दिल्ली के तुगलकाबाद में रविदास मंदिर गिराए जाने के विरोध में 21 अगस्त को उमड़े जनसैलाब के बाद पुलिस ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण सहित 96 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लोग अभी जेल में ही हैं। इनकी रिहाई के लिए ट्विटर पर बुधवार शाम #FreeChandrashekharAazad ट्रेंड कर रहा था। हजारों समर्थक चंद्रशेखर सहित सभी लोगों की रिहाई की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने इन सभी पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाकर जेल भेजा है। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठे थे। भीम आर्मी द्वारा कहा गया था कि हिंसा फैलाने वाले मुंह पर कपड़ा बांधे हुए अचानक से प्रकट हुए थे। उन्होंने ही तोड़फोड़ कर माहौल खराब किया। भीम आर्मी का आरोप था कि पुलिस को कैसे पता था कि अमुक स्थान पर हिंसा होगी।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में भी कहा गया था कि तुगलकाबाद में बाजार के जिस रास्ते से प्रदर्शनकारियों का काफिला गुजरने वाला था वहां पुलिस ने दुकानें पहले ही बंद करा दी थीं। अचानक भीड़ में से कुछ लोग मुंह पर कपड़ा बांधे आए और तोड़फोड़ कर डाली। इंडियन एक्सप्रेस ने यह बयान एक महिला दुकानदार से बातचीत के आधार पर प्रकाशित किया था।
बता दें कि चंद्रशेखर को आज साकेत कोर्ट में सुबह 10 बजे पेश किया जाएगा। उन्हें 21 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके साथ ही 95 लोग और भी जेल में बंद हैं। बहुजन समाज के वकीलों ने सभी का केस फ्री लड़ने का वादा किया है। इसके साथ ही जेल में बंद सभी लोगों को देशभर से समर्थन मिल रहा है। इसका नजारा बुधवार को ट्विटर पर देखने को मिला।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 10 अगस्त को दिल्ली के तुगलकाबाद में रविदास मंदिर गिराया था। इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने मंदिर स्थल तक जाने की अनुमति नहीं दी थी जिसके कारण प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए।
पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी और कारों एवं पुलिस वाहन में तोड़-फोड़ की। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि सरकार तुगलकाबाद में भूखंड समुदाय को सौंपे और मंदिर का पुनर्निर्माण कराया जाए।
पुलिस ने इन सभी पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाकर जेल भेजा है। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठे थे। भीम आर्मी द्वारा कहा गया था कि हिंसा फैलाने वाले मुंह पर कपड़ा बांधे हुए अचानक से प्रकट हुए थे। उन्होंने ही तोड़फोड़ कर माहौल खराब किया। भीम आर्मी का आरोप था कि पुलिस को कैसे पता था कि अमुक स्थान पर हिंसा होगी।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में भी कहा गया था कि तुगलकाबाद में बाजार के जिस रास्ते से प्रदर्शनकारियों का काफिला गुजरने वाला था वहां पुलिस ने दुकानें पहले ही बंद करा दी थीं। अचानक भीड़ में से कुछ लोग मुंह पर कपड़ा बांधे आए और तोड़फोड़ कर डाली। इंडियन एक्सप्रेस ने यह बयान एक महिला दुकानदार से बातचीत के आधार पर प्रकाशित किया था।
बता दें कि चंद्रशेखर को आज साकेत कोर्ट में सुबह 10 बजे पेश किया जाएगा। उन्हें 21 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके साथ ही 95 लोग और भी जेल में बंद हैं। बहुजन समाज के वकीलों ने सभी का केस फ्री लड़ने का वादा किया है। इसके साथ ही जेल में बंद सभी लोगों को देशभर से समर्थन मिल रहा है। इसका नजारा बुधवार को ट्विटर पर देखने को मिला।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 10 अगस्त को दिल्ली के तुगलकाबाद में रविदास मंदिर गिराया था। इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने मंदिर स्थल तक जाने की अनुमति नहीं दी थी जिसके कारण प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए।
पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी और कारों एवं पुलिस वाहन में तोड़-फोड़ की। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि सरकार तुगलकाबाद में भूखंड समुदाय को सौंपे और मंदिर का पुनर्निर्माण कराया जाए।