छत्तीसगढ़ में डेंगू काबू में नहीं आ पा रहा है। सरकार ने मुफ्त इलाज का ऐलान किया है, लेकिन डेंगू के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं और उससे होने वाली मौतें भी। सर्वाधिक प्रभावित जिले दुर्ग में स्वास्थ्य विभाग की टीम का जन जागरूकता महा अभियान भी असर नहीं दिखा रहा है।
(स्त्रोत: इंडियन एक्सप्रेस)
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस साल 1 जनवरी से 10 अगस्त के बीच प्रदेश में डेंगू के 314 मामले सामने आए। इसमें रायपुर 10, दुर्ग 282, राजनांदगांव 3, बिलासपुर 9, महासमुंद-सूरजपुर- बेमेतरा में 2-2, रायगढ़-कवर्धा-कोरिया-बालोद में 1-1 और बस्तर-दंतेवाड़ा-सुकमा-कोंडागांव-बीजापुर-कांकेर-नारायणपुर-बलौदा बाजार-धमतरी-गरियाबंद-जांजगीर-कोरबा-मुंगेली-बलरामपुर-जशपुर व सरगुजा में डेंगू के मरीजों का अब तक पता नहीं चला है। दुर्ग जिले में डेंगू की जांच के लिए 404 ब्लड सैंपल लिए गए और जांच के बाद इसमें से 282 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, साफ-सफाई का इंतजाम न होना ही डेंगू के फैलने का मुख्य कारण है। अधिकतर नालियां भरी पड़ी रहती हैं और दवाओं का छिड़काव तो लोगों के बार-बार कहने के बाद भी नहीं होता। कैंप-1 के वॉर्ड 20 के निवासी एक परिवार के 5 लोग डेंगू से पीड़ित हुए जिनमें से एक की मौत हो गई।
डेंगू प्रभावित इलाकों में जन जागरूकता अभियान के लिए सरकार ने महा अभियान शुरू किया है। और छात्र-छात्राओं की टीम वार्डों और मोहल्लों में जाकर डेंगू के मच्छरों की रोकथाम एवं बचाव के उपायों की जानकारी दे रही है, लेकिन अभी तक कोई कारगर असर नहीं दिखा है।
विपक्षी दल सरकार और प्रशासन की लापरवाही को इसके लिए दोषी मान रहे हैं तो सरकार राजनीतिक बयानबाजी करने लगी है।
(स्त्रोत: इंडियन एक्सप्रेस)
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस साल 1 जनवरी से 10 अगस्त के बीच प्रदेश में डेंगू के 314 मामले सामने आए। इसमें रायपुर 10, दुर्ग 282, राजनांदगांव 3, बिलासपुर 9, महासमुंद-सूरजपुर- बेमेतरा में 2-2, रायगढ़-कवर्धा-कोरिया-बालोद में 1-1 और बस्तर-दंतेवाड़ा-सुकमा-कोंडागांव-बीजापुर-कांकेर-नारायणपुर-बलौदा बाजार-धमतरी-गरियाबंद-जांजगीर-कोरबा-मुंगेली-बलरामपुर-जशपुर व सरगुजा में डेंगू के मरीजों का अब तक पता नहीं चला है। दुर्ग जिले में डेंगू की जांच के लिए 404 ब्लड सैंपल लिए गए और जांच के बाद इसमें से 282 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, साफ-सफाई का इंतजाम न होना ही डेंगू के फैलने का मुख्य कारण है। अधिकतर नालियां भरी पड़ी रहती हैं और दवाओं का छिड़काव तो लोगों के बार-बार कहने के बाद भी नहीं होता। कैंप-1 के वॉर्ड 20 के निवासी एक परिवार के 5 लोग डेंगू से पीड़ित हुए जिनमें से एक की मौत हो गई।
डेंगू प्रभावित इलाकों में जन जागरूकता अभियान के लिए सरकार ने महा अभियान शुरू किया है। और छात्र-छात्राओं की टीम वार्डों और मोहल्लों में जाकर डेंगू के मच्छरों की रोकथाम एवं बचाव के उपायों की जानकारी दे रही है, लेकिन अभी तक कोई कारगर असर नहीं दिखा है।
विपक्षी दल सरकार और प्रशासन की लापरवाही को इसके लिए दोषी मान रहे हैं तो सरकार राजनीतिक बयानबाजी करने लगी है।