उत्तर प्रदेश में सातवें चरण के मतदान के साथ ही पांच राज्यों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। अब सबकी नजरें यूं तो सभी राज्यों पर टिकी हैं लेकिन यूपी कई मायनों में खास है। यूपी में मतदान खत्म होने के साथ ही ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सभी प्रत्याशी चौंकन्ने हो गए हैं।
Image: Amar Ujala
मतदान के बाद से ही सभी प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं। हस्तिनापुर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व पूर्व विधायक योगेश वर्मा और उनके समर्थकों द्वारा दूरबीन से ईवीएम मशीनों की निगरानी की जा रही है। पूर्व विधायक योगेश वर्मा रविवार को कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचे और दूरबीन से ईवीएम मशीनों की निगरानी की गई। योगेश वर्मा ने कहा कि हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से जो चुनाव जीतता है, उत्तर प्रदेश में उसकी सरकार बनती है। इसलिए हमारा दायित्व है कि हम ईवीएम मशीनों की निगरानी करें। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले कुछ भी कर सकते हैं, इसलिए हम ईवीएम मशीनों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
वर्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि सभी कार्यकर्ता ईवीएम मशीनों की देखभाल करें। इसी के मद्देनजर आदेश का पालन करते हुए ईवीएम मशीनों की दूरबीन से भी मशीनों की निगरानी की जा रही है। वर्मा ने कहा कि 10 फरवरी से ही मशीनों की देख-रेख की जा रही है। यहां कार्यकर्ताओं की 8-8 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है। बताया कि एक सप्ताह पहले भी करीब 40 मिनट तक ईवीएम के कैमरे बंद हो गए थे, इसलिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
संयुक्त किसान मोर्चा यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी को वोट की चोट देने की अपील शुरू से ही कर रहा है। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सभी प्रत्याशियों को आगाह किया है कि भाजपा वालों से बचकर रहें, स्ट्रॉन्ग रूप की निगरानी करें क्योंकि बीजेपी सर्टिफिकेट बांटने की यूनिवर्सिटी है, ये हारे हुए प्रत्याशी को जीता हुआ घोषित कर सकते हैं।
बता दें कि यूपी में अंतिम चरण में यूपी की 54 सीटों पर मतदान के दौरान सपा ने लगातार ट्वीट कर बहुत सारे पोलिंग बूथ पर बीजेपी द्वारा अराजकता फैलाने, ईवीएम गड़बड़ी की शिकायतें की गई थीं। इससे पहले रविवार को एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें एक व्यक्ति 200 ईवीएम मशीनें बदलने की बात कह रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस व्यक्ति की पहचान बीजेपी नेता के करीबी के रूप में की है लेकिन चुनाव आयोग ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन उसकी पहचान की पुष्टि नहीं की है।
इसके अलावा यूपी चुनाव में गुजरात पुलिस बुलाए जाने को लेकर भी काफी सवाल खड़े हुए थे। किसान नेता योगेंद्र यादव ने एक पुलिस वाहन का वीडियो ट्वीट किया था जिसमें गुजरात पुलिस का बैज लगाए एक आरक्षी कहता नजर आता है, 'आएगा तो योगी ही', इसपर ट्वीट को वाराणसी डीएम ने अफवाह करार दिया था लेकिन 7 मार्च को मिर्जापुर पुलिस ने जवाब दिया और पोस्ट किया कि "उक्त कांस्टेबल को ड्यूटी पॉइंट से हटा दिया गया है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है"।
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मतदान के बाद से ही सभी प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं। हस्तिनापुर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व पूर्व विधायक योगेश वर्मा और उनके समर्थकों द्वारा दूरबीन से ईवीएम मशीनों की निगरानी की जा रही है। पूर्व विधायक योगेश वर्मा रविवार को कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचे और दूरबीन से ईवीएम मशीनों की निगरानी की गई। योगेश वर्मा ने कहा कि हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से जो चुनाव जीतता है, उत्तर प्रदेश में उसकी सरकार बनती है। इसलिए हमारा दायित्व है कि हम ईवीएम मशीनों की निगरानी करें। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले कुछ भी कर सकते हैं, इसलिए हम ईवीएम मशीनों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
वर्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि सभी कार्यकर्ता ईवीएम मशीनों की देखभाल करें। इसी के मद्देनजर आदेश का पालन करते हुए ईवीएम मशीनों की दूरबीन से भी मशीनों की निगरानी की जा रही है। वर्मा ने कहा कि 10 फरवरी से ही मशीनों की देख-रेख की जा रही है। यहां कार्यकर्ताओं की 8-8 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है। बताया कि एक सप्ताह पहले भी करीब 40 मिनट तक ईवीएम के कैमरे बंद हो गए थे, इसलिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
संयुक्त किसान मोर्चा यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी को वोट की चोट देने की अपील शुरू से ही कर रहा है। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सभी प्रत्याशियों को आगाह किया है कि भाजपा वालों से बचकर रहें, स्ट्रॉन्ग रूप की निगरानी करें क्योंकि बीजेपी सर्टिफिकेट बांटने की यूनिवर्सिटी है, ये हारे हुए प्रत्याशी को जीता हुआ घोषित कर सकते हैं।
बता दें कि यूपी में अंतिम चरण में यूपी की 54 सीटों पर मतदान के दौरान सपा ने लगातार ट्वीट कर बहुत सारे पोलिंग बूथ पर बीजेपी द्वारा अराजकता फैलाने, ईवीएम गड़बड़ी की शिकायतें की गई थीं। इससे पहले रविवार को एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें एक व्यक्ति 200 ईवीएम मशीनें बदलने की बात कह रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस व्यक्ति की पहचान बीजेपी नेता के करीबी के रूप में की है लेकिन चुनाव आयोग ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन उसकी पहचान की पुष्टि नहीं की है।
इसके अलावा यूपी चुनाव में गुजरात पुलिस बुलाए जाने को लेकर भी काफी सवाल खड़े हुए थे। किसान नेता योगेंद्र यादव ने एक पुलिस वाहन का वीडियो ट्वीट किया था जिसमें गुजरात पुलिस का बैज लगाए एक आरक्षी कहता नजर आता है, 'आएगा तो योगी ही', इसपर ट्वीट को वाराणसी डीएम ने अफवाह करार दिया था लेकिन 7 मार्च को मिर्जापुर पुलिस ने जवाब दिया और पोस्ट किया कि "उक्त कांस्टेबल को ड्यूटी पॉइंट से हटा दिया गया है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है"।
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