पार्टी पाटीदार उम्मीदवारों को मौजूदा विधायकों पर तवज्जो दे रही है।
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पाटीदारों के आंदोलन और हार्दिक पटेल के असर की काट के लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगा दिया है. हार्दिक का वीडियो लिक होने के बाद अब बीजेपी की सूची में पाटीदादर समुदायों के उम्मीदवारों की भरमार है। भाजपा ने गुजरात चुनाव के उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है। कुल 134 उम्मीदवार मैदान में उतारे गए हैं और अब तक इऩमें 23 पाटीदार उम्मीदवारों के नाम हैं। लेकिन पटेलों को खुश करके नुकसान की भरपाई मंसूबा बनाए बीजेपी को नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। पाटीदारों को तरजीह देने के चक्कर में बीजेपी को अपने कुछ वर्तमान विधायकों के टिकट काटने पड़े हैं। अब तक कुल 16 वर्तमान विधायकों के टिकट काटे गए हैं और आखिरी और चौथी सूची में भी 16 और विधायकों के टिकट काटने की संभावना जताई जा रही है।
विश्लेषकों का कहना यह पाटीदारों को पटाने की कोशिश है। पार्टी पाटीदार उम्मीदवारों को मौजूदा विधायकों पर तवज्जो दे रही है।
इस बीच, बीजेपी की पाटीदारों में फूट डालने की दूसरी कोशिशें भी जारी हैं। अनामत आंदोलन के पांच सहयोगियों चिराग पटेल, केतन पटेल, रेशमा पटेल, अमरीश पटेल और श्वेता पटेल को तोड़ लिया है। अब भाजपा ने पाटीदारों में हार्दिक का प्रभाव खत्म करने के लिए पाटीदार बिरादरी के प्रभाव वाले इलाकों में बड़ी रैलियां करने की योजना बनाई है। साथ ही टिकट पाने वाले पाटीदार उम्मीदवारों के नामांकन के दौरान जबरदस्त भीड़ इकट्ठा करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल गुजरात में कांग्रेस और बीजेपी के बीच 9 फीसदी वोटों का अंतर रहा है। बीजेपी को डर था अगर 12 फीसदी वोटों का साथ कांग्रेस को मिल जाएगा तो उसका खेल बिगड़ जाएगा। यही वजह है कि सीडी कांड सामने आ रहा है तो पाटीदारों को खुश करने के लिए वर्तमान विधायकों के नाम काटने जैसे कदम उठाए जा रहे हैं।