नई दिल्ली। 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंश की 26वीं सालगिरह पर इस मामले के पक्षकार मोहम्मद इकबाल अंसारी को जान से मारने की धमकी मिली है। मोहम्मद इकबाल अंसारी को खत के जरिए धमकी दी गई है। खत में बाबरी मस्जिद के मुद्दे से हटने की धमकी दी गई है। हालांकि इकबाल अंसारी ने इसे हल्के में लिया है। उन्होंने कहा कि, मैं सुरक्षा व्यवस्था से बेहद संतुष्ट हूं।
इकबाल अंसारी ने बताया कि, पत्र बिहार के समस्तीपुर से किसी लल्लन यादव ने भेजा है। उसने धमकी देते हुए लिखा है कि अगर केस वापस नहीं लिया तो मरने के लिए तैयार रहना। कोई बचा नहीं पाएगा। इकबाल ने कहा कि वह इस पत्र को अयोध्सा कोतवाल को देंगे, ताकि जांच हो सके। बताया कि, सुरक्षा में फिलहाल दो गनर लगे हैं। 6 दिसम्बर को लेकर दो और सिपाहियों को सुरक्षा में लगाया गया है। इकबाल अंसारी को इससे पहले अक्टूबर माह में सुल्तानपुर के हिंदू संगठन के नेता ने धमकी दी थी। पत्र भी भेजा था। पुलिस ने आरोपी नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की 26वीं बरसी पर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई थी। पीएसी व आरएफ के जवान यहां तैनात किए गए। डीएम अनिल पाठक ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से 6 कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएएफ, चार एडिशनल एसपी, 10 डिप्टी एसपी, 10 इंस्पेक्टर, 150 सब इंस्पेक्टर, 500 सिपाही तैनात किए गए। घरों की छतों पर भी पुलिस की मौजूदगी रही। अयोध्या के प्रवेश द्वार पर बैरीकेटिंग की गई और आने-जाने वालों की सघन चेकिंग की गई।
पूर्व मंत्री ने गैर परंपरागत कार्यक्रमों पर रोक लगाने की मांग की
सपा प्रवक्ता व पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे ने बुधवार को जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर अयोध्या में गैर परंपरागत कार्यक्रमों की रोकने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि अयोध्या का माहौल खराब करने के प्रयास किया जा रहा है।
इकबाल अंसारी ने बताया कि, पत्र बिहार के समस्तीपुर से किसी लल्लन यादव ने भेजा है। उसने धमकी देते हुए लिखा है कि अगर केस वापस नहीं लिया तो मरने के लिए तैयार रहना। कोई बचा नहीं पाएगा। इकबाल ने कहा कि वह इस पत्र को अयोध्सा कोतवाल को देंगे, ताकि जांच हो सके। बताया कि, सुरक्षा में फिलहाल दो गनर लगे हैं। 6 दिसम्बर को लेकर दो और सिपाहियों को सुरक्षा में लगाया गया है। इकबाल अंसारी को इससे पहले अक्टूबर माह में सुल्तानपुर के हिंदू संगठन के नेता ने धमकी दी थी। पत्र भी भेजा था। पुलिस ने आरोपी नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की 26वीं बरसी पर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई थी। पीएसी व आरएफ के जवान यहां तैनात किए गए। डीएम अनिल पाठक ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से 6 कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएएफ, चार एडिशनल एसपी, 10 डिप्टी एसपी, 10 इंस्पेक्टर, 150 सब इंस्पेक्टर, 500 सिपाही तैनात किए गए। घरों की छतों पर भी पुलिस की मौजूदगी रही। अयोध्या के प्रवेश द्वार पर बैरीकेटिंग की गई और आने-जाने वालों की सघन चेकिंग की गई।
पूर्व मंत्री ने गैर परंपरागत कार्यक्रमों पर रोक लगाने की मांग की
सपा प्रवक्ता व पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे ने बुधवार को जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर अयोध्या में गैर परंपरागत कार्यक्रमों की रोकने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि अयोध्या का माहौल खराब करने के प्रयास किया जा रहा है।