मुंबई। 30 से ज्यादा सामाजिक समूहों के प्रतिनिधियों ने 11 मार्च को निर्णय किया है कि वे देश और जनता के वास्तविक मुद्दों पर मिलकर काम करेंगे। इसके साथ ही उनकी कोशिश रहेगी कि चुनावों में जनता से जुड़े मुद्दे प्रमुखता से उठाए जाएं। उन्होंने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 23 मार्च को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत के दिन देशभर में कम से कम 1000 स्थानों पर समन्वित कार्रवाई की जाएगी।
इसमें जनसभाएं, रैलियां, मार्च, मानव श्रृंखला आदि तरीकों से लोगों के बीच जनजागरुकता कार्यक्रम चलाया जा सकता है। ये कार्यक्रम जिस भी तरीके से आयोजित होंगे उनकी शुरूआत भगत सिंह आदि शहीदों को माल्यार्पण व स्मरण करने के बाद ही शुरू होगी। ये कार्यक्रम शहीदों की प्रतिमा, स्मृति स्थल व सार्वजनिक स्थलों पर आयोजित कराए जाएंगे।
ये कार्यक्रम "देश मेरा, वोट मेरा, मुद्दा मेरा" स्लोगन के बैनर तले आयोजित किए जाएंगे। केंद्रीय टीम सभी ग्रुप्स के पास एक लोगो डिजायन कर भेजेगी। केंद्रीय टीम कुछ नारे, पर्चे व अन्य प्रचार सामग्री सभी के पास भेजेगी ताकि वे इन्हें प्रचुर मात्रा में छपवा सकें। केंद्रीय टीम कुछ डिजिटल पोस्टर भी साझा करेगी जिनका उपयोग सोशल मीडिया अभियानों, प्रेस आमंत्रण के लिए टेम्पलेट्स और प्रेस रिलीज के लिए किया जा सकता है। सभी प्रतिभागी संगठनों के साथ एक विस्तृत एसओपी साझा किया जाएगा। सभी प्रतिभागी संगठनों के साथ एक विस्तृत एसओपी साझा किया जाएगा।
इसके साथ ही इस ग्रुप ने कहा, “इच्छुक संगठनों से अनुरोध किया जाता है कि वे अपनी भागीदारी की पुष्टि करें और उन स्थानों की संख्या का भी उल्लेख करें जिन पर वे आयोजन करेंगे। उनसे यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे समन्वय को सुचारू बनाने के लिए अपने संगठन के लिए एक पीओसी नामित करें।”
इसमें जनसभाएं, रैलियां, मार्च, मानव श्रृंखला आदि तरीकों से लोगों के बीच जनजागरुकता कार्यक्रम चलाया जा सकता है। ये कार्यक्रम जिस भी तरीके से आयोजित होंगे उनकी शुरूआत भगत सिंह आदि शहीदों को माल्यार्पण व स्मरण करने के बाद ही शुरू होगी। ये कार्यक्रम शहीदों की प्रतिमा, स्मृति स्थल व सार्वजनिक स्थलों पर आयोजित कराए जाएंगे।
ये कार्यक्रम "देश मेरा, वोट मेरा, मुद्दा मेरा" स्लोगन के बैनर तले आयोजित किए जाएंगे। केंद्रीय टीम सभी ग्रुप्स के पास एक लोगो डिजायन कर भेजेगी। केंद्रीय टीम कुछ नारे, पर्चे व अन्य प्रचार सामग्री सभी के पास भेजेगी ताकि वे इन्हें प्रचुर मात्रा में छपवा सकें। केंद्रीय टीम कुछ डिजिटल पोस्टर भी साझा करेगी जिनका उपयोग सोशल मीडिया अभियानों, प्रेस आमंत्रण के लिए टेम्पलेट्स और प्रेस रिलीज के लिए किया जा सकता है। सभी प्रतिभागी संगठनों के साथ एक विस्तृत एसओपी साझा किया जाएगा। सभी प्रतिभागी संगठनों के साथ एक विस्तृत एसओपी साझा किया जाएगा।
इसके साथ ही इस ग्रुप ने कहा, “इच्छुक संगठनों से अनुरोध किया जाता है कि वे अपनी भागीदारी की पुष्टि करें और उन स्थानों की संख्या का भी उल्लेख करें जिन पर वे आयोजन करेंगे। उनसे यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे समन्वय को सुचारू बनाने के लिए अपने संगठन के लिए एक पीओसी नामित करें।”