यूपी: मंदिर का कलश तोड़कर झंडा लगाने पर बौद्ध अनुयायी व सनातनियों में संघर्ष, दो घायल

Written by Sabrangindia Staff | Published on: October 21, 2021
देशभर में धर्म को लेकर तमाम तरह की हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। सभी अपने धर्म की श्रेष्ठता हिंसा के दम पर साबित करते नजर आ रहे हैं जिसका किसी भी धर्म में कोई स्थान नहीं है। 


Image Courtesy: amarujala.com

उत्तर प्रदेश के जिला फर्रुखाबाद के संकिसा में बुधवार को धम्म यात्रा के दौरान बौद्ध स्तूप पर बने बिसारी देवी मंदिर के कलश तोड़कर झंडा लगाने पर सनातन धर्मियों व बौद्ध अनुयायियों में पथराव हो गया। इसमें दो युवक घायल हो गए। 

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, बौद्ध अनुयायियों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। सनातन धर्मियों ने सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया। इससे विधायक ओर बौद्ध अनुयायी फंस गए। दोपहर करीब एक बजे एसडीएम की ओर से मंदिर की मरम्मत कराने का लिखित आश्वासन मिलने पर सनातनधर्मी सड़क से हटे। फोर्स कम होने से विवाद के दौरान पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे।

बुद्ध महोत्सव के दूसरे दिन सुबह करीब आठ बजे संकिसा तिराहा स्थित धम्मा लोको बुद्ध विहार से कर्मवीर शाक्य, भाजपा विधायक सुशील शाक्य और सपा नेता डॉ. नवल किशोर शाक्य की अगुवाई में धम्म यात्रा निकाली गई।


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बौद्ध स्तूप पर परिक्रमा के दौरान बौद्ध अनुयायी और बाउंड्रीवाल के दूसरी तरफ से सनातनधर्मी नारेबाजी करने लगे। इस बीच 50 से अधिक बौद्ध अनुयायी स्तूप पर चढ़ गए और बिसारी देवी के मंदिर की चोटी पर लगे कलश क्षतिग्रस्त कर बौद्ध धर्म का पंचशील झंडा लगा दिया। हनुमानजी के मंदिर में स्थापित मूर्ति भी क्षतिग्रस्त कर दी।

सूचना मिलने पर संकिसा गांव से बड़ी संख्या में सनातन धर्मी स्तूप के पास पहुंचे और दोनों ओर से पथराव होने लगा। बौद्ध अनुयायियों के चार वाहनों को लाठी-डंडों व पत्थरों से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। भगदड़ व पथराव में संकिसा निवासी अजयवीर और लखन श्रीवास्तव घायल हो गए।

सनातन धर्मियों ने संकिसा-भोगांव मार्ग पर जाम लगा दिया। महिलाएं भी लाठी-डंडे लेकर पहुंच गईं। सड़क जाम होने से विधायक और बौद्ध अनुयायी स्तूप परिसर में फंस गए। मौके पर पहुंचे सीओ सोहराब आलम ने कई थानों से फोर्स बुलाई। सीओ के समझाने पर सनातनधर्मी नहीं माने।

करीब पौने 11 बजे पहुंचे डीएम मानवेंद्र सिंह और एसपी अशोक कुमार मीणा ले बिसारी देवी सेवा समिति के अध्यक्ष आशुतोष दीक्षित, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अतुल दीक्षित से बात की। उन्होंने मंदिर की मरम्मत कराने की बात लिखकर देने के लिए कहा। इसी बीच डीएम ने गांव छछौनापुर, सींगनपुर के रास्ते बौद्ध अनुयायियों को निकालने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने घेराबंदी कर पथराव शुरू कर दिया।

डीएम के निर्देश पर करीब पौन बजे एसडीएम सदर अनिल कुमार ने बिसारी देवी सेवा समिति के अध्यक्ष को क्षतिग्रस्त मूर्ति की मरम्मत कराने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद सनातन धर्मियों ने जाम खोला। इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच बौद्ध अनुयायियों को निकाला गया। दोपहर एक बजे के बाद सनातन धर्मियों ने बिसारी देवी को खीर से भोग लगाकर मंदिर पर ध्वज लगाया। डीएम ने जांच की बात कही है।

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