वाराणसी। चुनाव के दौरान और नामांकन की प्रक्रिया में लोकतंत्र के अनेकों रंग देखने को मिलते हैं। वाराणसी के जिला मुख्यालय पर एक से एक हटकर नजारा देखने को मिल रहा है। यहां सोमवार को एक युवक अर्थी पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचा है। अर्थी बाबा के नाम से मशहूर यह युवक गोरखपुर का निवासी है और वाराणसी संसदीय सीट से पीएम मोदी के खिलाफ ताल ठोकने के लिए नामांकन करने पहुंचा है।

गोरखपुर के रहने वाले राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा का कहना है कि उनका अंदाज इसी तरह का है। वे अपना चुनाव कार्यालय भी श्मशान में ही खोलते हैं। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और जब भी विरोध प्रदर्शन करना होता है तो वे अर्थी पर ही करते हैं।
राजन ने बताया कि उन्होंने अपना चुनाव कार्यालय महाश्मशान में खोल रखा है और सरकार की नीतियों के खिलाफ अर्थी पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी सीधी टक्कर है क्योंकि उन्होंने देश मे कोई विकास नही किया। केवल लोगों को बरगलाने का काम किया है।
ऐसे अंदाज में नामांकन करने वाले सहज ही आपको देखने को मिल जाएंगे पर पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का सीधा ऐलान करने वाले अर्थी बाबा की नामांकन स्थल पर काफी चर्चा हो रही है।
अर्थी बाबा 2014 में भी नामांकन करने बनारस पहुंचे थे, लेकिन खुद ही अपने अर्थी जुलूस में इतना मशगूल हुए कि नामांकन का वक्त खत्म होने के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे। इस तरह पिछली बार वह चुनाव लड़ने से वंचित रह गए थे।
अर्थी बाबा के अलावा दूसरी तरफ इलाहाबाद के बाहुबली अतीक अहमद के वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। सूत्रों की मानें तो नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक ने शनिवार को स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में एक एप्लीकेशन देकर अपने आपको रिहा करने की अपील की है।

गोरखपुर के रहने वाले राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा का कहना है कि उनका अंदाज इसी तरह का है। वे अपना चुनाव कार्यालय भी श्मशान में ही खोलते हैं। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और जब भी विरोध प्रदर्शन करना होता है तो वे अर्थी पर ही करते हैं।
राजन ने बताया कि उन्होंने अपना चुनाव कार्यालय महाश्मशान में खोल रखा है और सरकार की नीतियों के खिलाफ अर्थी पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी सीधी टक्कर है क्योंकि उन्होंने देश मे कोई विकास नही किया। केवल लोगों को बरगलाने का काम किया है।
ऐसे अंदाज में नामांकन करने वाले सहज ही आपको देखने को मिल जाएंगे पर पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का सीधा ऐलान करने वाले अर्थी बाबा की नामांकन स्थल पर काफी चर्चा हो रही है।
अर्थी बाबा 2014 में भी नामांकन करने बनारस पहुंचे थे, लेकिन खुद ही अपने अर्थी जुलूस में इतना मशगूल हुए कि नामांकन का वक्त खत्म होने के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे। इस तरह पिछली बार वह चुनाव लड़ने से वंचित रह गए थे।
अर्थी बाबा के अलावा दूसरी तरफ इलाहाबाद के बाहुबली अतीक अहमद के वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। सूत्रों की मानें तो नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक ने शनिवार को स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में एक एप्लीकेशन देकर अपने आपको रिहा करने की अपील की है।