अहमदाबाद। नर्मदा बचाओ आंदोलन के आंदोलनकारियों ने दिल्ली की ओर जाने वाले मुंबई- आगरा रोड पर डेरा डाल दिया है। इस आंदोलन को जीवन रेखा आंदोलन नाम दिया गया है जो आज दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। आंदोलनकारी अपनी मांगें मनवाए जाने के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं।
नर्मदा बचाओ आंदोलन के आंदोलनकारियों ने कहा कि सरदार सरोवर में 139 मी तक पानी भरके महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा मध्य प्रदेश के हजारों परिवारों को बेघर कर दिया गया है। इसके अलावा खेत, मकान, मन्दिर- मस्जिदों के साथ, लाखों पेड़ आदि को डुबाने के चलते यह आक्रोश केंद्र और गुजरात सरकार व नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण के निर्णय के खिलाफ है।
आंदोलनकारियों ने कहा कि पानी में करंट लगने से कल दो लोगों की मृत्यु हो गई। यह सब प्राधिकरण की लापरवाही से हो रहा है, तो क्या हजारों की बर्बादी, गांव- समाज की हत्या इसी प्रकार होगी? यहां से लोगों का पुनर्वास किए बिना डूब मंजूर नहीं। नर्मदा का जलस्तर (122 मी पर रोका जाए। शासनकर्ता सभी न्यायालयीन आदेशों का पालन करें। नर्मदा घाटी में ही सेंचुरी के श्रमिकों को रोजगार दिलाया जाए।
नर्मदा बचाओ आंदोलन के आंदोलनकारियों ने कहा कि सरदार सरोवर में 139 मी तक पानी भरके महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा मध्य प्रदेश के हजारों परिवारों को बेघर कर दिया गया है। इसके अलावा खेत, मकान, मन्दिर- मस्जिदों के साथ, लाखों पेड़ आदि को डुबाने के चलते यह आक्रोश केंद्र और गुजरात सरकार व नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण के निर्णय के खिलाफ है।
आंदोलनकारियों ने कहा कि पानी में करंट लगने से कल दो लोगों की मृत्यु हो गई। यह सब प्राधिकरण की लापरवाही से हो रहा है, तो क्या हजारों की बर्बादी, गांव- समाज की हत्या इसी प्रकार होगी? यहां से लोगों का पुनर्वास किए बिना डूब मंजूर नहीं। नर्मदा का जलस्तर (122 मी पर रोका जाए। शासनकर्ता सभी न्यायालयीन आदेशों का पालन करें। नर्मदा घाटी में ही सेंचुरी के श्रमिकों को रोजगार दिलाया जाए।