पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी रैलियां जोरों पर हैं। राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर कोई भी आरोप लगाने का मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई दिग्गज नेता स्वयं चुनावी अभियान में जुट गए हैं। सोमवार को नीतीश कुमार के लिए एक जनसभा में तब असहज स्थिति हो गई जब वह मंच से भाषण दे रहे थे, इतने में से एक व्यक्ति जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि नीतीश कुमार चोर है, नीतीश कुमार चोर है, मनरेगा का पैसा खाया है।

खबरों के मुताबिक, नीतीश कुमार औरंगाबाद जिले के रफीगंज इलाके में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जनसभा में हंगामा करने वाला व्यक्ति कथित मनरेगा के मुद्दे पर नाराज था। इससे पहले नारेबाजी करने वाले व्यक्ति ने नीतीश कुमार को कुछ कागजात देने चाहे लेकिन जदयू के समर्थकों ने उसे कुछ बोलने नहीं दिया, जिसके बाद ही वह व्यक्ति नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगा। हालांकि यह मामला तभी शांत हुआ जब नारेबाजी करने वाले व्यक्ति को जनसभा से बाहर ले जाया गया।
जब पुलिसकर्मी नारेबाजी करने वाले व्यक्ति को काबू करने का प्रयास कर रही थी तो नीतीश कुमार ने मंच से ही कहा कि कागज देना चाहते हैं तो ले लीजिए और आराम से बात कीजिए। तेजस्वी यादव ने इस घटना का वीडियो ट्वीटर पर पोस्ट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। वहीं जनसभा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव के उस वादे पर तंज कसा, जिसमें तेजस्वी ने 10 लाख नौकरियां देने की बात कही है।
नीतीश ने कहा कि कुछ लोग बिना ज्ञान के ही नौकरियां देने का वादा कर रहे हैं कि इतनी नौकरियां देंगे। पैसा कहां से आएगा।? कहीं ऐसा ना हो कि नौकरी देने के नाम पर अपना अलग ही काम धंधा चालू कर दें। कहने से कुछ होता है जी, करने से कुछ अनुभव हो, कुछ समझ हो तब ना कोई सीएम इतना अलोकप्रिय नहीं होगा। 2018 में बक्सर के नंदन गाँव में ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का कड़ा विरोध करने के पश्चात वो ज़मीन पर नहीं उतरे है। अब नौजवान से लेकर बुज़ुर्ग तक सभा स्थलों पर उनका विरोध कर रहे है। पुलिस आवाज़ उठाने वालों का मुँह बंद कर रही है।
जनसभा के दौरान लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि 15 साल में महिलाओं के लिए क्या किया? पति जेल में गए तो पत्नी को बैठा दिया, लेकिन महिलाओं के लिए क्या किया? नीतीश कुमार ने कहा कि हमें मौका मिला तो आरक्षण दिया, महिलाएं जनप्रतिनिधि बनीं। राजद के शासनकाल की जंगलराज से तुलना करते हुए नीतीश ने कहा कि पहले ना सड़का थी, ना बिजली थी और जंगलराज था। उन्होंने कहा कि आज हर घर में बिजली है, हर गांव तक सड़क है और बिहार में कानून का राज है।

खबरों के मुताबिक, नीतीश कुमार औरंगाबाद जिले के रफीगंज इलाके में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जनसभा में हंगामा करने वाला व्यक्ति कथित मनरेगा के मुद्दे पर नाराज था। इससे पहले नारेबाजी करने वाले व्यक्ति ने नीतीश कुमार को कुछ कागजात देने चाहे लेकिन जदयू के समर्थकों ने उसे कुछ बोलने नहीं दिया, जिसके बाद ही वह व्यक्ति नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगा। हालांकि यह मामला तभी शांत हुआ जब नारेबाजी करने वाले व्यक्ति को जनसभा से बाहर ले जाया गया।
जब पुलिसकर्मी नारेबाजी करने वाले व्यक्ति को काबू करने का प्रयास कर रही थी तो नीतीश कुमार ने मंच से ही कहा कि कागज देना चाहते हैं तो ले लीजिए और आराम से बात कीजिए। तेजस्वी यादव ने इस घटना का वीडियो ट्वीटर पर पोस्ट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। वहीं जनसभा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव के उस वादे पर तंज कसा, जिसमें तेजस्वी ने 10 लाख नौकरियां देने की बात कही है।
नीतीश ने कहा कि कुछ लोग बिना ज्ञान के ही नौकरियां देने का वादा कर रहे हैं कि इतनी नौकरियां देंगे। पैसा कहां से आएगा।? कहीं ऐसा ना हो कि नौकरी देने के नाम पर अपना अलग ही काम धंधा चालू कर दें। कहने से कुछ होता है जी, करने से कुछ अनुभव हो, कुछ समझ हो तब ना कोई सीएम इतना अलोकप्रिय नहीं होगा। 2018 में बक्सर के नंदन गाँव में ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का कड़ा विरोध करने के पश्चात वो ज़मीन पर नहीं उतरे है। अब नौजवान से लेकर बुज़ुर्ग तक सभा स्थलों पर उनका विरोध कर रहे है। पुलिस आवाज़ उठाने वालों का मुँह बंद कर रही है।
जनसभा के दौरान लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि 15 साल में महिलाओं के लिए क्या किया? पति जेल में गए तो पत्नी को बैठा दिया, लेकिन महिलाओं के लिए क्या किया? नीतीश कुमार ने कहा कि हमें मौका मिला तो आरक्षण दिया, महिलाएं जनप्रतिनिधि बनीं। राजद के शासनकाल की जंगलराज से तुलना करते हुए नीतीश ने कहा कि पहले ना सड़का थी, ना बिजली थी और जंगलराज था। उन्होंने कहा कि आज हर घर में बिजली है, हर गांव तक सड़क है और बिहार में कानून का राज है।