जैसे-जैसे विधानसभा चुनावों में राजस्थान में भाजपा की हार के आसार बढ़ते जा रहे हैं, वैसे-वैसे भाजपा के नेता और मंत्री अवैध कमाई और जमीन पर कब्जा करने में जुट गए हैं।
ताजा मामला बहरोड़ के विधायक और श्रम तथा नियोजन मंत्री डॉ जसवंत यादव का है जिन्होंने भिवाड़ी जिले में रीको हिलटॉप पहाड़ी की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया है। यहां तक कि पहाड़ी से जाने वाला बाबा भैयाजी के मंदिर का रास्ता भी मंत्री महोदय ने बंद कर दिया है। इस जमीन की कीमत करोड़ों में बताई जाती है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इस पहाड़ी पर रीको और वन विभाग दोनों अपना कब्जा बताते हैं, लेकिन मंत्री जसवंत यादव के अवैध कब्जे पर दोनों ही चुप हैं।
पहाड़ी पर करीब एक हजार साल पुराना बाबा भैयाजी का मंदिर है, लेकिन धर्म की रक्षा करने वाली भाजपा सरकार के मंत्री ने निजी लाभ के लिए लोगों की भावनाओं की भी परवाह नहीं की। अब मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए हिलटॉप होटल की तरफ से कठिन चढ़ाई का रास्ता बचा है।
रिपोर्ट के मुताबिक रीको ने पहाड़ी के आसपास औद्योगिक क्षेत्र बनाया था तो इसमें डॉ जसवंत यादव ने जनवरी 1993 में पहले एक और बाद में 4 अन्य प्लॉट ले लिए थे। अब उन्होंने इसी से लगी पहाड़ी पर ही अपने नाम का बोर्ड लगवा दिया है, साथ ही एक गेट भी लगवा दिया है।
मंत्री जसवंत यादव का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्र में 30 मीटर तक वेस्ट लैंड होती है और इसके लिए उन्होंने रीको में आवेदन दिया हुआ है कि इस जमीन के आवंटन में उन्हें प्राथमिकता दी जाए।
मंत्री जी का कहना है कि पहाड़ी पर लोग शौच करने जाते थे, इसलिए वहां पर गेट लगवा दिया है। यह अजीब तर्क है कि जिस जगह पर लोग शौच करने जाएं, उस पर भाजपाई मंत्री कब्जा कर लेंगे।
मंत्री के इस अवैध कब्जे से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है। बाबा भैयाजी मंदिर के महंत कालूराम तो लोगों के साथ मिलकर आंदोलन करने तक की चेतावनी दे रहे हैं, लेकिन सत्ता के नशे में डूबे मंत्री जसवंत यादव को इसकी कोई परवाह नहीं है।
ये डॉ जसवंत यादव वही हैं जिन्हें वसुंधरा राजे ने अलवर लोकसभा सीट के उपचुनाव में टिकट दिलाया था और उनकी बुरी तरह से हार हुई थी।
ताजा मामला बहरोड़ के विधायक और श्रम तथा नियोजन मंत्री डॉ जसवंत यादव का है जिन्होंने भिवाड़ी जिले में रीको हिलटॉप पहाड़ी की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया है। यहां तक कि पहाड़ी से जाने वाला बाबा भैयाजी के मंदिर का रास्ता भी मंत्री महोदय ने बंद कर दिया है। इस जमीन की कीमत करोड़ों में बताई जाती है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इस पहाड़ी पर रीको और वन विभाग दोनों अपना कब्जा बताते हैं, लेकिन मंत्री जसवंत यादव के अवैध कब्जे पर दोनों ही चुप हैं।
पहाड़ी पर करीब एक हजार साल पुराना बाबा भैयाजी का मंदिर है, लेकिन धर्म की रक्षा करने वाली भाजपा सरकार के मंत्री ने निजी लाभ के लिए लोगों की भावनाओं की भी परवाह नहीं की। अब मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए हिलटॉप होटल की तरफ से कठिन चढ़ाई का रास्ता बचा है।
रिपोर्ट के मुताबिक रीको ने पहाड़ी के आसपास औद्योगिक क्षेत्र बनाया था तो इसमें डॉ जसवंत यादव ने जनवरी 1993 में पहले एक और बाद में 4 अन्य प्लॉट ले लिए थे। अब उन्होंने इसी से लगी पहाड़ी पर ही अपने नाम का बोर्ड लगवा दिया है, साथ ही एक गेट भी लगवा दिया है।
मंत्री जसवंत यादव का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्र में 30 मीटर तक वेस्ट लैंड होती है और इसके लिए उन्होंने रीको में आवेदन दिया हुआ है कि इस जमीन के आवंटन में उन्हें प्राथमिकता दी जाए।
मंत्री जी का कहना है कि पहाड़ी पर लोग शौच करने जाते थे, इसलिए वहां पर गेट लगवा दिया है। यह अजीब तर्क है कि जिस जगह पर लोग शौच करने जाएं, उस पर भाजपाई मंत्री कब्जा कर लेंगे।
मंत्री के इस अवैध कब्जे से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है। बाबा भैयाजी मंदिर के महंत कालूराम तो लोगों के साथ मिलकर आंदोलन करने तक की चेतावनी दे रहे हैं, लेकिन सत्ता के नशे में डूबे मंत्री जसवंत यादव को इसकी कोई परवाह नहीं है।
ये डॉ जसवंत यादव वही हैं जिन्हें वसुंधरा राजे ने अलवर लोकसभा सीट के उपचुनाव में टिकट दिलाया था और उनकी बुरी तरह से हार हुई थी।