महाराष्ट्र: शौर्य पथ संचालन कार्यक्रम में शंकर गायकर ने मुस्लिम विरोधी बयान दिये

Written by Sabrangindia Staff | Published on: January 18, 2023
गायकर छत्रपति शिवाजी और औरंगजेब के इतिहास का उपयोग दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने और वैमनस्य पैदा करने के लिए करते हैं


 
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता शंकर गायकर को मुस्लिम विरोधी जहर उगलते हुए सुना जा सकता है। उक्त भाषण गायकर द्वारा महाराष्ट्र के बोईसर में आयोजित एक शौर्य पथ संचलन कार्यक्रम में दिया गया था। भाषण, जिसका लिंक नीचे संलग्न है, भारत के अतीत के मुगल और मराठा नेताओं के कई संदर्भ देता है, जिन्हें वक्ता ने सांप्रदायिक और विभाजनकारी स्पर्श देकर प्रस्तुत किया है। कई मौकों पर वक्ता ने गलत तरीके से इस्लाम के इतिहास को पेश किया है और उसके बारे में नफरत भरे बयान दिए हैं।
 
भाषण:
 
वीडियो की शुरुआत में गायकर ने कहा कि “मिलिट्री और पुलिस ने कहा है कि आप डंडा हाथ में मत लेके चलो, मैं उनको कहना चाहता हूं- ये बजरंग दल का डंडा है। ये समाज के सुरक्षा का डंडा है मेरे पुलिस भाई को मैं कहना चाहता हूं।  
 
अन्य चरमपंथी हिंदुत्ववादी संगठनों के उदाहरण के बाद, गायकर लोगों को हिंसा में लिप्त होने के लिए उकसाते हैं, और कहते हैं, “ये डंडा उसके ऊपर ही प्रहार करेगा जो राष्ट्र के विरुद्ध काम करेगा, भारत माता को अपमानित करेगा, भारत माता के सीने पर तलवार, चाकू चलाएगा। ये डंडा उस काम में आएगा।  
 
वक्ता आगे कहता है, “और आप को मैं कहना चाहता हूं, पुलिस हमारी दुश्मन नहीं है। जिस पुलिस के द्वारा हमारी सुरक्षा होती है, और जब समय आता है तो बजरंग दल भी अपना शौर्य नहीं दिखाता, उनके साथ सेवा का काम करता है। उनके साथ कंधे से कंधा लड़ाता है और भारत माता और समाज की सेवा करता है।  
 
इसके बाद वीडियो उनके सांप्रदायिक बयान से शुरू होता है, जहां गायकर को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “किसी में इतनी ताकत नहीं हिंदुओं की बेटी उठाकर ले जाए। क्रुरता उनके खून में बसी है ये ध्यान में रखो। हिंदू कभी क्रूर नहीं होता, हिंदू हर समय शूर होता है, वो सामने से लड़ता है।”
 
फिर वह मुस्लिम समुदाय पर अपना हमला शुरू करते हैं और कहते हैं, “और ये परंपरा आज की नहीं है। ये क्रूरता की परंपरा हज़ारों साल से है। वो अपने गिरबां में देखें और अपने लोगो को सुधारें जो हमें भगाने की कोशिश करते हैं। हमें मिटने की सौगंध खाते हैं।”
 
इस्लामिक इतिहास को सामने लाते हुए, गायकर ने यह कहकर गलत सूचना फैलाने का प्रयास किया, “अरे पहले ये कातिल हमले अपने आप को संभालने पड़ेंगे। 'जिसने हुसैन को मारा', 'जिसने सकीना को मारा', 'जिसने फातिमा को मारा', नबी के परिवार को खत्म कर दिया, उन "मुल्लों" (मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अपमानजनक शब्द) को मैं कहना चाहता हूं अपने धर्म के अंदर सुधार करो।”
 
यह दावा करते हुए कि उनका उद्देश्य किसी भी संस्कृति के खिलाफ बोलना नहीं है, वह यह कहकर मुस्लिम संस्कृति पर अपने हमलों को जारी रखते हैं, "मेरी सकीना को पीटा गया। कुरान पढिये। मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं बोलता हूं। कोई 20 टुकड़े किए, कोई 100 टुकड़े किए, ये तुम्हारी परंपरा है। ये नबी का आदेश नहीं है।”
 
इसके बाद वह आगे मुसलमानों को खराब छवि में दिखाने का प्रयास करते हैं, और कहते हैं, “आज इसीलिये मैंने कहा, जो नबी के परिवार के थे, अल्लाह ताला के परिवार के…सकीना को 4 साल तक एक बेटी को खींच खींच कर मारा गया। पत्थर से मारा गया, चाकू से नोचा गया। हुसैन का सर उसकी झोली में डाल दिया गया।”  
 
“ऐसी क्रूरता का इतिहास, इसी पीढ़ी का औरंगजेब था, इसी पीढ़ी का ये चंगेज खान है। इसलिए हम सबके ध्यान में रखने की आवश्यकता है।”
 
फिर, श्रोताओं को भड़काने और उनमें से उठने के उद्देश्य से, गायकर कहते हैं, “जो 27 साल यहां पर जिसके आतंक मचाया, जिसको लगा छत्रपति शिवाजी महाराज अभी यहां रहे नहीं। मैं महाराजाओं को काबिज कर दूंगा, महाराष्ट्र के ऊपर राज करूंगा। ऐसी सौगंध खा कर, एक नामर्द औरंगजेब यहां आया, उसकी कबर मेरे 32 साल के तन्हा ने यहां खोद दी।”
 
“काल के कगार पर हाथ डाल कर हमने अपना इतिहास खड़ा किया है। ये ध्यान में रखो।”
 
मराठों के इतिहास की चर्चा करते हुए वक्ता कहते हैं, “शरीर की बोटी बोटी हो गई, आंखें निकली गईं पैर तोड़े गए, लेकिन मेरा शंभु महाराज झुका नहीं। ये धरमवीर है ध्यान में रखो।”
 
अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी को जारी रखते हुए, वक्ता ने फिर कहा, “जो कहता है ना ये धर्मवीर नहीं है, अरे इनके घर के अंदर, इनके खानदान में ये राष्ट्रवादी के खानदान में, आज तक एक कुत्ता भी देश के लिए मरा नहीं। सारे “हिजड़े” (भारत में ट्रांसजेंडर लोगों का एक समुदाय), राजा के बारे में बात करते हैं।”
 
फिर सांप्रदायिक रंग देते हुए गायकर कहते हैं, “एक पैर ज़मीन में है, दूसरा पैर कब्र में है। राष्ट्रीय पुरुष को गाली देते हैं। राष्ट्र गुरु को तोलते हैं। मुंब्रा का वो निजामुद्दीन, वैश्या की औलाद, (भीड़ तालियां मारती है) मेरे युवराज को गाली देती है।” 
 
“आखिरी दम तक, ये इस मिट्टी के लिए, इस भूमि के लिए, इस राष्ट्र के लिए, इस्स महाराष्ट्र के लिए, आपके और मेरे लिए जिसने अपना सर्वसु बलिदान किया, क्या दिया तूने?” 
 
“मैं आप सबको पूछना चाहता हूं कि, अपना जीवन क्यूं जीते हो, इसको तय करो। जिंदगी है जिंदा दिल का नाम और मुर्दे नहीं जीते।”

 
वह यह कहते हुए अपने नफरत भरे भाषण को समाप्त करते हैं, “जब जब ये देश, जब जब ये माटी, हिंदू परिवार, ये राष्ट्र खतरे में आएगा, तो पहले अपनी बली चढ़ा देना।” 
 
(भीड़ जय श्रीराम के नारे लगाती है)

वीडियो यहां देखा जा सकता है:


 
विवादों का पिछला उदाहरण
 
साल 2017 में शंकर गायकर ने सुरक्षा बलों में कश्मीरी मुस्लिम युवकों की भर्ती पर रोक लगाने की मांग कर विवाद खड़ा कर दिया था। गायकर ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों से हथियार और गोला-बारूद की चोरी की घटनाएं हुई हैं। उनके मुताबिक इन हथियारों का इस्तेमाल हमारी ही सेना के खिलाफ किया गया था। इसलिए, उन्होंने मांग की कि कश्मीर से मुस्लिम युवकों की भर्ती बंद होनी चाहिए। गायकर ने कई अन्य विवादास्पद बयान दिए और यहां तक मांग की कि घाटी में मुसलमानों को दी जाने वाली शैक्षिक और अन्य सुविधाएं बंद की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी आग्रह किया था कि पर्यटन स्थलों में कश्मीरी मुसलमानों के स्वामित्व वाली दुकानों / व्यवसायों को बंद कर दिया जाए। 

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