राजस्थान में राज्य स्तर पर सम्मानित की जा चुकी एक नर्स ही भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए रिश्वत लेते गिरफ्तार की गई है। इस मामले से पता चलता है कि राज्य में किस तरह से लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्याएं जारी हैं, और इनमें शामिल लोगों को राज्य सरकार सम्मानित भी करती रही है।
भ्रूण लिंग परीक्षण करते 30 हजार रुपए की रिश्वत लेती पकड़ी गई नर्स का नाम सुजाता शर्मा है। नईदुनिया की खबर के अनुसार, सुजाता शर्मा को हनुमानगढ़ जिले के धन्नासर सबसेंटर से राज्य पीसीपीएनडीटी सेल ने भ्रूण लिंग जांच के लिए 30 हजार रुपए लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके साथ-साथ गाड़ी चालक भंवरदास को भी गिरफ्तार किया गया है।

(Courtesy: naidunia.jagran.com)
एएनएम के पद पर तैनात सुजाता शर्मा छोटे से सब सेंटर पर अकेले ही रिकॉर्ड डिलीवरी कराने के लिए राज्यस्तर पर सम्मानित हो चुकी है। सुजाता शर्मा को बुआ के नाम से जाना जाता है। डिलीवरी कराने का रिकॉर्ड बनाने के साथ-साथ वह लंबे समय से लिंग परीक्षण कराने का काम करती थी।
पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि धन्नासर की एएनएम सुजाता गर्भवती महिलाओं का भ्रूण का लिंग परीक्षण करवाती है। एनएम सुजाता शर्मा ने एक गर्भवती महिला को अपने घर बुलाया था और वह उसे खुद की बोलेरो में बैठाकर हनुमानगढ़ स्थित बॉम्बे अस्पताल के लिए लेकर गई थी।
उसकी गाड़ी को भंवरदास नामक ड्राइवर चला रहा थ। बॉम्बे अस्पताल में सामान्य सोनोग्राफी की फीस जमा कराकर सोनोग्राफी करवाई और सुजाता ने भ्रूण लिंग के बारे में जानकारी दे दी। इसी दौरान टीम ने सुजाता शर्मा और चालक भंवरदास को गिरफ्तार कर लिया।
भ्रूण लिंग परीक्षण करते 30 हजार रुपए की रिश्वत लेती पकड़ी गई नर्स का नाम सुजाता शर्मा है। नईदुनिया की खबर के अनुसार, सुजाता शर्मा को हनुमानगढ़ जिले के धन्नासर सबसेंटर से राज्य पीसीपीएनडीटी सेल ने भ्रूण लिंग जांच के लिए 30 हजार रुपए लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके साथ-साथ गाड़ी चालक भंवरदास को भी गिरफ्तार किया गया है।

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एएनएम के पद पर तैनात सुजाता शर्मा छोटे से सब सेंटर पर अकेले ही रिकॉर्ड डिलीवरी कराने के लिए राज्यस्तर पर सम्मानित हो चुकी है। सुजाता शर्मा को बुआ के नाम से जाना जाता है। डिलीवरी कराने का रिकॉर्ड बनाने के साथ-साथ वह लंबे समय से लिंग परीक्षण कराने का काम करती थी।
पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि धन्नासर की एएनएम सुजाता गर्भवती महिलाओं का भ्रूण का लिंग परीक्षण करवाती है। एनएम सुजाता शर्मा ने एक गर्भवती महिला को अपने घर बुलाया था और वह उसे खुद की बोलेरो में बैठाकर हनुमानगढ़ स्थित बॉम्बे अस्पताल के लिए लेकर गई थी।
उसकी गाड़ी को भंवरदास नामक ड्राइवर चला रहा थ। बॉम्बे अस्पताल में सामान्य सोनोग्राफी की फीस जमा कराकर सोनोग्राफी करवाई और सुजाता ने भ्रूण लिंग के बारे में जानकारी दे दी। इसी दौरान टीम ने सुजाता शर्मा और चालक भंवरदास को गिरफ्तार कर लिया।