बेटियों के लिए डेंजर जोन बन रहा UP, उन्नाव के बाद अब अलीगढ़ में दलित लड़की की हत्या कर खेत में फेंका

Written by Navnish Kumar | Published on: March 2, 2021
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से गंभीर सवाल उठे हैं। उन्नाव के बाद अब अलीगढ़ में एक दलित नाबालिग लड़की की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। उसका शव गांव के पास गेहूं के खेत में अर्धनग्न अवस्था में मिला है। घटना अकराबाद थाना क्षेत्र के किवलाश गांव की है। घरवालों ने बलात्कार के बाद हत्या की आशंका जताई है और एफआईआर में रेप की धाराएं लगाई हैं। हालांकि पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़की का गला दबाकर हत्या की बात उजागर हुई हैं। रेप की पुष्टि नहीं हुई है। दुष्कर्म की जांच के लिए स्लाइड सुरक्षित कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है।



घटना रविवार की है। करीब 16 वर्षीय दलित किशोरी अपने नाना-नानी के घर पर थी और खेत में चारा काटने के लिए गई थी। मृत लड़की की नानी ने बताया कि, काफी समय होने के बाद जब वह घर नहीं लौटी तो, वे परिवार के लोग लड़की को ढूंढने के लिए खेत पहुंचे, जहां खेत में उसकी लाश मिली। घरवालों का आरोप है कि खेत में मिली लड़की की लाश पर कपड़े सही से नहीं थे। उनका कहना है कि हत्या कहीं और हुई थी और बाद में लड़की के शव को खेत में फेंक दिया गया।

पीड़िता बचपन से ननिहाल में अपनी बुजुर्ग नानी के पास रहती थी। बच्ची की नानी ने बताया, "मुझे बुखार आ गया था इसलिए वो अकेले बकरी के लिए चारा लेने गयी थी। परिजनों के मुताबिक सुबह करीब 11 बजे चारा लेने गई थी और शाम को 6 बजे के आसपास उसका शव गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर एक गेहूं के खेत में मिला। इस पर ग्रामीणों में रोष फैल गया। पुलिस ने जबरन शव उठाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ियों के आगे आग लगा दी और रास्ता रोक दिया। इसके बाद पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प होने लगी। इस पर कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिसमें इंस्पेक्टर गंगीरी प्रमेंद्र कुमार घायल हो गए। पुलिस ने किसी तरह स्थिति संभाली। 

अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने बताया, "जांच में पता चला है कि बच्ची सुबह लगभग 10 -11 बजे निकली थी। लड़की का शव खेत में शाम को 6-7 बजे के करीब बरामद हुआ। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम में लड़की का गला दबाकर हत्या की बात उजागर हुई हैं। रेप की पुष्टि नहीं हुई है। मामले का खुलासा करने के लिए पांच टीमें गठित की जा चुकी हैं।

एसएसपी के अनुसार, किशोरी की हत्या गला दबाकर की गई है और उसके चेहरे व शरीर पर आधा दर्जन से अधिक चोट के निशान हैं। हत्या करके शव को खींचकर घटनास्थल से कुछ दूरी पर डाला गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। दुष्कर्म की जांच के लिए स्लाइड सुरक्षित कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है।

बता दें कि यूपी में बीते 15 दिनों पर नजर डालें तो एक के बाद एक वीभत्स कई घटनाएं सामने आयी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे पहले 17 फरवरी को उन्नाव में खेत में चारा लेने गईं तीन दलित किशोरियां संदिग्ध अवस्था में मिलीं, जिसमें दो की मौत हो गयी। तीसरी कई दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के बीच जूझती रही। वो हाल में कानपुर के अस्पताल से स्वस्थ होकर लौटी है। पुलिस के मुताबिक उन्नाव एक सिरफिरे आशिक ने तीनों लड़कियों को खेतों में इस्तेमाल होने वाला जहरीला कीटनाशक पानी मिलाकर पिला दिया था। 

दूसरी घटना 22 फरवरी की शाम शाहजहांपुर के कांट थाना क्षेत्र में दो छोटी-छोटी बच्चियों का अपहरण कर एक की हत्या कर दी गई जबकि दूसरी बच्ची गंभीर रुप से घायल है। घटनास्थल से लगभग एक किलीमीटर दूर सरसों के खेत से पांच साल की बच्ची का शव बरामद हुआ, दूसरी बच्ची का भी इलाज चल रहा है, उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। 

तीसरी घटना यूपी के हमीरपुर जिले में 24 फरवरी को सामने आई जिसमें कथित तौर पर नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया, उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। हमीरपुर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने गाँव कनेक्शन को फोन पर बताया, "गैंगरेप का मामला अफवाह है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट 25 फरवरी को आ गयी है जिसमें मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। बिसरा परीक्षण के लिए भेजा गया है, जब इसकी रिपोर्ट आ जायेगी तभी मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।"

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