इतिहास

October 2, 2019
एक  किसी भी व्यक्ति या विचार का मूल्यांकन करने का सही तरीका उसे उसके देश-काल में बांधकर समझना है; गांधी को समझना है तो उन्हें भी उस समय की परिस्थितियों के साथ जोड़कर देखना होगा।  गांधी की एक मुश्किल यह है कि उन्हें समग्रता में ही समझा जा सकता है। टुकड़ों में देखने का एक झंझट उसके एकांगी हो जाने का है। ऐसा करने से हरेक अपनी पसंद या नापसंद के गांधी तो ढूंढ सकता है - मगर गांधी को...
October 1, 2019
गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ पर इससे बड़ा क्रूर मजाक क्या होगा कि गांधी विचार की समाप्ति करने वाला व्यक्ति साबरमती आश्रम में जाएगा और उसको अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की बात करेगा। सुनने में आया है कि साबरमती आश्रम के ट्रस्टी भी इसे स्वीकार कर रहे हैं। अफसोस! सरदार पटेल का भद्दा इस्तेमाल करने के बाद अब गांधी की 150वीं वर्षगांठ को भी अपने मकसद के लिए या कहिये अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए इस्तेमाल...
September 24, 2019
महामना ज्योतिबा फुले ने भारतीय समाज को आधुनिक बनाने के अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने हेतु 24 सितंबर, 1873 को ‘सत्य शोधक समाज’ की नींव रखी. सामाजिक न्याय की दिशा में ये एक बड़ा कदम था. जाति प्रथा, पुरोहितवाद, स्त्री-पुरुष असमानता और अंधविश्वास के साथ समाज में व्याप्त आर्थिक-सामाजिक एवं सांस्कृतिक भ्रष्टाचार के विरुद्ध सामाजिक परिवर्तन की जरूरत भारत में शताब्दियों से रही है. इस लक्ष्य...
September 10, 2019
देश में भले ही सांप्रदायिक ताकतें हावी हों लेकिन बहुत सारी जगह पर सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल नजर आता है। कोलकाता से 30 मील दूर है गाजी पीर की मजार। हर साल लाखों हिंदू और मुस्लिम बारहवीं सदी के सूफी संत की मजार पर माथा टेकने आते हैं। देखिए सबरंग इंडिया की विशेष रिपोर्ट
September 6, 2019
हाल में दिल्ली विश्वविद्यालय के परिसर में भगत सिंह, सुभाषचन्द्र बोस और सावरकर की एक-दूसरे से जुड़ी मूर्तियां लगाई गईं और उन्हें स्वाधीनता संग्राम की त्रिमूर्ति बताया गया। दरअसल यह सावरकर को नेताजी और भगत सिंह के समकक्ष बताने के संघ के एजेंडे का हिस्सा है। समावेशी बहुवाद पर आधारित वह राष्ट्रवाद, जो भारत के स्वाधीनता संग्राम की आत्मा था, आज खतरे में है. इसका कारण है संघ परिवार की राजनीति का...
September 3, 2019
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) की 30 अगस्त 2019 की रैली में हुए भाषणों से यह स्पष्ट लगता है कि 12 सितम्बर को होने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में हाल का मूर्ति-विवाद प्रमुख मुद्दा रहेगा. चुनाव परिणाम के बाद भी यह विवाद बना रहने की संभावना है. 20-21 अगस्त 2019 की देर रात एबीवीपी के डूसू अध्यक्ष ने दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर में कला संकाय के प्रमुख द्वार पर...
August 29, 2019
भारत सरकार ने कश्मीर के लोगों की राय जानने की प्रजातांत्रिक कवायद किए बगैर अत्यंत जल्दबाजी में संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए के संबंध में निर्णय लिया है। जम्मू-कश्मीर राज्य अब दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बंट गया है। इसके साथ ही, हवा में ढ़ेरों अर्धसत्य तैर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है और श्यामाप्रसाद मुकर्जी - जिन्होंने अनुच्छेद 370 का विरोध किया था...
August 22, 2019
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के दो कार्यकर्ताओं ने गांधी पीस फाउंडेशन के प्रमुख कुमार प्रशांत के खिलाफ ओडिशा के दो अलग-अलग पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई है। एफआईआर में विनायक दामोदर सावरकर के खिलाफ गलत प्रचार करने और “देश के खिलाफ षड्यंत्र” करने का आरोप लगाया गया है। द लीफलेट की खबर के मुताबिक गांधी कथा कार्यक्रम की मीडिया रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज की...
August 22, 2019
नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस में रातोरात वीर सावरकर, सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह की मूर्तियां स्थापित की गईं। आर्ट्स फैकल्टी गेट पर डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह ने सोमवार देर रात इन तीनों मूर्तियों को लगाया था। अब एनएसयूआई ने इसके विरोध में वीर सावरकर की मूर्ति को जूतों की माला पहनाई और मूर्ति के मुंह पर कालिख पोती। एबीवीपी ने प्रशासन से अनुमति लिए बिना यहां ये मूर्तियां स्थापित...
August 22, 2019
देशव्यापी आर्थिक बेहाली और कश्मीर के हालात और खराब होने के बीच इस वक्त समाज में अजीबोगरीब घटनाएं दर्ज हो रही हैं! कुछ समय पहले यूपी के विभिन्न इलाकों में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की मूर्तियां तोड़ने की खबरें आई थीं! अब दिल्ली में शासकीय स्तर पर कवि और चिंतक रविदास का मंदिर तोड़ा गया है! इधर, दिल्ली विवि में रातों-रात अंग्रेजी हुकूमत से  माफी मांगने वाले सावरकर की मूर्ति लगा दी गई है! इन...