फेसबुक पर राजनीतिक विज्ञापन देने के मामले में भाजपा एक बार फिर सबसे आगे, करोड़ों रूपये किए खर्च

Written by sabrang india | Published on: August 28, 2020
नई दिल्ली। फेसबुक पर विज्ञापन के मामले में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर टॉप पर रही है। भाजपा ने बीते 18 महीनों से अबतक फेसबुक पर 'सामाजिक मुद्दे, चुनाव और राजनीति' कैटगरी में सबसे बड़ी विज्ञापनदाता पार्टी रही है, वहीं इस दौरान अन्य पार्टियां और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस उससे काफी पीछे रही। 



अंग्रेजी समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि फेसबुक के खर्च ट्रैकर पर 24 अगस्त तक के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, फरवरी, 2019 से भाजपा ने फेसबुक पर ‘सामाजिक मुद्दों, चुनावों और राजनीति’ पर 4.61 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि इस दौरान कांग्रेस ने 1.84 करोड़ रुपये खर्च किए।

ट्रैकर के अनुसार, फेसबुक पर ‘सामाजिक मुद्दों, चुनावों और राजनीति’ श्रेणी में खर्च करने वाले शीर्ष-10 विज्ञापनदाताओं में से चार अन्य विज्ञापनदाता भाजपा से ही जुड़े हुए हैं, जिनमें से तीन के पते दिल्ली स्थित भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय के ही हैं।

भाजपा से जुड़े चार विज्ञापनदाताओं में से दो सामुदायिक पेज हैं, जिसमें से एक ‘माई फर्स्ट वोट फॉर मोदी’ ने इस अवधि में 1.39 करोड़ और ‘भारत के मन की बात’ ने 2.24 करोड़ रुपये खर्च किए।

वहीं, दो अन्य में से एक ‘नेशन विद नमो’ खुद को एक न्यूज एवं मीडिया वेबसाइट बताता है, जिसने इस अवधि में 1।28 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि एक अन्य पेज ने 65 लाख रुपये खर्च किए जो भाजपा नेता और पूर्व सांसद आरके सिन्हा से जुड़ा हुआ है। सिन्हा सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज (एसआईएस) के मालिक हैं।

अगर भाजपा से जुड़े इन पेजों के खर्च को मिला दें तो यह आंकड़ा 10.17 करोड़ को पार कर जाता है जो कि इस श्रेणी में शीर्ष-10 द्वारा दिए जाने गए 15.81 करोड़ रुपये के विज्ञापन का 64 फीसदी है।

बता दें कि खर्च के इन आंकड़ों में अप्रैल-मई 2019 के दौरान हुए खर्च भी शामिल हैं, जब देश में आम चुनाव हो रहे थे और भाजपा भारी बहुमत से जीतकर लगातार दूसरी बार देश की सत्ता पर काबिज हुई थी।

अन्य राजनीतिक संगठनों के साथ इस श्रेणी में शीर्ष-10 में दिल्ली में सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी शामिल है, जिसने कुल 69 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।

आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2019 से इस श्रेणी के तहत फेसबुक इंडिया का कुल विज्ञापन खर्च 59.65 करोड़ रुपये है। ये विज्ञापन केवल फेसबुक के वेबसाइट और ऐप्लिकेशन तक ही सीमित नहीं रहते हैं, बल्कि इंस्टाग्राम, ऑडियंस नेटवर्क और मैसेंजर जैसे फेसबुक के अन्य ऐप्लिकेशनों पर भी दिखते हैं।

बता दें कि हाल ही में 20 अगस्त को सूचना एवं प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति ने अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट पर फेसबुक से जवाब मांगा था।

14 अगस्त को वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में फेसबुक की दक्षिण और मध्य एशिया प्रभार की पॉलिसी निदेशक आंखी दास ने भाजपा नेता टी. राजा सिंह के खिलाफ फेसबुक के हेट स्पीच नियमों को लागू करने का विरोध किया था, क्योंकि उन्हें डर था कि इससे कंपनी के संबंध भाजपा से बिगड़ सकते हैं।

रिपोर्ट में यह बताया गया है कि भारत में फेसबुक की शीर्ष अधिकारी ने भाजपा नेता के अलावा अन्य ‘हिंदू राष्ट्रवादी लोगों और समूहों’ की नफरत भरी पोस्ट को लेकर उन पर फेसबुक के हेट स्पीच नियम लगाए जाने का विरोध किया था।

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