेन से कटकर मौत की जानकारी मिली।
संपादन- भवेंद्र प्रकाश
Courtesy: National Dastak
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जांच में पता चला है कि नीमकाथाना क्षेत्र में दोनों दलित बहनों ने सामूहिक आत्महत्या गैंगरेप से आहत होकर की थी। राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला ने इसकी पुष्टि की है। एक बहन से तीन युवकों ने और दूसरी से एक युवक ने रेप किया था। नीमकाथाना पुलिस को मिली रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। एफएसएल रिपोर्ट के मुताबिक तीनों आरोपियों के रक्त का युवतियों के अंत:वस्त्र से पर मिले सीमन से डीएनए मिलान करवाया गया था।
वैज्ञानिक डॉ. जीके माथुर के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम ने जांच में तीनों आरोपियों के रक्त से सिमन का मिलान होना बताया है। इसके बाद पुलिस ने गैंगरेप और एससी-एसटी एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। वहीं दूसरी ओर सामाजिक संगठनों का आरोप है कि एक लड़की के नाबालिग होने के बाद भी मामले में पोक्सो एक्ट की धारा नहीं जोड़ी गई है।
बता दें कि बीते 5 अप्रैल को राजस्थान के भागेगा स्टेशन क्षेत्र में 17 और 18 वर्षीय दो दलित बहनों ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक बहनों के भाई ने गांव के विक्रम सिंह, बजरंग सिंह और कान्हा पर उसकी बहनों से गैंगरेप करने का आरोप लगाया था। मृतक के भाई ने बताया कि 5 अप्रैल को उसकी बहनें घर में अकेली थीं। तभी बजरंग, विक्रम और कान्हा ने घर में घुसकर उसकी बहनों के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया।
इस दौरान जब वह घर पहुंचा तो आरोपी उसे देख वहां से भाग निकले। जिसके बाद उसने आरोपियों को पकडनें के लिए पीछे किया, तभी गैंगरेप से आहत दोनों बहनें घर से निकल गई। बाद में तलाश करने पर दोनों बहनों के ट्रेन से कटकर मौत की जानकारी मिली।
संपादन- भवेंद्र प्रकाश
Courtesy: National Dastak