इटावा में पति को बचाने गयी दलित महिला को गुंडों ने पहले निर्वस्त्र किया, फिर कमरे में कैद कर घंटों पीटा

Written by sabrang india | Published on: June 23, 2020
इटावा। यूपी के इटावा के थाना बसेरहर में एक दलित दंप​ती के साथ गुंडों ने वो सलूक किया, जिसके बारे में सोचकर रूह कांप जाती है। लगभग एक सप्ताह का समय बीत जाने के बावजूद जब इस घटना के बारे में इस दंपती ने पुलिस में शिकायत की तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब पीड़ित दंपति ने सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक न्याय की गुहार लगाई है।



जनज्वार डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, जानवरों की शिकायत करने को लेकर दलित के घर में घुसकर आरोपियों ने पति-पत्नी को बेरहमी से पीटा और फिर उसकी पत्नी को बुरी तरह पीटते हुए निर्वस्त्र कर दिया।

जानकारी के अनुसार अरविंद पुत्र जागेश्वर निवासी नगला छती, थाना बसेरहर, जनपद इटावा अपने गांव के जसवंत की दुकान से सरसों का तेल लेने गए थे। वहां पहले से घात लगाए बैठे गुड्डू, राहुल पुत्र त्रिभोन सिंह अपने भाई पंचम सिंह, पुत्र छोटेलाल ने उसे पकड़ लिया। अरविंद का आरोप है कि उन सब लोगों ने उसे एक थप्पड़ मारते हुए कहा 'साले जानवरों को लेकर जादा दादागिरी दिखाता है' इसके बाद सभी ने उसे मां बहन की भद्दी-भद्दी गालियां बकते हुए बुरी तरह गिराकर मारा-पीटा।

अरविंद कहते हैं कि वह वहां से किसी तरह अपनी जान बचाकर घर की तरफ भागे, मगर ये सभी आरोपी उसके पीछे पीछे घर तक पहुंच गए। सभी ने उसके घर में घुसकर उसकी बुरी तरह पिटाई की। अरविंद को बचाने के लिए बीचबचाव करने आई उसकी पत्नी रेखा को भी नही बख्शा। उसे घर के अंदर खींचकर पहले उसे बुरी पीटा और फिर एक—एक कर उसके कपड़े फाड़कर निर्वस्त्र करके पिटाई की। इस पिटाई से रेखा के शरीर में काफी अधिक चोटें आई हैं।

दलित दंपती को बुरी तरह पीटने के बाद आरोपी जाते जाते धमकी भी देते गये कि 'धोबी की औलाद अगर दोबारा जानवरों के बारे में कुछ बोला तो जान से मार देंगे।'

इस घटना के बारे में बताते हुए अरविंद की पत्नी रेखा रोने लगती है। कहती है 'वो दिन हमें भूल नहीं रहा। वे लोग हमारे पति को मार रहे थे। हम बाहर से छोड़ देने के लिए बोल रहे थे तो उन लोगों ने मुझे भी घर के अंदर खींच लिया। घर के अंदर खींचने के बाद त्रिभोन सिंह, उसके लड़के राहुल तथा भाई पंचम ने मुझे नंगा करके बहुत बेरहमी से पीटा है। उनके घर की औरतों ने भी मुझे मारा। रेखा के पूरे शरीर पर चोटों के निशान हैं।

रेखा अपने सिर की चोट दिखाते हुए कहती है 'देखो पूरा सिर सूजा पड़ा है।' रेखा बताती है वो लोग जब मुझे और मेरे पति को मार रहे थे तो कह रहे थे कि ऐसे मारना की बस खून न निकले, भले ही जान से मर जायें।

वहीं पीड़ित अरविंद बताते हैं, मारपीट का शोर सुनकर मुहल्ले के जसवंत, आशाराम आदि लोगों ने उसे व उसकी पत्नी को आरोपी के चंगुल से मुक्त कराया। अरविंद ने इस घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

अरविंद ने 17 जून को इस संबंध में थानाध्यक्ष बसेरहर को लिखित शिकायत दी, लेकिन अभी तक उन्हें कोई न्याय नहीं मिला है। थक—हारकर अब अरविंद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री मोदी, पुलिस महानिदेशक समेत अध्यक्ष एससी-एसटी आयोग नई दिल्ली को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।

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