कर्नाटक में बीजेपी के एक विधायक ने विवादित बयान दिया है। विधायक जी का कहना है कि अगर वह गृहमंत्री होते तो 'बुद्धिजीवियों' को गोली मारने का आदेश दे देते। बसानगौड़ा पाटिल यतनाल विजयपुर से विधायक हैं। उन्होंने 'उदारवादियों' और बुद्धजीवियों को 'राष्ट्रद्रोही' भी करार दिया है।
दरअसल गुरुवार को कारगिल विजय दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित कियागया था। इस कार्यक्रम में सिरकत करते पाटिल यतनाल ने कहा कि ये बुद्धिजीवी देश की सारी सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं जिसके लिये हम टैक्स देते हैं। उसके बाद ये सब भारतीय सेना के खिलाफ नारेबाजी करते हैं। बीजेपी विधायक ने कहा कि देश को इस समय बुद्धिजीवियों और धर्मनिरपेक्षों से सबसे ज्यादा खतरा है।
यह पहला मौका नहीं है जब बसानगौड़ा पाटिल यतनाल ने विवादित बयान दिया हो। इससे भी पहले एक विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा पार्षदों से अपील करते हुये कहा था कि वह मुस्लिमों की मदद न करें। पाटिल दो बार बीजेपी विधायक, बीजपुर से एक बार सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।
साल 2010 में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी और जनता दल सेक्युलर में शामिल हो गये। एक साल बाद उन्होंने जेडीएस से भी नाता तोड़ लिया और निर्दलीय विधायक बन गये। साल 2013 में उन्होंने फिर से बीजेपी में वापसी की।
दरअसल गुरुवार को कारगिल विजय दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित कियागया था। इस कार्यक्रम में सिरकत करते पाटिल यतनाल ने कहा कि ये बुद्धिजीवी देश की सारी सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं जिसके लिये हम टैक्स देते हैं। उसके बाद ये सब भारतीय सेना के खिलाफ नारेबाजी करते हैं। बीजेपी विधायक ने कहा कि देश को इस समय बुद्धिजीवियों और धर्मनिरपेक्षों से सबसे ज्यादा खतरा है।
यह पहला मौका नहीं है जब बसानगौड़ा पाटिल यतनाल ने विवादित बयान दिया हो। इससे भी पहले एक विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा पार्षदों से अपील करते हुये कहा था कि वह मुस्लिमों की मदद न करें। पाटिल दो बार बीजेपी विधायक, बीजपुर से एक बार सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।
साल 2010 में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी और जनता दल सेक्युलर में शामिल हो गये। एक साल बाद उन्होंने जेडीएस से भी नाता तोड़ लिया और निर्दलीय विधायक बन गये। साल 2013 में उन्होंने फिर से बीजेपी में वापसी की।