सीवान, सेफ्टी टैंक में जहरीली गैस की वजह से दो मजदूरों की मौत, देश को इनकी मौत कब खलेगी ?

Published on: July 17, 2017
Sivan

सीवान :
जिले के पचरुखी थाने के गोपालपुर गांव में सोमवार की अहले सुबह निर्माणाधीन शौचालय का सेटरिंग खोलने के दौरान टंकी से निकली जहरीली गैस की चपेट में आने से दो मजदूरों की मौत हो गयी. दोनों मजदूरों को बचाने गये ठेकेदार भी जहरीली गैस से बेहोश हो गये. बेहोशी के हालत में ठेकेदार को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भरती कराया गया. मृत मजदूरों में मो. अलियास हुसैन व संजीद अली बताये जाते है. दोनों गोपालपुर के ही रहने वाले है. वहीं घायल ठेकेदार का नाम असलम है, जो पचरूखी थाने के शाहतकिया गांव का रहने वाला है. इधर घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पीएचसी में मजदूरों को मृत घोषित करने की सूचना के बाद डॉक्टरों से उलझ गये. उनसे हाथापाई की नौबत करते हुए पीएचसी का मुख्य द्वारा बंद कर दिया. यह देख डॉक्टर व कर्मी फरार हो गये. सूचना पर पांच थाने की पुलिस पहुंच स्थिति को नियंत्रित किया.

घटना के संबंध में बताया जाता है कि ठेकेदार असलम के की देखरेख में गोपालपुर गांव के रामजीत सिंह का नये शौचालय की टंकी का निर्माण हुआ था.तब करीब पंद्रह दिनों पहले टंकी के ऊपरी हिस्से की ढलाई हुई थी. सोमवार को मजदूर मो. इलियास और संजीद ठेकेदार के साथ टंकी का सेटरिंग खोलने के लिए उसमें उतर गये. टंकी का मेन ढक्कन खोलकर पहले अलियास टंकी के अंदर गया. टंकी में घुसते ही वह बेहोश होकर गिर पड़ा. उसे निकालने के लिए संजीद अली अंदर गया तो वह भी टंकी के जहरीली गैस से बेहोश गया. इसके बाद लोगों ने ठेकेदार के कमर में रस्सा बांध कर दोनों को निकालने के लिए टंकी में उतारा.

 टंकी में ठेकेदार के उतरते ही वह भी बेहोश हो गया.लेकिन रस्सी में बंधे होने के कारण लोगों ने उसे खींचकर बाहर निकाल दिया. इसके बाद जेसीबी मंगाकर टंकी की ऊपरी सतह तोड़ अलियास और संजीद को बाहर निकाला गया. तीनों लोगों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पचरुखी में भरती कराया. लेकिन जांच के बाद डॉकटरों ने अलियास और संजीद को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजन दोनों लेकर जाने लगे. इसी क्रम में संजीद के शरीर में कुछ हरकत हुयी. यह देख परिजन आक्रोशित हो गये और चिकित्सकों को खरी-खोटी सुनाने लगे. यह देख चिकित्सक व कर्मी वहां से फरार हो गये. इसके बाद परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं बेहोश ठेकेदार को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भरती कराया गया. सूचना के बाद आधा दर्जन थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी और आक्रोशितों को शांत कराया. सुरक्षा को ले कैंप हुयी है.

साभार: प्रभात खबर
 

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