GST से जुड़े 34 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में जेल जा चुका 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' का डायरेक्टर

Written by Sabrangindia Staff | Published on: December 29, 2018
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पर बनी राजनीतिक फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. इसके साथ ही विवाद भी शुरु हो गया है. वहीं कांग्रेस नेताओं ने इसे भाजपा का दुष्प्रचार करार दिया है. कांग्रेस के मुताबिक भाजपा फिल्म को राजनीतिक हथियार बना रही है. 



इस फिल्म का निर्देशन विजय रत्नाकर गुट्टे के द्वारा किया गया है जिन्हें इसी साल (2018) अगस्त के महीने में जीएसटी में 34 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था.  

गुट्टे पर  आरोप था कि उन्होंने माल और सेवा कर (GST) से जुड़े 34 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है. इस आरोप में उन्हें GST इंटेलिजेंस ने मुंबई से गिरफ्तार भी किया था. 

जिसके बाद मुंबई की एक अदालत ने गुट्टे को 14 अगस्त तक ऑर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. गुट्टे को CGST अधिनियम की धारा 132 (1) (सी) के तहत अदालत ने जेल भेजा गया था.

गुट्टे पर आरोप था कि उन्होंने होरायजन नाम की कंपनी को उनकी कंपनी वीआरजी डिजिटल ने एनीमेशन और सर्विस के लिए 266 करोड़ रुपए दिए थे. इस पर फर्जी दस्तावेज देकर 34 करोड़ रुपए जीएसटी क्रेडिट हासिल करने की कोशिश की गई थी.

होरायजन कंपनी के खिलाफ पहले से 170 करोड़ के फर्जी जीएसटी बिल का मामला चल रहा है. क्लाइयंट को फर्जी जीएसटी बिल देकर कंपनी करोड़ों का घोटाला करती थी.

गुट्टे के खिलाफ सेक्शन 132(1) (C) के तहत मामला दर्ज हुआ. जिसके नियमों के मुताबिक 5 करोड़ से ज्यादा रकम गलत तरीके से लेने पर दोषी को जुर्माना और 5 साल की सजा होती है.

गुट्टे को 15 अगस्त 2018 को जमानत मिल गई थी. उन्होंने फिल्म के ट्रेलर रिलीज कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी दिखाई.

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