अग्निपथ को लेकर हंगामा जारी, भारतीय सेना ने जारी की अग्निवीर भर्ती की अधिसूचना

Written by Sabrangindia Staff | Published on: June 20, 2022
सेना की भर्ती प्रक्रिया अग्निपथ को लेकर कई संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। हंगामे और विरोध के बीच भारतीय सेना ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती रैली के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। 
 


जारी नोटिफिकेशन में भर्ती रैली के लिए सभी जरूरी जानकारी दी गई है। भर्ती में शामिल होने के लिए सभी उम्मीदवारों को अनिवार्य रूप से ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट JOININDIANARMY.NIC.IN पर जाकर अपना आवेदन कर सकेंगे।

बंद का ऐलान करने वाले कुछ संगठनों ने दिल्ली कूच का भी ऐलान किया था। इसको लेकर दिल्ली पुलिस सतर्क है और राजधानी में सभी एंट्री पॉइंट पर चेकिंग की जा रही है। गुड़गांव से लेकर नोएडा तक दिल्ली की सभी सीमाओं पर कई-कई किलोमीटर लंबा जाम लगा है। हजारों गाड़ियां रेंग रही हैं।

लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत बंद के आह्वान को लेकर वाराणसी में हाई अलर्ट है, कमिश्नरेट और जिले की सीमाओं पर नाकेबंदी कर अलसुबह से ही भारत के जनपदों से आने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है। खासतौर से गाजीपुर मार्ग पर कड़ी चौकसी में रखी गई है। इधर, कैंट रेलवे स्टेशन सिटी और बनारस सारनाथ स्टेशन पर पुलिस सुबह से तैनात है। लगातार गश्त की जा रही है। ट्रेनों में चेकिंग के साथ ही अनाउंस कर किसी भी तरह के उपद्रव पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है। डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने सिटी स्टेशन पर सुबह निरीक्षण किया। फोर्स को ब्रीफ कर कहा कि प्रदर्शन होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई करें। उधर कैंट स्टेशन पर निदेशक आनंद मोहन, चेतगंज एसीपी संतोष कुमार मीणा ने फोर्स के साथ पूरे स्टेशन में निरीक्षण किया।

हमारे वाराणसी से सीजेपी फेलो फजलुर्रहमान ने सामाजिक कार्यकर्ता पारमिता से अग्निपथ योजना के सम्बंध में बात की। फजलुर्रहमान के मुताबिक पारमिता ने कहा, ''मेरा दूध वाला बनारस से दूर दानगंज से आता है। उससे पता चला कि उसके गांव में जिन घरों में 18 से 24 साल के बच्चे हैं, जो सेना के लिए दौड़ लगाते थे या नौकरी की इच्छा रखते हैं, उन बच्चों के लिए थाने से नोटिस आई है कि उनके माता-पिता अपने बच्चों पर नजर रखें उन्हें बाहर ना जाने दें। अगर इन्हें किसी भी प्रकार के आंदोलन के कामों में लिप्त पाया गया तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वह बता रहा था कि पांडेपुर से पहले सरकारी और गैर सरकारी बसों की गहन चेकिंग चल रही है। उसमें जितने भी 18 से 24 साल के बच्चे हैं उनको नीचे उतारा जा रहा है उनका आईडी चेक किया जा रहा है। उनसे शहर जाने का कारण पूछा जा रहा है। अगर आईडी प्रूफ नहीं है तो उन्हें बनारस शहर में आने नहीं दिया जा रहा है। इस तरह से सरकार एक अघोषित आपातकाल लगाकर इस आक्रोश को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। जब इस गुस्से को दबा देगी तब यह कहेगी कि यह योजना नौजवानों के समझ में आ गई।''

बीजेपी कार्यालय में सिक्योरिटी के लिए अग्निवीर को प्राथमिकता: कैलाश विजयवर्गीय
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अग्निवीर योजना के फायदे गिनाते हुए कुछ ऐसा कह दिया कि वे विवादों में घिर गए। दरअसल उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो कहते दिख रहे हैं कि अगर उनको बीजेपी ऑफिस में सिक्योरिटी रखना होगा तो वो अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे। दरअसल इंदौर में बीजेपी नेता अग्निपथ योजना की खास बातें समझाने की कोशिश कर रहे थे इस दौरान उन्होंने यह बयान दे दिया।

बैकफुट पर सरकार, अग्निपथ योजना में बदलाव:

CAPF की भर्ती में 10 परसेंट रिजर्वेशन 
18 जून शनिवार को गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए एक और ऐलान किया था। गृह मंत्रालय ने कहा कि जब अग्निवीर 4 साल की सेवा के बाद बाहर आते हैं तो उनके लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और असम राइफल्स की नौकरियों में उन्हें 10 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स में अग्निवीरों की भर्ती में उपरी आयु सीमा में 3 साल की छूट दी जाएगी। जबकि अग्निवीरों के पहले बैच के लिए ये छूट 5 साल होगी।

आयु सीमा में छूट 
अग्निपथ स्कीम की लॉन्चिंग के साथ कई छात्रों ने इस बात को लेकर चिंता जताई कि पिछले दो सालों में कोरोना की वजह से भर्तियां नहीं हुई हैं। इसलिए वे अग्निपथ स्कीम के तहत जरूरी उम्र सीमा के दायरे से बाहर आ जाएंगे। बता दें कि अग्निपथ स्कीम के तहत बहाली के लिए उम्र सीमा साढ़े 17 साल से 21 साल तक है। छात्रों के इस विरोध के बाद रक्षा मंत्रालय ने एक और संशोधन किया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है। हालांकि ये रियायत केवल इसी साल यानी 2022 की भर्ती प्रक्रिया में ही लागू होगी।  

12वीं पास का सर्टिफिकेट 
अग्निवीरों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास है। इसके बाद उन्हें 4 साल नौकरी करनी पड़ रही थी। इस हालात में उनके सामने अपनी पढ़ाई जारी करने को लेकर चिंता हो सकती थी। इस समस्या के निदान के लिए स्कूली शिक्षा विभाग ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल (NIOS) के जरिए उन्हें 12वीं तक पढ़ाई करने का विकल्प दिया गया। इसके लिए NIOS जरूरी बदलाव करने जा रहा है।

बैचलर डिग्री का स्पेशल कोर्स 
इसके अलावा शिक्षा मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए 3 साल का विशेष स्किल बेस्ड बैचलर डिग्री लॉन्च करने का फैसला लिया है। इसमें अग्निवीरों द्वारा 4 साल की सेवा के दौरान सीखे गए टेक्निकल स्किल को प्राथमिकता दी जाएगी।  

अग्निपथ को लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुखों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस 
विरोध प्रदर्शनों से इतर रविवार को तीनों सेनाओं के प्रमुख इस योजना से जुड़ी सभी आशंकाएं दूर करने का प्रयास किया। एयर मार्शल एसके झा ने कहा कि भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है। उसी के तहत उसपर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से फेज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। 

नौसेना के वाइस एडमिरल डी।के। त्रिपाठी ने भी कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। 25 जून तक हमारा एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा। एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 21 नवंबर को हमारे पहले अग्निवीर हमारे ट्रेनिंग संस्थान में रिपोर्ट करेंगे। उन्होंने कहा कि एक और शर्त जोड़ी गई है कि जो भी अभ्यर्थी अग्निवीर के लिए अप्लाई करेगा उसे किसी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल न होने का प्रमाण पत्र देना होगा। 

सेना प्रमुखों की प्रेस कांफ्रेंस की मुख्य बातें

'अग्निवर' को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।

देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा।

हम चाहते थे कि युवाओं के ज्यादा शामिल होने से जोश और होश का बैलेंस बन जाए। हम सोचते हैं कि इससे जोश और होश का अनुपात बराबर हो जाएगा।

आपको पता है कि फौज में हर साल कितने रिटायरमेंट होते हैं? ये वे लोग हैं जो कि प्रीमैच्योर रिटायरमेंट ले रहे हैं। तीनों सेनाओं को मिलाकर 17,600 लोग खुद रिटायरमेंट ले रहे हैं। इन सबको बाहर काम मिल रहा है।

अगले 3-4 साल में 45-50 हजार अग्निवीरों की नियुक्ति होगी, जो अगले कुछ सालों में 1।25 लाख तक पहुंच जाएगी।
                                           
दिसंबर के अंत तक अग्नवीर के पहले बैच को वायुसेना में शामिल कर लेंगे। 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।
सभी अग्निवीरों को उच्च स्तरीय ट्रेनिंग मिलेगी, 12 वीं की सर्टिफिकेट मिलेगी।

अभी योजना शुरुआती दौर में है। इस योजना में अग्निवीरों की जरुरतों के मुताबिक कई अन्य चीजें जोड़ी जाएंगी।

योजना का मकसद सेना की औसत उम्र कम करना है। आगामी युद्ध तकनीक पर आधारित होगा। उसके लिए युवाओं को जोड़ना जरुरी है।

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