जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश सकते में आ गया था। इस मामले को लेकर सरकार पर सवाल उठे कि आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई। दवाब बढ़ा तो जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने जवानों की सुरक्षा में चूक स्वीकर की लेकिन माफी नहीं मांगी। दो तीन दिन बाद खबरें आईं कि पुलवामा की घटना के तीन घंटे बाद तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ऊपर बन रही एक डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग में व्यस्त थे।
इसके बाद बीजेपी ने अपना कोई कार्यक्रम रद्द नहीं किया जबकि कांग्रेस ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी शहीद हुए सैनिकों का फोटो पीछे लगाकर अपनी पार्टी का प्रचार करते नजर आए। भाजपा ने अभिनंदन का मुद्दा भी जोर शोर से राजनीतिक रूप से इस्तेमाल किया। पीएम मोदी इस घटना की चूक स्वीकार कर माफी मांगने के बजाय महाराष्ट्र के लातूर में शहीदों के नाम पर वोट मांगते नजर आए।
लातूर में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि मैं जरा कहना चाहता हूं मेरे फर्स्ट टाइम वोटरों को क्या आपका पहला वोट पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम समर्पित हो सकता है क्या। मैं मेरे फर्स्ट टाइम वोटर्स को कहना चाहता हूं कि आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए, उन वीर शहीदों के नाम आपका वोट समर्पित हो सकता है क्या।’ कुछ इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लातूर में अपनी जनसभा को संबोधित किया। पढ़िए प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की कुछ और खास बातें-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के वचनपत्र को ढकोसला पत्र करार देते हुए गांधी परिवार को निशाना बनाया है। मोदी ने महाराष्ट्र के लातूर में शिव सेना के नेता उद्धव ठाकरे के साथ साझा चुनावी रैली की। मोदी ने कहा कि ‘कांग्रेस का ढकोसला पत्र नामदारों की चौथी पीढ़ी को समर्पित है।’
मोदी के भाषण के मुख्य अंश।।
कांग्रेस का तरीका है धोखा देना, हमारी कार्यपद्धति है संकल्प से सिद्धि की जैसे किसान सम्मान निधि योजना।
कांग्रेस का ढकोसला पत्र सिर्फ वोट के लिए है, हमारा संकल्प पत्र वोटर के लिए है।
उनका ढकोसला पत्र नामदार की चौथी पीढ़ी को सुरक्षित करने के लिए है। हमारा संकल्प पत्र वर्तमान और आने वाले पीढ़ियों को सुरक्षित करने के लिए है।
हम अपनी सरकार में जल शक्ति के लिए अलग मंत्रालय बनाने जा रहे हैं। इसके तहत नदियों को जोड़ने का काम होगा। हर घर, खेत तक पानी पहुंचाने का काम हम मिशन मोड में करेंगे।
लातूर में पानी की ट्रेन पहुंची। अब यहां पानी की दिक्कत कम हो इसके लिए प्रयास और बढ़ाएंगे।
देश में स्वरोजगार के लिए मेक इन इंडिया और मुद्रा योजना के जरिए व्यापक काम किया है। बहुत जल्द मां तुलजा भवानी के दर्शन के लिए भी इंतजाम किए जाएंगे।
मेट्रो के डिब्बे भी लातूर में बनेंगे। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
संकल्प लीजिए, जो पहला वोट डालने जा रहे हैं, मैं पूछता हूं क्या आपका पहला वोट बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम हो सकता है क्या… आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए , उनके नाम समर्पित हो सकता है क्या… क्या गरीब को पक्का घर मिले इसके लिए आपका वोट समर्पित हो सकता है कि नहीं।।मैं मेरे फर्स्ट टाइम वोटर को कहना चाहता हूं ।। गरीब से गरीब को सेवा मिले, आयुष्मान सफल हो इसके लिए वोट जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए। आप तय कीजिए ।। पहला वोट सिर्फ इस देश के लिए देंगे।
आप कमल पर बटन दबाएं या तीर धनुष पर, आपका वोट सीधे मोदी को जाएगा।
बाला साहब ठाकरे से सीखिए, वो चाहते तो खुद भी मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन उन्होंने वो रास्ता नहीं चुना। देश में परिवारवादी पार्टियां अगर सीखना चाहती हैं तो बाला साहेब से सीखें।
इसके बाद बीजेपी ने अपना कोई कार्यक्रम रद्द नहीं किया जबकि कांग्रेस ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी शहीद हुए सैनिकों का फोटो पीछे लगाकर अपनी पार्टी का प्रचार करते नजर आए। भाजपा ने अभिनंदन का मुद्दा भी जोर शोर से राजनीतिक रूप से इस्तेमाल किया। पीएम मोदी इस घटना की चूक स्वीकार कर माफी मांगने के बजाय महाराष्ट्र के लातूर में शहीदों के नाम पर वोट मांगते नजर आए।
लातूर में जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि मैं जरा कहना चाहता हूं मेरे फर्स्ट टाइम वोटरों को क्या आपका पहला वोट पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम समर्पित हो सकता है क्या। मैं मेरे फर्स्ट टाइम वोटर्स को कहना चाहता हूं कि आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए, उन वीर शहीदों के नाम आपका वोट समर्पित हो सकता है क्या।’ कुछ इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लातूर में अपनी जनसभा को संबोधित किया। पढ़िए प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की कुछ और खास बातें-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के वचनपत्र को ढकोसला पत्र करार देते हुए गांधी परिवार को निशाना बनाया है। मोदी ने महाराष्ट्र के लातूर में शिव सेना के नेता उद्धव ठाकरे के साथ साझा चुनावी रैली की। मोदी ने कहा कि ‘कांग्रेस का ढकोसला पत्र नामदारों की चौथी पीढ़ी को समर्पित है।’
मोदी के भाषण के मुख्य अंश।।
कांग्रेस का तरीका है धोखा देना, हमारी कार्यपद्धति है संकल्प से सिद्धि की जैसे किसान सम्मान निधि योजना।
कांग्रेस का ढकोसला पत्र सिर्फ वोट के लिए है, हमारा संकल्प पत्र वोटर के लिए है।
उनका ढकोसला पत्र नामदार की चौथी पीढ़ी को सुरक्षित करने के लिए है। हमारा संकल्प पत्र वर्तमान और आने वाले पीढ़ियों को सुरक्षित करने के लिए है।
हम अपनी सरकार में जल शक्ति के लिए अलग मंत्रालय बनाने जा रहे हैं। इसके तहत नदियों को जोड़ने का काम होगा। हर घर, खेत तक पानी पहुंचाने का काम हम मिशन मोड में करेंगे।
लातूर में पानी की ट्रेन पहुंची। अब यहां पानी की दिक्कत कम हो इसके लिए प्रयास और बढ़ाएंगे।
देश में स्वरोजगार के लिए मेक इन इंडिया और मुद्रा योजना के जरिए व्यापक काम किया है। बहुत जल्द मां तुलजा भवानी के दर्शन के लिए भी इंतजाम किए जाएंगे।
मेट्रो के डिब्बे भी लातूर में बनेंगे। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
संकल्प लीजिए, जो पहला वोट डालने जा रहे हैं, मैं पूछता हूं क्या आपका पहला वोट बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम हो सकता है क्या… आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए , उनके नाम समर्पित हो सकता है क्या… क्या गरीब को पक्का घर मिले इसके लिए आपका वोट समर्पित हो सकता है कि नहीं।।मैं मेरे फर्स्ट टाइम वोटर को कहना चाहता हूं ।। गरीब से गरीब को सेवा मिले, आयुष्मान सफल हो इसके लिए वोट जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए। आप तय कीजिए ।। पहला वोट सिर्फ इस देश के लिए देंगे।
आप कमल पर बटन दबाएं या तीर धनुष पर, आपका वोट सीधे मोदी को जाएगा।
बाला साहब ठाकरे से सीखिए, वो चाहते तो खुद भी मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन उन्होंने वो रास्ता नहीं चुना। देश में परिवारवादी पार्टियां अगर सीखना चाहती हैं तो बाला साहेब से सीखें।