छत्तीसगढ़: महिलाओं को सेक्स रैकेट में इस्तेमाल करता था उज्जवला शेल्टर होम का संचालक, गिरफ्तार

Written by Sabrangindia Staff | Published on: January 22, 2021
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सरकंडा थाना क्षेत्र स्थित उज्जवला होम के संचालक पर महिलाओं ने सेक्स रैकेट चलाए जाने का आरोप लगाया है। पीड़ितों का कहना है कि इसमें पुलिस की भी मिली भगत है। यही कारण है कि सरकंडा थाना में रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है। 



दरअसल, उज्जवला गृह में रहकर किसी तरह बाहर निकली महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके साथ दुष्कर्म किया गया। शिकायत की बात सामने आने पर संचालक ने जान से मारने की धमकी भी दी। पत्रकारों से बातचीत के दौरान पीड़ित महिलाओं ने पुलिस पर भी रेपिस्टों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है।

महिलाओं का आरोप है कि सेक्स रैकेट में उज्जवला गृह सेन्टर के संचालक समेत कर्मचारी और अन्य लोग शामिल हैं। किसी तरह आजाद हुई तीन लड़कियों ने जानकारी दी कि उन पर अनावश्यक रूप से दबाव डालकर सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाता था। ऐसा नहीं करने पर उनके साथ मारपीट, गाली-गलौच और हिंसक व्यवहार किया जाता था। उनका आरोप है कि सेन्टर में पहुंचने वाली महिलाओं को जबरिया सेक्स रैकेट में शामिल होने के लिए दबाव डाला जाता है।

लड़कियों ने आरोप लगाया कि पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाही तो शिकायत लिखने से मना कर दिया। पूरा मामला जब मीडिया में आया और पुलिस प्रशासन पर दबाव बना तो इस पर शिकायत दर्ज कर ली गई है।

इधर, उज्ज्वला गृह के संचालक के खिलाफ गंभीर शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और जांच की कार्रवाई की जा रही है। सरकार की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, उज्ज्वला गृह बिलासपुर का संचालन एनजीओ श्री शिवमंगल शिक्षण समिति द्वारा साल 2014 से किया जा रहा है।  

17 जनवरी की रात में संस्था में रह रही 3 महिलाओं और संस्था संचालक द्वारा एक दूसरे के खिलाफ सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज की गई है। महिलाओं की शिकायत पर संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। संस्था में रह रहीं 7 महिलाओं को स्थानांतरित कर दिया गया है। शेल्टर होम में किसी भी महिला के रहने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, सरकार का मानना है कि उज्ज्वला गृह बिलासपुर के संबंध में विभाग को लैंगिक उत्पीड़न संबंधी कोई भी शिकायत प्राप्त नही हुई है।
 

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