प्रयागराज। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में एक छात्रा को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पीटा। भाजपाई कार्यकर्ता उस वक्त गुंडे बन गए जब छात्रा प्रधानमंत्री से नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें काले झंडे दिखा रही थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रयागराज में रैली थी और वह मंच से भाषण दे रहे थे। इसी बीच दर्शक दीर्घा में उपस्थित छात्रा अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पीएम मोदी को काले झंडे दिखाने लगी। जैसे ही छात्रा ने पीएम मोदी को काले झंडे दिखाए और नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए बीजेपी कार्यकर्ता उसपर टूट पड़े।
बाद में पुलिस ने छात्रा को हिरासत में ले लिया लेकिन सवाल उठता है कि काले झंडे दिखाने वाली किसी सख्स को पुलिस हिरासत में लेगी, नियम कानून के तहत उस पर कार्यवाही करेगी या फिर किसी राजनीतिक दल के गुंडे!
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रा रामा यादव ने अपने ऊपर हुए हमले को शर्मनाक बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ की बात करते हैं और उनकी रैली में मुझपर हमला हुआ है। मैं इस देश की बेटी नहीं हूं क्या !
भारतीय जनता पार्टी ने साढ़े चार साल के शासन में जिस तरह लोगों से दूरी बनाई है वह किसी से छिपी नहीं है। अमित शाह के लिए मंच इस तरह का तैयार किया जाता है कि जनता से कम से कम सौ मीटर की दूरी रहे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में अमित शाह की रैली के दौरान महिलाओं के कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई थी। यह तलाशी इसलिए थी कि कोई काला कपड़ा लेकर रैली में ना जा पाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रयागराज में रैली थी और वह मंच से भाषण दे रहे थे। इसी बीच दर्शक दीर्घा में उपस्थित छात्रा अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पीएम मोदी को काले झंडे दिखाने लगी। जैसे ही छात्रा ने पीएम मोदी को काले झंडे दिखाए और नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए बीजेपी कार्यकर्ता उसपर टूट पड़े।
बाद में पुलिस ने छात्रा को हिरासत में ले लिया लेकिन सवाल उठता है कि काले झंडे दिखाने वाली किसी सख्स को पुलिस हिरासत में लेगी, नियम कानून के तहत उस पर कार्यवाही करेगी या फिर किसी राजनीतिक दल के गुंडे!
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रा रामा यादव ने अपने ऊपर हुए हमले को शर्मनाक बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ की बात करते हैं और उनकी रैली में मुझपर हमला हुआ है। मैं इस देश की बेटी नहीं हूं क्या !
भारतीय जनता पार्टी ने साढ़े चार साल के शासन में जिस तरह लोगों से दूरी बनाई है वह किसी से छिपी नहीं है। अमित शाह के लिए मंच इस तरह का तैयार किया जाता है कि जनता से कम से कम सौ मीटर की दूरी रहे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में अमित शाह की रैली के दौरान महिलाओं के कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई थी। यह तलाशी इसलिए थी कि कोई काला कपड़ा लेकर रैली में ना जा पाए।