हिमाचल प्रदेश। चुनाव आयोग चुनाव के दौरान लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के प्रति सख्त कार्यवाही कर रहा है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर मतदान केंद्र पर नियुक्त मतदान कर्मियों और प्रदेश सरकार के एक अधिशासी अभियंता को निलंबित कर दिया था। जिसके बाद अधिशासी अभियंता ने चुनाव आयोग के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार 11 अप्रैल को हमीरपुर के मतदान केंद्र पर कर्मियों ने बिना मॉक पोल के वोट डिलीट किए मतदान प्रक्रिया शुरू करवा दी थी। जिसके बाद 6 सामान्य वोट पड़ने पर कर्मियों को अपनी लापरवाही का आभास हुआ तो उन्होंने सारे वोट डिलीट कर दिए।
गौरतलब है कि सूचना मिलने पर आयोग ने सभी मतदान कर्मी बदलकर ईवीएम भी सील करा दी थी। साथ ही इस लापरवाही के लिए उन सभी मतदान कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। नियमों के अनुसार हर सेक्टर अधिकारी को हर एक घंटे में मतदान केंद्र का निरीक्षण करना होता है। इसलिए हमीरपुर मतदान केंद्र के सेक्टर अधिकारी बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता को भी लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया।
फिलहाल अधिशासी अभियंता ने आयोग के इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। देखना अब यह है कि इस पर हाईकोर्ट का क्या निर्णय होगा?
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार 11 अप्रैल को हमीरपुर के मतदान केंद्र पर कर्मियों ने बिना मॉक पोल के वोट डिलीट किए मतदान प्रक्रिया शुरू करवा दी थी। जिसके बाद 6 सामान्य वोट पड़ने पर कर्मियों को अपनी लापरवाही का आभास हुआ तो उन्होंने सारे वोट डिलीट कर दिए।
गौरतलब है कि सूचना मिलने पर आयोग ने सभी मतदान कर्मी बदलकर ईवीएम भी सील करा दी थी। साथ ही इस लापरवाही के लिए उन सभी मतदान कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। नियमों के अनुसार हर सेक्टर अधिकारी को हर एक घंटे में मतदान केंद्र का निरीक्षण करना होता है। इसलिए हमीरपुर मतदान केंद्र के सेक्टर अधिकारी बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता को भी लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया।
फिलहाल अधिशासी अभियंता ने आयोग के इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। देखना अब यह है कि इस पर हाईकोर्ट का क्या निर्णय होगा?