भीड़ ने अपमानजनक शब्दों और महिलाओं को अपमानित करने वाले बेहद आपत्तिजनक गाने भी बजाए, जबकि कुछ लोग मुस्लिम समुदाय को धमकाने और इलाके की शांति और सद्भाव को खतरे में डालने के लिए हवा में तलवारें लहराते देखे गए।
साभार : द ऑब्जर्वर पोस्ट
बिहार के भागलपुर में मूर्ति विसर्जन समारोह के दौरान सांप्रदायिक तनाव उस समय भड़क गया जब 2 नवंबर को हथियारों से लैस हिंदुत्ववादी भीड़ ने इमामबाड़े को निशाना बनाया। भीड़ सड़क पर रुकी और एक व्यक्ति दीवार पर चढ़कर भगवा झंडा लहराने लगा, जबकि कुछ अन्य कट्टर हिंदूवादी लोग पवित्र इमारत के पास इजराइली झंडे लगाते देखे गए।
भीड़ ने अपमानजनक शब्दों और महिलाओं को अपमानित करने वाले बेहद आपत्तिजनक गाने भी बजाए, जबकि कुछ लोग मुस्लिम समुदाय को धमकाने और इलाके की शांति और सद्भाव को खतरे में डालने के लिए हवा में तलवारें लहराते देखे गए।
वायरल वीडियो में तेज आवाज वाले डीजे पर बजाए जाने वाले अपमानजनक गानों को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने भीड़ के ऐसे कृत्य की आलोचना की, जिसका उद्देश्य जानबूझकर हिंसा और सांप्रदायिक दंगे भड़काना था।
कुछ यूजर्स ने इस घृणित घटना के समय मौके पर पुलिस की मौजूदगी पर भी सवाल खड़े किए हैं।
एक अन्य यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा, "मूर्ति विसर्जन के दौरान, दंगाइयों ने पुलिस की मौजूदगी में इमामबाड़ा में मस्जिद के गेट पर भगवा झंडा लगाया, उसी वीडियो को अश्लील संगीत के साथ एडिट करके इंस्टाग्राम पर साझा किया गया।"
इस घटना के बाद लोगों ने दंगों को भड़काने और मुस्लिम समुदाय के जान-माल को नुकसान पहुंचाने के खतरनाक इरादों के साथ एक पवित्र मुस्लिम धार्मिक क्षेत्र का अपमान करने के इस अमानवीय कृत्य की निंदा की।
पुलिस विभाग ने बताया कि, "भागलपुर पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो प्राप्त हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति को लालमटिया पुलिस स्टेशन के पास एक धार्मिक स्थल पर झंडा फहराते हुए देखा जा सकता है।" उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि मुस्लिम समाज के धर्म स्थलों के बाहर अभद्र संगीत बजाना या उनकी इमारत पर भगवा झंडा लगाने का देशभर में मामला सामने आया है।
इस साल जनवरी महीने में उत्तर प्रदेश के आगरा में एक मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने का मामला सामने आया था इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें कुछ युवकों को मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा लगाते हुए दिखाया गया। ये पूरा मामला ताजगंज क्षेत्र के बिल्लोचपुरा शाही मस्जिद का था। वायरल हुए वीडियो में 5 युवक मस्जिद के छज्जे पर भगवा झंडा फहराते हुए दिखे। आसपास काफी भीड़ थी।
बता दें कि पिछले महीने यूपी के बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा हुई थी। समाजवादी पार्टी ने एक वीडियो शेयर करके दावा किया था कि राम गोपाल ने एक मुस्लिम परिवार के घर में घुसकर छत पर लगे झंडे को गिराया। इसके बाद भगवा झंडा फहराया इसकी वजह से बवाल बढ़ा। इसमें गोली लगने से 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी।
साभार : द ऑब्जर्वर पोस्ट
बिहार के भागलपुर में मूर्ति विसर्जन समारोह के दौरान सांप्रदायिक तनाव उस समय भड़क गया जब 2 नवंबर को हथियारों से लैस हिंदुत्ववादी भीड़ ने इमामबाड़े को निशाना बनाया। भीड़ सड़क पर रुकी और एक व्यक्ति दीवार पर चढ़कर भगवा झंडा लहराने लगा, जबकि कुछ अन्य कट्टर हिंदूवादी लोग पवित्र इमारत के पास इजराइली झंडे लगाते देखे गए।
भीड़ ने अपमानजनक शब्दों और महिलाओं को अपमानित करने वाले बेहद आपत्तिजनक गाने भी बजाए, जबकि कुछ लोग मुस्लिम समुदाय को धमकाने और इलाके की शांति और सद्भाव को खतरे में डालने के लिए हवा में तलवारें लहराते देखे गए।
वायरल वीडियो में तेज आवाज वाले डीजे पर बजाए जाने वाले अपमानजनक गानों को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने भीड़ के ऐसे कृत्य की आलोचना की, जिसका उद्देश्य जानबूझकर हिंसा और सांप्रदायिक दंगे भड़काना था।
कुछ यूजर्स ने इस घृणित घटना के समय मौके पर पुलिस की मौजूदगी पर भी सवाल खड़े किए हैं।
एक अन्य यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा, "मूर्ति विसर्जन के दौरान, दंगाइयों ने पुलिस की मौजूदगी में इमामबाड़ा में मस्जिद के गेट पर भगवा झंडा लगाया, उसी वीडियो को अश्लील संगीत के साथ एडिट करके इंस्टाग्राम पर साझा किया गया।"
इस घटना के बाद लोगों ने दंगों को भड़काने और मुस्लिम समुदाय के जान-माल को नुकसान पहुंचाने के खतरनाक इरादों के साथ एक पवित्र मुस्लिम धार्मिक क्षेत्र का अपमान करने के इस अमानवीय कृत्य की निंदा की।
पुलिस विभाग ने बताया कि, "भागलपुर पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो प्राप्त हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति को लालमटिया पुलिस स्टेशन के पास एक धार्मिक स्थल पर झंडा फहराते हुए देखा जा सकता है।" उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि मुस्लिम समाज के धर्म स्थलों के बाहर अभद्र संगीत बजाना या उनकी इमारत पर भगवा झंडा लगाने का देशभर में मामला सामने आया है।
इस साल जनवरी महीने में उत्तर प्रदेश के आगरा में एक मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने का मामला सामने आया था इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें कुछ युवकों को मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा लगाते हुए दिखाया गया। ये पूरा मामला ताजगंज क्षेत्र के बिल्लोचपुरा शाही मस्जिद का था। वायरल हुए वीडियो में 5 युवक मस्जिद के छज्जे पर भगवा झंडा फहराते हुए दिखे। आसपास काफी भीड़ थी।
बता दें कि पिछले महीने यूपी के बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा हुई थी। समाजवादी पार्टी ने एक वीडियो शेयर करके दावा किया था कि राम गोपाल ने एक मुस्लिम परिवार के घर में घुसकर छत पर लगे झंडे को गिराया। इसके बाद भगवा झंडा फहराया इसकी वजह से बवाल बढ़ा। इसमें गोली लगने से 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी।