चुनावी साल में जनता को मोबाइल बांटकर वोट लेने की मुख्यमंत्री रमन सिंह की कोशिश को बड़ा झटका लगा है। सरकार से नाराज कई गांवों में लोगों ने संचार क्रांति योजना के तहत दिए जा रहे मोबाइल फोन लेने तक से इन्कार कर दिया है।
रायगढ़ में तो गेरवानी गांव के लोगों ने मोबाइल बांटने आए बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया का घेराव तक कर दिया। इसके बाद राठिया को मौके से भागना पड़ गया।
(Courtesy: Patrika.com)
गेरवानी की जनता ओडीएफ की प्रोत्साहन राशि न मिलने से नाराज थी। ऐसे में भाजपा नेता सत्यानंद राठिया को भाजपा के पक्ष में बातें बनाते देख, ग्रामीणों में गुस्सा आ गया। विरोध को देखते हुए राठिया तुरंत वहां से निकल भागे।
बाद में जनपद पंचायत रायगढ़ के सीईओ ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। जब हालात काबू में दिखे तब ही पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया वहां पहुंच पाए।
दरअसल, जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर गेरवानी ग्राम पंचायत को 2 साल पहले ही खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया था, लेकिन गांव को ओडीएफ करने के लिए शौचालय निर्माण करने वाले ग्रामीणों को प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई है।
ग्रामीम इस राशि की मांग करने के लिए जनपद पंचायत, जिला पंचायत और कलेक्ट्रेट तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई प्रोत्साहन राशि नहीं मिली।
ऐसे में जब गेरवानी गांव स्काई योजना के तहत मोबाइल वितरण करने के लिए शुक्रवार को शिविर लगाया गया तो ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम का ही बहिष्कार कर दिया और कह दिया कि जब तक उन्हें प्रोत्साहन राशि नहीं मिल जाती, तब तक वे मोबाइल नहीं लेंगे।
रायगढ़ में तो गेरवानी गांव के लोगों ने मोबाइल बांटने आए बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया का घेराव तक कर दिया। इसके बाद राठिया को मौके से भागना पड़ गया।
(Courtesy: Patrika.com)
गेरवानी की जनता ओडीएफ की प्रोत्साहन राशि न मिलने से नाराज थी। ऐसे में भाजपा नेता सत्यानंद राठिया को भाजपा के पक्ष में बातें बनाते देख, ग्रामीणों में गुस्सा आ गया। विरोध को देखते हुए राठिया तुरंत वहां से निकल भागे।
बाद में जनपद पंचायत रायगढ़ के सीईओ ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। जब हालात काबू में दिखे तब ही पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया वहां पहुंच पाए।
दरअसल, जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर गेरवानी ग्राम पंचायत को 2 साल पहले ही खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया था, लेकिन गांव को ओडीएफ करने के लिए शौचालय निर्माण करने वाले ग्रामीणों को प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई है।
ग्रामीम इस राशि की मांग करने के लिए जनपद पंचायत, जिला पंचायत और कलेक्ट्रेट तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई प्रोत्साहन राशि नहीं मिली।
ऐसे में जब गेरवानी गांव स्काई योजना के तहत मोबाइल वितरण करने के लिए शुक्रवार को शिविर लगाया गया तो ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम का ही बहिष्कार कर दिया और कह दिया कि जब तक उन्हें प्रोत्साहन राशि नहीं मिल जाती, तब तक वे मोबाइल नहीं लेंगे।