नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शनकारियों को इस बात का खौफ है कि नागरिकता कानून लागू होने के बाद NRC के जरिए नागरिकता साबित न कर पाने वाले मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर भेज दिया जाएगा. लेकिन, दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रैली को संबोधित करते हुए इस बात का खंडन किया कि किसी को डिटेंशन सेंटर भेजा जाएगा.
पीएम मोदी सिर्फ यही नहीं बोले उन्होंने यह भी दावा कर दिया कि हिंदुस्तान में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि जब देश में कहीं डिटेंशन सेंटर ही नहीं तो किसी को कैसे भेजा जाएगा. लेकिन पीएम मोदी का यह दावा अब झूठा साबित हो रहा है. खुद संसद में मोदी सरकार बता चुकी है कि देश में न सिर्फ कई डिटेंशन सेंटर हैं बल्कि उनमें हजारों लोगों को कैद रखा गया है.
कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से कई खबरों को ट्वीट कर बताया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने डिटेंशन सेंटर से जुड़े जवाब दिए हैं. संसद के पिछले सत्र में ही राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस ने शांतनु सेन की तरफ से सवाल किया गया था कि देश में कितने डिटेंशन सेंटर हैं. इस सवाल के लिखित जवाब में मंत्री नित्यानंद राय ने बताया था कि असम सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 22 नवंबर 2019 तक असम में डिटेंशन सेंटर हैं और इममें 22,988 लोग रह रहे हैं.
जुलाई 2019 में बजट सत्र के दौरान भी कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने डिटेंशन सेंटर के बारे में जानकारी मांगी थी. शशि थरूर ने पूछा था कि असम में संदेहास्पद मतदाताओं और विदेशियों को रखने कि लिए कितने डिटेंशन सेंटर हैं? सरकार की तरफ से सवाल के जवाब में बताया गया था कि असम में घोषित विदेशियों को रखने के लिए कुल 6 डिटेंशन सेंटर हैं. और 25 जून 2019 तक यहां 1133 लोगों को डिटेन किया गया है.
पीएम मोदी सिर्फ यही नहीं बोले उन्होंने यह भी दावा कर दिया कि हिंदुस्तान में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि जब देश में कहीं डिटेंशन सेंटर ही नहीं तो किसी को कैसे भेजा जाएगा. लेकिन पीएम मोदी का यह दावा अब झूठा साबित हो रहा है. खुद संसद में मोदी सरकार बता चुकी है कि देश में न सिर्फ कई डिटेंशन सेंटर हैं बल्कि उनमें हजारों लोगों को कैद रखा गया है.
कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से कई खबरों को ट्वीट कर बताया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने डिटेंशन सेंटर से जुड़े जवाब दिए हैं. संसद के पिछले सत्र में ही राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस ने शांतनु सेन की तरफ से सवाल किया गया था कि देश में कितने डिटेंशन सेंटर हैं. इस सवाल के लिखित जवाब में मंत्री नित्यानंद राय ने बताया था कि असम सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 22 नवंबर 2019 तक असम में डिटेंशन सेंटर हैं और इममें 22,988 लोग रह रहे हैं.
जुलाई 2019 में बजट सत्र के दौरान भी कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने डिटेंशन सेंटर के बारे में जानकारी मांगी थी. शशि थरूर ने पूछा था कि असम में संदेहास्पद मतदाताओं और विदेशियों को रखने कि लिए कितने डिटेंशन सेंटर हैं? सरकार की तरफ से सवाल के जवाब में बताया गया था कि असम में घोषित विदेशियों को रखने के लिए कुल 6 डिटेंशन सेंटर हैं. और 25 जून 2019 तक यहां 1133 लोगों को डिटेन किया गया है.