हरियाणा में बीजेपी ने जेजेपी के समर्थन से सरकार बना ली है। जेजेपी का समर्थन मिलते ही दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला को फर्लो मिल गया है और वे जेल से बाहर आ गए हैं। इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद बीजेपी-शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर आमने-सामने हैं। दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे पर तीखी बयानबाजी कर रहे हैं। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने हरियाणा में सरकार गठन की आड़ में बीजेपी पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर अटकलें हैं कि दुष्यंत चौटाला ने अपने पिता की रिहाई के ऐवज में ही बीजेपी से गठबंधन किया है।
इस बीच शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि शिवसेना में कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता जेल में बंद हैं। उधर, बीजेपी भी यह बात कह चुकी है कि उसके पास 15 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। ऐसे में शिवसेना के साथ मिलकर अगली सरकार आराम से बना लेंगे।
संजय राउत ने दिया यह बयान: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे जी कह चुके हैं कि हमारे पास कई ऑप्शन हैं, लेकिन हम दूसरे विकल्पों को स्वीकार करके पाप नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना ने हमेशा सच की राजनीति की है। हम सत्ता के लिए भूखे नहीं हैं। जब बीजेपी ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था तो सरकार बनाने में इतना समय क्यों लगा रही है? यहां कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता जेल में बंद हैं। यहां हम हैं, जो धर्म और सत्य की राजनीति करते हैं। शरद जी ने बीजेपी व कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया। वह कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।’’
महाराष्ट्र बीजेपी ने सोमवार (28 अक्टूबर) को कहा कि उसके पास 15 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। वह शिवसेना के साथ मिलकर अगली सरकार ‘आराम’ से बना लेगी। बीजेपी का यह बयान शिवसेना द्वारा सरकार में बराबर साझेदारी और मुख्यमंत्री पद पूरे कार्यकाल के आधे-आधे समय में बांटने की मांग के दौरान आया।
पार्टी प्रवक्ता श्वेता शालिनी ने कहा कि 105 अपने विधायकों के अलावा बीजेपी के पास 15 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ बीजेपी के टिकट की इच्छा रखने वाले कुछ लोग ऐसे हैं, जो निर्दलीय के रूप में चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने पार्टी को समर्थन दिया है। मेरा मानना है कि शिवसेना को साथ लेकर बीजेपी आराम से सरकार बना लेगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नई सरकार में शीर्ष पद पर बने रहेंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित हुए थे। इसमें बीजेपी ने 105 व शिवसेना ने 56 सीटें जीतीं। वहीं, एनसीपी 54 और कांग्रेस 44 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी। नतीजे घोषित होने के दौरान ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में 50-50 फॉर्म्यूले पर सरकार बनाने की बात कही और बीजेपी से लिखित में देने की मांग की थी।
इस बीच शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि शिवसेना में कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता जेल में बंद हैं। उधर, बीजेपी भी यह बात कह चुकी है कि उसके पास 15 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। ऐसे में शिवसेना के साथ मिलकर अगली सरकार आराम से बना लेंगे।
संजय राउत ने दिया यह बयान: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे जी कह चुके हैं कि हमारे पास कई ऑप्शन हैं, लेकिन हम दूसरे विकल्पों को स्वीकार करके पाप नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना ने हमेशा सच की राजनीति की है। हम सत्ता के लिए भूखे नहीं हैं। जब बीजेपी ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था तो सरकार बनाने में इतना समय क्यों लगा रही है? यहां कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता जेल में बंद हैं। यहां हम हैं, जो धर्म और सत्य की राजनीति करते हैं। शरद जी ने बीजेपी व कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया। वह कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।’’
महाराष्ट्र बीजेपी ने सोमवार (28 अक्टूबर) को कहा कि उसके पास 15 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। वह शिवसेना के साथ मिलकर अगली सरकार ‘आराम’ से बना लेगी। बीजेपी का यह बयान शिवसेना द्वारा सरकार में बराबर साझेदारी और मुख्यमंत्री पद पूरे कार्यकाल के आधे-आधे समय में बांटने की मांग के दौरान आया।
पार्टी प्रवक्ता श्वेता शालिनी ने कहा कि 105 अपने विधायकों के अलावा बीजेपी के पास 15 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ बीजेपी के टिकट की इच्छा रखने वाले कुछ लोग ऐसे हैं, जो निर्दलीय के रूप में चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने पार्टी को समर्थन दिया है। मेरा मानना है कि शिवसेना को साथ लेकर बीजेपी आराम से सरकार बना लेगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नई सरकार में शीर्ष पद पर बने रहेंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित हुए थे। इसमें बीजेपी ने 105 व शिवसेना ने 56 सीटें जीतीं। वहीं, एनसीपी 54 और कांग्रेस 44 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी। नतीजे घोषित होने के दौरान ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में 50-50 फॉर्म्यूले पर सरकार बनाने की बात कही और बीजेपी से लिखित में देने की मांग की थी।