नई दिल्ली। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया ने सोमवार 22 जून को मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकार तीस्ता सीतलवाड़ को मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते समारोह आयोजित नहीं किया जा सका, इसलिए यह घोषणा ऑनलाइन की गईं।

तीस्ता सीतलवाड़ सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस की सचिव और सबरंग इंडिया की संपादक व सह-संस्थापक हैं जिनका धार्मिक अल्पसंख्यकों और उत्पीड़ित सामाजिक पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों के अधिकारों की रक्षा करने का एक लंबा इतिहास है।
सीतलवाड़ ने 1993 से 2012 तक अपने साथी जावेद आनंद के साथ मासिक पत्रिका 'कम्युनलिज्म कॉम्बैट' (सांप्रदायिकता से मुकाबला) का प्रकाशन किया।
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया ने यह कहते हुए सम्मानित किया कि 'तीस्ता सीतलवाड़ भारत की नागरिक अधिकार कार्यकर्ता, लेखक और पुरस्कार विजेता पत्रकार हैं, जिन्होंने 2002 में गुजरात राज्य के करीब 2000 पीड़ित मुसलमानों के न्याय के लिए अभियान में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
उन्होंने मानव अधिकारों और और कानून के क्षेत्र में काम किया है ताकि भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में धार्मिक कट्टरता और बहुसंख्यकवाद को उजागर किया जा सके और पीड़ितों की न्याय तक पहुंच बन सके। वह महिलाओं, धार्मिक अल्पसंख्यकों, वनों में निवास करने वाले समुदायों के अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर प्रभावशाली रही हैं।
मूल खबर : The University of British Columbia confers honorary doctorate on Teesta Setalvad

तीस्ता सीतलवाड़ सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस की सचिव और सबरंग इंडिया की संपादक व सह-संस्थापक हैं जिनका धार्मिक अल्पसंख्यकों और उत्पीड़ित सामाजिक पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों के अधिकारों की रक्षा करने का एक लंबा इतिहास है।
सीतलवाड़ ने 1993 से 2012 तक अपने साथी जावेद आनंद के साथ मासिक पत्रिका 'कम्युनलिज्म कॉम्बैट' (सांप्रदायिकता से मुकाबला) का प्रकाशन किया।
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया ने यह कहते हुए सम्मानित किया कि 'तीस्ता सीतलवाड़ भारत की नागरिक अधिकार कार्यकर्ता, लेखक और पुरस्कार विजेता पत्रकार हैं, जिन्होंने 2002 में गुजरात राज्य के करीब 2000 पीड़ित मुसलमानों के न्याय के लिए अभियान में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
उन्होंने मानव अधिकारों और और कानून के क्षेत्र में काम किया है ताकि भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में धार्मिक कट्टरता और बहुसंख्यकवाद को उजागर किया जा सके और पीड़ितों की न्याय तक पहुंच बन सके। वह महिलाओं, धार्मिक अल्पसंख्यकों, वनों में निवास करने वाले समुदायों के अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर प्रभावशाली रही हैं।
मूल खबर : The University of British Columbia confers honorary doctorate on Teesta Setalvad