यूपी: सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ पुलिस की ढिलाई से आहत पीड़िता ने फांसी लगाई

Written by Sabrangindia Staff | Published on: October 7, 2022
घटना के बाद थाना प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मियों को 'निलंबित' कर दिया गया।


 
उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले में सामूहिक बलात्कार के आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने में पुलिस की कथित विफलता के कारण बलात्कार पीड़िता ने आत्महत्या कर ली।
 
डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट है कि, पुलिस सूत्रों ने मीडिया हाउस को बताया कि पीड़िता, एक छात्रा ने 5 अक्टूबर को अपने कमरे की छत से फांसी लगा ली, जिस दिन देश दशहरा मना रहा था। पुलिस ने दावा किया कि परिवार के सदस्यों को शव को पोस्टमार्टम के लिए सौंपने के लिए राजी करना मुश्किल था।
 
स्थानीय थाना प्रभारी समेत दो पुलिस कर्मियों को ढिलाई बरतने के आरोप में आखिरकार निलंबित कर दिया गया है।
 
पीड़िता के पिता ने कथित तौर पर कहा है कि जब वह जिले के मालीपुर इलाके में स्कूल जा रही थी तब दो युवकों द्वारा कथित तौर पर अपहरण और सामूहिक बलात्कार के बाद वह "अवसाद" में चली गई थी।
 

पिता ने कहा, "मेरी बेटी द्वारा अपहरणकर्ताओं से खुद को छुड़ाने और घर पहुंचने के बाद हमने दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी...लेकिन मेरी बेटी द्वारा एक आरोपी का नाम बताए जाने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
 
पिता ने यह भी कहा कि वह बार-बार जिला पुलिस प्रमुख से मिले और आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की, लेकिन कभी कुछ नहीं हुआ। पीड़ित पिता ने कहा, "उसने खुद पुलिस से कहा था कि अगर आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह खुद को मार लेगी।"
 
इसके बाद, जिले के पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि इस दुखद घटना को लेकर दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, और अपराधियों को पकड़ने के लिए एक "बड़े पैमाने पर तलाशी" शुरू की गई है।
 
इस बीच, विपक्षी दलों ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। यूपी कांग्रेस के एक नेता ने कहा, "यह घटना महिला सुरक्षा पर राज्य सरकार के खोखले दावों को उजागर करती है।"

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