मुंबई। citizens for justice and peace द्वारा मुंबई में आयोजित netizens for democracy कार्यक्रम में जानी मानी पत्रकार आरफा ख़ानम शेरवानी ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। आरफा खानम इस ख़ास बातचीत में, मेनस्ट्रीम मीडिया में अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों की गैरमौजूदगी और सोशल मीडिया में आम आदमी की आवाज़ के बुलंद होने के बारे में बता रही हैं। खुद एक अल्पसंख्यक समुदाय की महिला होने के बावजूद आरफा ने अत्यंत साहस के साथ हिंसक हिंदुत्व की राजनीति का लगातार विरोध किया है। इसकी वजह से उन्हें trolling से लेकर कई अन्य कठिनाईयां झेलनी पड़ती हैं।
इसके बावजूद आरफा खानम पत्रकारीय मूल्यों को पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन करने में जुटी हैं। आरफा खानम ने trolling, Metoo जैसे कई बहुचर्चित विषयों पर अपना मत रखा. उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि नब्बे प्रतिशत मेनस्ट्रीम मीडिया सिर्फ दस प्रतिशत लोगों को कवरेज दे रहा है। अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग उसके एजेंडे से बाहर हैं। देखिए आरफा खानम शेरवानी के साथ विस्तृत बातचीत.....
इसके बावजूद आरफा खानम पत्रकारीय मूल्यों को पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन करने में जुटी हैं। आरफा खानम ने trolling, Metoo जैसे कई बहुचर्चित विषयों पर अपना मत रखा. उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि नब्बे प्रतिशत मेनस्ट्रीम मीडिया सिर्फ दस प्रतिशत लोगों को कवरेज दे रहा है। अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग उसके एजेंडे से बाहर हैं। देखिए आरफा खानम शेरवानी के साथ विस्तृत बातचीत.....