त्रिपुरा के राज्यपाल का विवादित बयान, कहा- ‘हिंदू-मुस्लिम समस्या गृहयुद्ध से ही हल हो सकता है’

Published on: June 20, 2017
 त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय के एक ट्वीट को लेकर हंगामा शुरू हो गया है। दरअसल, तथागत रॉय ने अपने इस विवादित ट्वीट में भारतीय जन संघ (अब भारतीय जनता पार्टी) के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लेकर कहा कि मुखर्जी हिंदू-मुस्लिम समस्या को सुलझाने के लिए गृहयुद्ध चाहते थे। रॉय ने दावा किया है कि उन्होंने यह बात 1946 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की एक डायरी एंट्री के हिस्से से किया है।
 
फाइल फोटो।
 
रॉय ने अपनी ट्वीट में लिखा, ‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 10/1/1946 को अपनी डायरी में लिखा था- हिंदू-मुस्लिम समस्या गृह युद्ध के बिना हल नहीं हो सकती। काफी कुछ लिंकन की तरह!’ रॉय द्वारा यह यह ट्वीट 18 जून 2017 को किया गया, जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।


 
सोशल मीडिया पर इस ट्वीट को लेकर लोग रॉय की काफी आलोचना कर रहे हैं। लोगों ने राज्यपाल पर गृहयुद्ध भड़काने का आरोप लगा रहे हैं। कई लोगों ने तो उन्हें राज्यपाल के पद से फौरन हटाकर गि़रफ्तार करने की मांग भी कर डाली। हालांकि, इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद त्रिपुरा के राज्यपाल ने कई और ट्वीट कर अपने बयान को जायज बताया।
 
 
विवाद बढ़ने पर दी सफाई
अपनी सफाई पेश करते हुए उन्होंने कहा कि वह गृहयुद्ध भड़काने की नहीं, बल्कि मुखर्जी की बात को कोट कर रहे थे।उन्होंने लिखा, ‘कुछ लोग मुझे निशाने पर ले रहे हैं। कहा जा रहा है कि मैं गृह युद्ध की तरफदारी कर रहा हूं। लेकिन कोई भी थोड़ा ठहरकर यह विचार नहीं कर रहा है कि मैं सिर्फ डायरी में लिखी बातों का उल्लेख कर रहा हूं। उसकी वकालत नहीं कर रहा हूं।’
अपने एक और ट्वीट में रॉय ने लिखा, ‘मैं 70 साल पुरानी आज़ादी से पहले की डायरी के बारे में बता रहा था, जोकि एक भविष्यवाणी थी, क्योंकि इसके सात महीने बाद जिन्ना ने सिविल वॉर छेड़ा और अपने हिस्से का पाकिस्तान जीत लिया था, इसकी संभावना भी डॉ मुखर्जी ने जताई थी।’


 
हालांकि, यह मामला फिलहाल थमता हुआ दिख नहीं रहा है। राज्यपाल को सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से ट्रोल किया जा रहा है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब रॉय ने कोई विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी एक ट्वीट में उन्होंने अगस्त 2015 में मुंबई 1993 बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों को संभावित आतंकवादी बताया था।

Courtesy: Janta Ka Reporter

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