ABP न्यूज एंकर ने पूछा- कोई मस्जिद कभी पूजा-अर्चना के लिये खोली गई है क्या?, मिले ऐसे जवाब

Written by Sabrangindia Staff | Published on: December 5, 2018
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में आयोजित हुए धार्मिक कार्यक्रम इज्तिमा के दौरान जिले के ही जैनपुर गांव में हिंदू-मुस्लिम के बीच सांप्रदायिक सौहार्द का मामला सामने आया। दरअसल, इज्तिमा में शामिल होने जा रहे मुस्लिम समुदाय के लोग जब जाम में फंस गए तो नमाज के लिए उन्होंने हिंदुओं से जगह मांगी। इस पर जैनपुर के ग्रामीणों ने प्राचीन शिव मंदिर परिसर में जोहर (दोपहर) की नमाज अदा कराने व्यवस्था कराई। नमाज के दौरान कोई परेशानी न हो, इसके लिए उनका पूरा ख्याल रखा गया।



नमाज के बाद सभी हिंदू समुदाय द्वारा मुस्लिम भाईयों को जलपान कराकर उन्हें इज्तिमा के लिए खुशी-खुशी रवाना किया गया। हिंदु समुदाय के लोगों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को दोपहर की नमाज पढ़ने के लिए शिव मंदिर में न सिर्फ जगह दिया बल्कि इसके लिए पूरे इंतजाम भी किए गए। मंदिर में नमाज पढ़ने करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।

 इस बीच एबीपी न्‍यूज की एंकर चित्रा त्रिपाठी ने एक ट्वीट कर ऐसा सवाल उठाया कि सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया है। चित्रा त्रिपाठी ने ट्वीट कर सवाल पूछा है, “कोई मस्जिद कभी पूजा-अर्चना के लिये खोली गई है क्या?” चित्रा त्रिपाठी के इस सवाल से सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है। चित्रा त्रिपाठी इस ट्वीट को लेकर ट्रोल हो गई हैं। लोगों ने खबरों के लिंक शेयर कर उन्हें जवाब दिया है। 

चित्रा त्रिपाठी को यह सवाल पूछना भारी पड़ गया। उनके ट्वीट के कुछ देर बाद ही लोगों ने उन्हें कई ऐसे उदाहरण दिए जहां हिंदू समुदाय के लोगों को पूजा-अर्चना करने के लिए मस्जिद को खोल दिया गया था। लोगों उन्हें याद दिलाया कि केरल में भी मस्जिदों को हिन्दुओ के लिए खोल दिया था, जिसके आपको भूलना नहीं चाहिए।

लोगों ने चित्रा को करीब दर्जनों उदाहरण देकर सांप्रदायिकता न फैलाने की नसीहत दी है। इस मामले में प्रतिक्रिया लेने के लिए हमने चित्रा त्रिपाठी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। जनता का रिपोर्टर वेबसाइट ने इस पर खबर लगाई है जिसे सांप्रदायिक ट्वीट करार दिया गया है। चित्रा त्रिपाठी ने इस खबर के लिंक को शेयर करते हुए पत्रकारिता को लेकर कुछ सवाल उठाए हैं। चित्रा त्रिपाठी ने दूसरा ट्वीट किया है, 'जनताकारिपोर्टर-आपके लोगों ने मुझसे कोई संपर्क नहीं किया इसलिये झूठ बोलना बंद करें।दूसरा-मैंने तो सवाल पूछा,जो पूछना मेरा हक है। वो किसी एक धर्म के खिलाफ कैसे हुआ ये भी बतायें। इतनी बेसिक पत्रकारिता तो आप लोगों को भी पता होगी कि जब क्वेश्चन मार्क आता है तो वो सवाल होता है, राय नहीं।'




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