संस्कृति

December 10, 2022
इंडियन एक्सप्रेस (3 दिसंबर 2022) में प्रकाशित अपने लेख ‘नो योर हिस्ट्री’ में आरएसएस नेता राम माधव लिखते हैं कि राहुल गांधी, अम्बेडकर और सावरकर को नहीं समझते. वे राहुल गांधी द्वारा मध्यप्रदेश के महू में दिए गए भाषण की भी आलोचना करते हैं. अम्बेडकर की जन्मस्थली महू में बोलते हुए राहुल ने कहा था कि आरएसएस अम्बेडकर के प्रति नकली और झूठा सम्मान दिखा रहा है और असल में तो उसने अम्बेडकर की पीठ...
November 21, 2022
मिर्ज़ा ग़ालिब अपने दोस्त मिर्ज़ा शहाब उद्दीन अहमद को एक खत में लिखते हैं," मैं जब जन्नत के बारे में सोचता हूँ तो जान हलक़ में आ जाती है कि इंसान एक हूर के साथ कितना वक़्त गुज़ार सकता है? कयामत तक उसी नेक बख्त के साथ साथ रहने का खयाल ही रूह को कंपा देने वाला है। पता नहीं क़यामत कब आये। शायद करोड़ों साल लग जाएं। अल्लाह ! अल्लाह ! ये ईनाम है या सज़ा? अगर इत्तेफ़ाक़ से किसी खुशफहमी की वजह से मुझे...
November 21, 2022
आरएसएस और खुद हिंदू महासभा के गोलवलकर और सावरकर के उद्धरणों से लैस, यह काम, जो अब तमिल, तेलुगु, मलयालम और अंग्रेजी में उपलब्ध है, जाति बहिष्कार और भेदभाव पर अति दक्षिणपंथी विश्वदृष्टि की तीखी आलोचना करता है   पथप्रवर्तक उपन्यास कुसुमबले के कन्नड़ भाषा के लेखक, और कई लघु कथाओं के लेखक, कर्नाटक के सबसे प्रमुख सार्वजनिक बुद्धिजीवियों में से एक, देवानुर महादेवा अब हमारे लिए द आरएसएस-द...
October 22, 2022
"शहद और बादाम की खुशबू से सुगंधमय वातावरण के साथ, एक गौरवशाली अतीत के कुफुरी-शमा कास्टिंग सिल्हूट और नज़ीर अकबराबादी की नज़्म सह-अस्तित्व की भावना के साथ गूंजती हैं, पिछली मुगल दीपावली आँसू और हंसी का एक जिज्ञासु संगम थी।"   प्रारंभिक आधुनिक दुनिया में मुगल दरबार सांस्कृतिक उत्पादन का स्थल बन गया। यह "इस्लामिक" और "इंडिक" संस्कृतियों का एक जिज्ञासु संगम था...
July 5, 2022
पटना के व्यापारी ने कहा कि उन्होंने उत्तर भारत की गंगा-जमुनी संस्कृति को ध्यान में रखते हुए काम किया Representation Image द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, पटना के एक कपड़ा व्यापारी मुहम्मद रिजवान आलम ने सुनिश्चित किया कि उनके 75 वर्षीय कर्मचारी को उनकी मृत्यु के बाद शाही विदाई मिले।   राम देव शाह बिहार की राजधानी शहर में रहते थे, रिजवान के साथ काम करने वाले लोगों के अलावा उनका कोई...
March 31, 2022
‘‘जल-जंगल-जमीन हमारा आपका, नहीं किसी के बाप का’’, ’‘ये धरती सारी हमारी, जंगल-पहाड़ हमारे’’, वन विभाग की जागीर नहीं’’, ‘‘लोकसभा न विधानसभा, सबसे बड़ी ग्रामसभा’’, ‘‘बाघ अभ्यारण्य हटाना है, जल-जंगल जमीन बचाना है’’। ये महज नारे भर नहीं हैं बल्कि बिहार के कैमूर क्षेत्र के आदिवासियों के अस्तित्व...
January 24, 2022
अमर जवान ज्योति दिल्ली का न केवल एक लैंडमार्क था अपितु हमारी ऐतिहासिक विरासत जहां प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान शहीद हुए जाँबाजों की याद में ब्रिटिश सरकार ने स्मारक बनाया था लेकिन 1971 में भारत पाक युद्ध में शहीद सैनिकों के सम्मान में यहां 1972 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने अमर जवान ज्योति की स्थापना की ताकि देश के लोग अपने सैनिकों के पराक्रम और शहादत को याद रख सकें। तब से लेकर अभी तक...
December 28, 2021
दुनिया के बाकी समाजों की तुलना में भारतीय समाज की एक विशेषता यह है कि उसमें हमेशा से तरह-तरह के साधु-संन्यासी बड़ी संख्या में विद्यमान रहे हैं। आज भी देश में एक बड़ा साधु समाज मौजूद है। कहना न होगा कि हिंदू समाज में इनकी संख्या सबसे ज्यादा है। इसका एक स्पष्ट कारण हिंदू समाज की बाकी समाजों के मुकाबले ज्यादा आबादी तो है ही, इस परिघटना के ठोस समाजशास्त्रीय और मनोवैज्ञानिक कारण भी हैं, जिनका गंभीर...
October 10, 2021
नवरात्रि के दौरान पश्चिम बंगाल दुर्गा पूजा के कारण सुर्खियों में रहता है। इस बार भी दुर्गा पंडाल सज गए हैं और कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से दूरगामी व वर्तमान की परिस्थितियों के संदेश उकेरे हैं। हालांकि, कोलकाता हाईकोर्ट की कोरोना गाइडलाइन के अनुसाल श्रद्धालु पंडालों के अंदर नहीं जा सकेंगे। लेकिन पंडालों की तस्वीरें विभिन्न मीडिया द्वारा सामने आ रही हैं। कोलकाता के आयोजकों ने पंडाल की थीम...
October 7, 2021
सीएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती नसीर-उल-इस्लाम ने कश्मीर में निर्दोष नागरिकों की हत्याओं पर दुख व्यक्त किया और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारा बनाए रखने की भी अपील की है। Image Courtesy:qnstv.com सीएनएस से बात करते हुए मुफ्ती ने नागरिक हत्याओं की निंदा की और कहा कि...