अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में करारी शिकस्त के बाद भी हार मानने को तैयार नहीं दिख रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक बुधवार को जबरन संसद कैपिटल हिल में घुस गए और जमकर हिंसा की।
ट्रंप के समर्थक जब अमेरिकी लोकतंत्र के प्रतीक कहे जाने वाले कैपिटल हिल बिल्डिंग में घुसे उस समय सांसद जो बाइडेन को आधिकारिक रूप से चुनाव में जीत की घोषणा करने की तैयारी कर रहे थे। ट्रंप समर्थक अचानक से संसद में घुसे और सुरक्षाकर्मियों को सांसदों को सेना के कैंप में ले जाना पड़ा।
इस हिंसा में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है और आईडी के जैसा एक विस्फोटक भी बरामद हुआ है। ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद अब संसद भवन के अंदर बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और कार्यवाही अब फिर से शुरू हो गई है। उधर, ट्रंप के विरोधियों ने इसे गृहयुद्ध छेड़ने का प्रयास करार दिया है। इस बीच दुनियाभर के नेता इस हिंसा की आलोचना कर रहे हैं।
ट्रंप समर्थक कैपिटल हिल इमारत के सामने कई बार पुलिस से भिड़ गए और कई लोग संसद के अंदर भी घुसने में सफल हो गए। इसी बीच संसद के अंदर अफरातफरी का माहौल हो गया और कई सांसदों को सदन के अंदर से अपना काम छोड़कर भागना पड़ा। वहीं सीनेट के दरवाजे को सुरक्षित तरीक से बंद कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि सांसदों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें अमेरिकी सेना के एक शिविर में ले जाया गया। अमेरिका में दो बजे दोपहर में सीनेट के अंदर एरिजोना के इलेक्टोरल वोट को लेकर ट्रंप समर्थकों की आपत्ति पर बहस हो रही थी। इसी बीच यह सुनाई दिया कि प्रदर्शनकारी घुस आए हैं और वे सीनेट के चेंबर के बाहर हैं। इसके बाद बहस को रोक दिया गया। प्रदर्शनकारी सीनेट के तीसरे फ्लोर तक पहुंच गए और इस दौरान वे जमकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बंदूक ताननी पड़ी।
वहीं राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए जो बाइडन ने कहा है कि मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह अपनी शपथ पूरी करें और संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें। बाइडन ने कहा कि मैं साफ कर दूं कि कैपिटल बिल्डिंग पर जो हंगामा हमने देखा हम वैसे नहीं हैं। ये कानून न मानने वाले की छोटी संख्या है। बाइडन ने कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हंगामे को राजद्रोह करार दिया।
उधर, अमेरिका एक अन्य प्रमुख डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता बर्नी सैंडर्स ने कहा कि एक ऐसा राष्ट्रपति जो 70 लाख वोटों से हार गया और झूठ की आड़ में अब गृह युद्ध की तैयारी कर रहा है। मैंने अपनी जिंदगी में ऐसा कभी नहीं देखा। ये तस्वीरें अमेरिकी इतिहास पर धब्बा है।
इस बीच रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर मैक्कॉनल ने हिंसा की निंदा की। उन्होंने कहा, 'हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। चाहे वो सिविल वार ही क्यों न हो, हमारे लोकतंत्र का पहिया कभी रुका नहीं। आज लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की कोशिश की गई है। विद्रोह की आग जलाने की कोशिश की गई है। अमेरिका लोगों के फ्री चॉइस से चला है, चल रहा है और चलता रहेगा। हम राष्ट्रपति बदलने की प्रक्रिया कानूनी रुप से ही पूरा करेंगे। आपराधिक रवैया हमारे संकल्प को डिगा नहीं सकता।'
ट्रंप के समर्थक जब अमेरिकी लोकतंत्र के प्रतीक कहे जाने वाले कैपिटल हिल बिल्डिंग में घुसे उस समय सांसद जो बाइडेन को आधिकारिक रूप से चुनाव में जीत की घोषणा करने की तैयारी कर रहे थे। ट्रंप समर्थक अचानक से संसद में घुसे और सुरक्षाकर्मियों को सांसदों को सेना के कैंप में ले जाना पड़ा।
इस हिंसा में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है और आईडी के जैसा एक विस्फोटक भी बरामद हुआ है। ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद अब संसद भवन के अंदर बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और कार्यवाही अब फिर से शुरू हो गई है। उधर, ट्रंप के विरोधियों ने इसे गृहयुद्ध छेड़ने का प्रयास करार दिया है। इस बीच दुनियाभर के नेता इस हिंसा की आलोचना कर रहे हैं।
ट्रंप समर्थक कैपिटल हिल इमारत के सामने कई बार पुलिस से भिड़ गए और कई लोग संसद के अंदर भी घुसने में सफल हो गए। इसी बीच संसद के अंदर अफरातफरी का माहौल हो गया और कई सांसदों को सदन के अंदर से अपना काम छोड़कर भागना पड़ा। वहीं सीनेट के दरवाजे को सुरक्षित तरीक से बंद कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि सांसदों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें अमेरिकी सेना के एक शिविर में ले जाया गया। अमेरिका में दो बजे दोपहर में सीनेट के अंदर एरिजोना के इलेक्टोरल वोट को लेकर ट्रंप समर्थकों की आपत्ति पर बहस हो रही थी। इसी बीच यह सुनाई दिया कि प्रदर्शनकारी घुस आए हैं और वे सीनेट के चेंबर के बाहर हैं। इसके बाद बहस को रोक दिया गया। प्रदर्शनकारी सीनेट के तीसरे फ्लोर तक पहुंच गए और इस दौरान वे जमकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बंदूक ताननी पड़ी।
वहीं राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए जो बाइडन ने कहा है कि मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह अपनी शपथ पूरी करें और संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें। बाइडन ने कहा कि मैं साफ कर दूं कि कैपिटल बिल्डिंग पर जो हंगामा हमने देखा हम वैसे नहीं हैं। ये कानून न मानने वाले की छोटी संख्या है। बाइडन ने कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हंगामे को राजद्रोह करार दिया।
उधर, अमेरिका एक अन्य प्रमुख डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता बर्नी सैंडर्स ने कहा कि एक ऐसा राष्ट्रपति जो 70 लाख वोटों से हार गया और झूठ की आड़ में अब गृह युद्ध की तैयारी कर रहा है। मैंने अपनी जिंदगी में ऐसा कभी नहीं देखा। ये तस्वीरें अमेरिकी इतिहास पर धब्बा है।
इस बीच रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर मैक्कॉनल ने हिंसा की निंदा की। उन्होंने कहा, 'हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। चाहे वो सिविल वार ही क्यों न हो, हमारे लोकतंत्र का पहिया कभी रुका नहीं। आज लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की कोशिश की गई है। विद्रोह की आग जलाने की कोशिश की गई है। अमेरिका लोगों के फ्री चॉइस से चला है, चल रहा है और चलता रहेगा। हम राष्ट्रपति बदलने की प्रक्रिया कानूनी रुप से ही पूरा करेंगे। आपराधिक रवैया हमारे संकल्प को डिगा नहीं सकता।'