छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार के 15 सालों के कार्यकाल में बेरोजगारी इस कदर बढ़ी कि नौकरी के लिए परेशान युवा तरह-तरह की ठगी तक के शिकार होने लगे हैं।
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भारतीय जनता पार्टी की सरकार में ऐसे तमाम दलाल और ठग भी सक्रिय होते रहे जो अपनी ऊंची पहुंच का रुतबा दिखाकर, युवाओं को नौकरी लगवाने के नाम पर ठगते रहे हैं। ये सिलसिला अब भी जारी है।
ऐसी ही एक घटना में रायपुर में सरस्वती नगर में रहने वाला युवक मुकेश कुमार पटेल भी एक ठगी का शिकार हो गया। रायगढ़ निवासी रूपेश पटेल ने उसे पटवारी की नौकरी लगवाने का झांसा दिया और उससे डेढ़ लाख रुपए ठग लिए।
रूपेश पटेल अपने को सरकारी अधिकारी बताता था और कहता था कि उसके सरकार में अच्छे संबंध हैं जिनके जरिए वह मुकेश को पटवारी की नौकरी लगवा देगा। बेरोजगारी से परेशान मुकेश उसकी बातों में आ गया और रूपेश के कहने के अनुसार, उसे डेढ़ लाख रुपए दे बैठा।
काफी समय बीत जाने के बाद भी जब मुकेश पटेल की नौकरी नहीं लगी और रूपेश ने उसके रुपए भी वापस नहीं किए तो पीड़ित ने गुरुवार को थाने में मामला दर्ज करा दिया।
दैनिक भास्कर के मुताबिक, रूपेश ने मुकेश को वर्ष 2016 में पटवारी की नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। इसके लिए 3 लाख रुपए में दोनों के बीच सौदा तय हुआ था। मुकेश ने तीन बार में 40, 20 और 60 हजार रुपए रुपेश के खाते में ट्रांसफर किए, और दस हजार रुपए नकद भी दिए।
रुपए हड़पने के बाद भी मुकेश ने रूपेश की नौकरी नहीं लगवाई। मुकेश अब पुलिस में शिकायत तो कर चुका है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
रमन सिंह सरकार में नौकरी के नाम पर ठगी के ऐसे अनेक मामले सामने आते रहे हैं, और अब भी आते जा रहे हैं।
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भारतीय जनता पार्टी की सरकार में ऐसे तमाम दलाल और ठग भी सक्रिय होते रहे जो अपनी ऊंची पहुंच का रुतबा दिखाकर, युवाओं को नौकरी लगवाने के नाम पर ठगते रहे हैं। ये सिलसिला अब भी जारी है।
ऐसी ही एक घटना में रायपुर में सरस्वती नगर में रहने वाला युवक मुकेश कुमार पटेल भी एक ठगी का शिकार हो गया। रायगढ़ निवासी रूपेश पटेल ने उसे पटवारी की नौकरी लगवाने का झांसा दिया और उससे डेढ़ लाख रुपए ठग लिए।
रूपेश पटेल अपने को सरकारी अधिकारी बताता था और कहता था कि उसके सरकार में अच्छे संबंध हैं जिनके जरिए वह मुकेश को पटवारी की नौकरी लगवा देगा। बेरोजगारी से परेशान मुकेश उसकी बातों में आ गया और रूपेश के कहने के अनुसार, उसे डेढ़ लाख रुपए दे बैठा।
काफी समय बीत जाने के बाद भी जब मुकेश पटेल की नौकरी नहीं लगी और रूपेश ने उसके रुपए भी वापस नहीं किए तो पीड़ित ने गुरुवार को थाने में मामला दर्ज करा दिया।
दैनिक भास्कर के मुताबिक, रूपेश ने मुकेश को वर्ष 2016 में पटवारी की नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। इसके लिए 3 लाख रुपए में दोनों के बीच सौदा तय हुआ था। मुकेश ने तीन बार में 40, 20 और 60 हजार रुपए रुपेश के खाते में ट्रांसफर किए, और दस हजार रुपए नकद भी दिए।
रुपए हड़पने के बाद भी मुकेश ने रूपेश की नौकरी नहीं लगवाई। मुकेश अब पुलिस में शिकायत तो कर चुका है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
रमन सिंह सरकार में नौकरी के नाम पर ठगी के ऐसे अनेक मामले सामने आते रहे हैं, और अब भी आते जा रहे हैं।