पश्चिम बंगाल के हावड़ा और महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पत्थरबाजी, आगजनी
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पश्चिम बंगाल में गुरुवार को रामनवमी मनाई गई। बताया जा रहा है कि लगभग सभी जिलों में जुलूस निकाले गए। हालांकि, हावड़ा में रामनवमी के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी। कथित तौर पर, लोगों के एक समूह और घरों को निशाना बनाकर हमले किए गए। इस घटना में कई लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झड़प में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। महाराष्ट्र में भी हमले और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं। वहां पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी गई।
हावड़ा में चश्मदीदों ने हमें बताया कि शिवपुर में एक जुलूस से परेशानी शुरू हुई और दोपहर तक इलाके में अत्यधिक तनाव हो गया और लगातार बमबारी शुरू हो गई। इसी बीच बारिश होने लगी। इस दौरान कुछ कारों के साथ ही जगह-जगह दुकानों में तोड़फोड़ की गई। आगजनी की भी खबरें आईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल और आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) को तैनात किया गया था।
राज्य में विपक्ष के नेता सुभेंदु अधिकारी ने हावड़ा के रामराजतला में रामनवमी जुलूस में हिस्सा लिया। झड़प रामराजातला से करीब साढ़े तीन किलोमीटर दूर शिबपुर में हुई।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा हिंसा के मुद्दे पर कहा, 'जिन्होंने आज दंगा किया, वे चाहे कितने भी मुकदमे दर्ज कर लें और हमला कर दें, मैं कोई बहाना नहीं सुनूंगी। पुलिस लगातार काम कर रही है और वे शांति और मर्यादा बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।' मैं यह स्पष्ट कर रही हूं, मैं आज की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करूंगी, जिन्होंने उन्हें (बाहर के लोगों को) प्रवेश करने दिया।
जुलूसों की ओर से सचिव सुरेंद्र वर्मा ने कहा, "जुलूस शांतिपूर्वक हो रहा था। अचानक कुछ लोग बाहर से आए और हम पर हमला कर दिया। अचानक बम फेंके जाने लगे।"
इस दौरान कोलकाता में भी जुलूस और रैलियां निकाली गईं। इन सभी के पास पुलिस सुरक्षा थी।
गुजरात के वडोदरा में रामनवमी के जुलूस के दौरान तनाव
गुजरात के वडोदरा में रामनवमी के जुलूस में पथराव की घटना से तनाव फैल गया। पुलिस के मुताबिक, फतेपुरा इलाके में हुई इस पथराव की घटना से भले ही व्यवधान हुआ हो, लेकिन जुलूस निर्धारित मार्गों से ही गुजरे। इसके बावजूद कुछ कारों को नुकसान पहुंचा। लेकिन फिलहाल स्थिति शांत है। कोई घायल नहीं हुआ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहत आने वाले बजरंग दल के एक स्थानीय नेता ने संवाददाताओं से कहा कि भले ही हर साल इस मार्ग पर जुलूस निकलता है, फिर भी पुलिस उन्हें सुरक्षा नहीं दे सकती है। हालांकि, एक पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि जुलूस जब फतेपुरा इलाके में एक मस्जिद के पास से गुजरा तो स्थानीय लोग बाहर निकल आए। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि यह एक सांप्रदायिक घटना थी।
महाराष्ट्र में रैलियों के दौरान झड़पें हुईं
औरंगाबाद के छत्रपति संभाजी नगर में अल्पसंख्यक बहुल इलाके से गुजरने वाले रामनवमी के जुलूस को लेकर झड़पें हुईं। आरोप है कि बुधवार की रात से ही रामनवमी के जुलूस को लेकर तनाव शुरू हो गया था। एक मस्जिद के पास लगे माइक्रोफोन पर तेज आवाज में संगीत बज रहा था।
बताया जा रहा है कि किराडपुरा में गुरुवार को जब रैली निकल रही थी तो तेज आवाज में म्यूजिक बजाते हुए युवकों के दो गुटों में मारपीट हो गयी। गाली-गलौज और भड़काऊ नारे लगे और फिर पथराव शुरू हो गया। कई कारों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस की एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया। करीब एक घंटे की हिंसा के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और स्थिति पर काबू पाया।
उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा, "हमारा डर सही था कि दंगे होंगे। ऐसा लगता है कि गृह मामलों का विभाग अब महाराष्ट्र में मौजूद नहीं है।"
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पश्चिम बंगाल में गुरुवार को रामनवमी मनाई गई। बताया जा रहा है कि लगभग सभी जिलों में जुलूस निकाले गए। हालांकि, हावड़ा में रामनवमी के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी। कथित तौर पर, लोगों के एक समूह और घरों को निशाना बनाकर हमले किए गए। इस घटना में कई लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झड़प में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। महाराष्ट्र में भी हमले और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं। वहां पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी गई।
हावड़ा में चश्मदीदों ने हमें बताया कि शिवपुर में एक जुलूस से परेशानी शुरू हुई और दोपहर तक इलाके में अत्यधिक तनाव हो गया और लगातार बमबारी शुरू हो गई। इसी बीच बारिश होने लगी। इस दौरान कुछ कारों के साथ ही जगह-जगह दुकानों में तोड़फोड़ की गई। आगजनी की भी खबरें आईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल और आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) को तैनात किया गया था।
राज्य में विपक्ष के नेता सुभेंदु अधिकारी ने हावड़ा के रामराजतला में रामनवमी जुलूस में हिस्सा लिया। झड़प रामराजातला से करीब साढ़े तीन किलोमीटर दूर शिबपुर में हुई।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा हिंसा के मुद्दे पर कहा, 'जिन्होंने आज दंगा किया, वे चाहे कितने भी मुकदमे दर्ज कर लें और हमला कर दें, मैं कोई बहाना नहीं सुनूंगी। पुलिस लगातार काम कर रही है और वे शांति और मर्यादा बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।' मैं यह स्पष्ट कर रही हूं, मैं आज की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करूंगी, जिन्होंने उन्हें (बाहर के लोगों को) प्रवेश करने दिया।
जुलूसों की ओर से सचिव सुरेंद्र वर्मा ने कहा, "जुलूस शांतिपूर्वक हो रहा था। अचानक कुछ लोग बाहर से आए और हम पर हमला कर दिया। अचानक बम फेंके जाने लगे।"
इस दौरान कोलकाता में भी जुलूस और रैलियां निकाली गईं। इन सभी के पास पुलिस सुरक्षा थी।
गुजरात के वडोदरा में रामनवमी के जुलूस के दौरान तनाव
गुजरात के वडोदरा में रामनवमी के जुलूस में पथराव की घटना से तनाव फैल गया। पुलिस के मुताबिक, फतेपुरा इलाके में हुई इस पथराव की घटना से भले ही व्यवधान हुआ हो, लेकिन जुलूस निर्धारित मार्गों से ही गुजरे। इसके बावजूद कुछ कारों को नुकसान पहुंचा। लेकिन फिलहाल स्थिति शांत है। कोई घायल नहीं हुआ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहत आने वाले बजरंग दल के एक स्थानीय नेता ने संवाददाताओं से कहा कि भले ही हर साल इस मार्ग पर जुलूस निकलता है, फिर भी पुलिस उन्हें सुरक्षा नहीं दे सकती है। हालांकि, एक पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि जुलूस जब फतेपुरा इलाके में एक मस्जिद के पास से गुजरा तो स्थानीय लोग बाहर निकल आए। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि यह एक सांप्रदायिक घटना थी।
महाराष्ट्र में रैलियों के दौरान झड़पें हुईं
औरंगाबाद के छत्रपति संभाजी नगर में अल्पसंख्यक बहुल इलाके से गुजरने वाले रामनवमी के जुलूस को लेकर झड़पें हुईं। आरोप है कि बुधवार की रात से ही रामनवमी के जुलूस को लेकर तनाव शुरू हो गया था। एक मस्जिद के पास लगे माइक्रोफोन पर तेज आवाज में संगीत बज रहा था।
बताया जा रहा है कि किराडपुरा में गुरुवार को जब रैली निकल रही थी तो तेज आवाज में म्यूजिक बजाते हुए युवकों के दो गुटों में मारपीट हो गयी। गाली-गलौज और भड़काऊ नारे लगे और फिर पथराव शुरू हो गया। कई कारों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस की एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया। करीब एक घंटे की हिंसा के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और स्थिति पर काबू पाया।
उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा, "हमारा डर सही था कि दंगे होंगे। ऐसा लगता है कि गृह मामलों का विभाग अब महाराष्ट्र में मौजूद नहीं है।"
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