हरियाणा में मनचलों से परेशान लड़कियों की जिद ने दिलाई जीत, स्कूल हुआ अपग्रेड

Written by | Published on: May 18, 2017

हरियाणासरकार  वैसे तो ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ से लेकर ‘बेटी संग सेल्फी’ जैसे कार्यक्रमों का बढ़-चढ़ कर ढिंढोरा पीटती है। लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के मामले में राज्य का रिकार्ड लगातार खराब होता जा रहा है।


हरियाणा में महिला सुरक्षा की क्या हालत है, यह हाल की घटनाओं से पता चल रहा है। पिछले दिनों रेवाड़ी जिले की गोठड़ा टप्पा डहीना गांव की 83 छात्राएं धरने पर बैठ गई थीं। इनमें से 13 भूख हड़ताल पर थीं। उनकी मांग थी कि दसवीं तक के उनके स्कूल को 12वीं तक अपग्रेड किया जाए। लड़कियां आठ दिन धरने पर बैठी रहीं। मीडिया में खबरें आने और स्थानीय लोगों के दबाव के बाद सरकार ने आखिरकार उनकी मांगें मानीं और गोठड़ा टप्पा डहीना गांव के स्कूल को अपग्रेड करने का आश्वासन दे दिया। धरने के दौरान कई लड़कियों की हालत बिगड़ने लगी थी। लेकिन पिछले आठ दिनों से खट्टर सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही थी। आखिरकार, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया में उनके संघर्ष की खबरों के बाद दबाव बढ़ा और सरकार को झुकना पड़ा।

धरने और भूख हड़ताल पर बैठी लड़कियों के मुताबिक गांव का स्कूल बारहवीं तक नहीं था। दसवीं के बाद उन्हें आगे पढ़ने के लिए तीन किलोमीटर दूर कंवाली गांव जाना पड़ता था । लेकिन रास्ते में मनचले उन पर फब्तियां कसते थे। उनके साथ छेड़खानी करते थे। उनकी चुन्नियां खींच लेते थे। एक छात्रा ने कहा कि मीडिया के सामने बोलने की एक सीमा होती है । हम बता नहीं सकते कि हमारे लिए वे क्या-क्या जुमले उछालते थे। परेशान होकर घर वाले हमारी पढ़ाई छुड़ाने के लिए तैयार बैठे थे। पुलिस से भी शिकायत की गई लेकिन दस-बारह दिनों की गश्त के बाद वह भी ढीली पड़ गई और कंवाली के स्कूल आती-जाती लड़कियों पर मनचलों का कहर फिर टूट पड़ा। परेशान होकर लड़कियों ने धरने और भूख हड़ताल का रास्ता अपनाया। इस बीच तमाम सरकारी अधिकारी आकर उन्हें फुसलाने की कोशिश करने लगे लेकिन लड़कियां सरकार से पक्का और लिखित आश्वासन चाहती थीं। छात्राओं के मजबूत इरादों और स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए खट्टर प्रशासन को स्कूल अपग्रेड करने का लिखित भरोसा देना पड़ा।

हरियाणा सरकार वैसे तो ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ से लेकर ‘बेटी संग सेल्फी’ जैसे कार्यक्रमों का बढ़-चढ़ कर ढिंढोरा पीटती है। लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के मामले में राज्य का रिकार्ड लगातार खराब होता जा रहा है। छेड़खानी, दहेज हत्याओं और बलात्कार की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। मीडिया में रह-रह कर आ रही ऐसी खबरें खट्टर प्रशासन के समृद्ध और सुरक्षित हरियाणा के नारों की पोल खोल रही हैं।  

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