पूरे प्रदेश में एक विशेष समुदाय और धार्मिक स्थलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की घटनाएँ बढ़ गई हैं। हिंदूवादी संगठनों ने रैली निकाली और इस दौरान नफरत भरे नारे लगाए गए।
हाल ही में हिमाचल प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है। इस संदर्भ में, पूरे प्रदेश में एक विशेष समुदाय और धार्मिक स्थलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की घटनाएँ बढ़ गई हैं। हिंदूवादी संगठनों ने रैली निकाली और इस दौरान नफरत भरे नारे लगाए गए।
घटना कांगड़ा जिले के पालमपुर की है, जहां रैली के दौरान हिंदुत्ववादी संगठनों के समर्थकों ने मुस्लिम दुकानों में तोड़फोड़ की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हेट डिटेक्टर ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें हिंदुत्ववादी संगठनों के सदस्य पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में मुस्लिम दुकानों में तोड़फोड़ करते देखे गए हैं। सबरंग इंडिया ने इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है।
हिमाचल प्रदेश के संजौली इलाके में स्थित मस्जिद के खिलाफ पिछले हफ्ते हिंदू संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम और हिंदू एकता जिंदाबाद के नारों के बीच मस्जिद को गिराने की मांग की। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गई थी। संजौली में मस्जिद के खिलाफ वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) द्वारा आह्वान किया गया था, जिससे स्थानीय लोग चिंतित हैं।
प्रदर्शन के दौरान एक हिंदू संगठन के सदस्यों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें एक महिला समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। संजौली इलाके में मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन के बाद हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने कई घंटों तक विरोध किया। प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर बढ़ते हुए पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़े। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और लाठीचार्ज किया।
यह विवाद मलयाना इलाके में एक व्यापारी और मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के बीच विवाद के बाद शुरू हुआ था। एक व्यापारी पर हमले के बाद पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी।
इस महीने की शुरुआत में प्रदर्शनकारियों ने संजौली इलाके में स्थित मस्जिद को गिराने की मांग की और हिंदुओं की एकता का आह्वान करते हुए नारे लगाए। उन्होंने मस्जिद के पास भजन भी गाए और मुसलमानों को अपनी संपत्तियां न बेचने या किराए पर न देने की सलाह दी। रिपोर्टों के अनुसार, ऐसा करने पर उनके बहिष्कार की धमकी दी गई।
प्रदर्शनकारियों ने शिमला में अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित प्रवासियों की बढ़ती संख्या पर भी आपत्ति जताई और इन प्रवासियों के पुलिस सत्यापन और पंजीकरण की मांग की।
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हाल ही में हिमाचल प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है। इस संदर्भ में, पूरे प्रदेश में एक विशेष समुदाय और धार्मिक स्थलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की घटनाएँ बढ़ गई हैं। हिंदूवादी संगठनों ने रैली निकाली और इस दौरान नफरत भरे नारे लगाए गए।
घटना कांगड़ा जिले के पालमपुर की है, जहां रैली के दौरान हिंदुत्ववादी संगठनों के समर्थकों ने मुस्लिम दुकानों में तोड़फोड़ की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हेट डिटेक्टर ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें हिंदुत्ववादी संगठनों के सदस्य पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में मुस्लिम दुकानों में तोड़फोड़ करते देखे गए हैं। सबरंग इंडिया ने इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है।
हिमाचल प्रदेश के संजौली इलाके में स्थित मस्जिद के खिलाफ पिछले हफ्ते हिंदू संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम और हिंदू एकता जिंदाबाद के नारों के बीच मस्जिद को गिराने की मांग की। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गई थी। संजौली में मस्जिद के खिलाफ वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) द्वारा आह्वान किया गया था, जिससे स्थानीय लोग चिंतित हैं।
प्रदर्शन के दौरान एक हिंदू संगठन के सदस्यों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें एक महिला समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। संजौली इलाके में मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन के बाद हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने कई घंटों तक विरोध किया। प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर बढ़ते हुए पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़े। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और लाठीचार्ज किया।
यह विवाद मलयाना इलाके में एक व्यापारी और मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के बीच विवाद के बाद शुरू हुआ था। एक व्यापारी पर हमले के बाद पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी।
इस महीने की शुरुआत में प्रदर्शनकारियों ने संजौली इलाके में स्थित मस्जिद को गिराने की मांग की और हिंदुओं की एकता का आह्वान करते हुए नारे लगाए। उन्होंने मस्जिद के पास भजन भी गाए और मुसलमानों को अपनी संपत्तियां न बेचने या किराए पर न देने की सलाह दी। रिपोर्टों के अनुसार, ऐसा करने पर उनके बहिष्कार की धमकी दी गई।
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