राजस्थान में टोल रोड भी पानी भराव के कारण तालाब बन रहे हैं जबकि इनसे गुजरने वाले वाहन चालकों को दाम भी चुकाना पड़ रहा है।
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जालोर में टोल रोड पर निकलने वाले वाहन चालकों की मजबूरी है, लेकिन वो सरकार को कोसने के सिवाय और कुछ नहीं कर पा रहे हैं। हालात ये हैं कि जालोर में टोल रोड पर चलना तक मुश्किल हो रहा है। टोल बूथ और शहर के बीच भी इसी तरह से पानी भरा है, लेकिन उसकी निकासी का कोई इंतजाम नहीं है।
मोहनजी की प्याऊ के पास की सड़क पर भी पानी भरा है और वह किसी छोटी तलैया जैसी लगने लगी है। दोपहिया वाहन चालकों के तो कपड़े कीचड़ में सन ही जाते हैं, साथ ही हादसों का डर भी बना रहता है।
बारिश होने पर टोल रोड पर पानी भर जाना आम बात तो है, लेकिन टोल कंपनी कभी इस पानी की निकासी का इंतजाम नहीं करती। पीडब्ल्यूडी भी लापरवाही बरतता है।
पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी प्रबंधन की दिलचस्पी केवल वाहनों से टोल वसूलने में है। आसपास के गांवों और फैक्ट्रियों के लिए आवाजाही करने का यह मुख्य मार्ग है, लेकिन लोगों को खतरों के बीच ही सफर करना पड़ता है।
रीको एरिया में 3 दिन पहले बारिश हुई थी, जिसका पानी इस जमाव स्थल पर भरा हुआ है लेकिन टोल कंपनी ने इसकी निकासी के प्रबंध नहीं किए। अधिकारियों का कहना है कि इस जगह पानी का भराव होता ही है।