शिवमोगा. बजरंग दल के सदस्य हर्ष जिंगडे की कथित हत्या के आरोप में 10 लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद कर्नाटक के शिवमोग्गा में सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है। दक्षिणपंथी तत्व अपनी "न्याय की मांग" में, लोगों को हर्ष और उसकी बहन अश्विनी की इच्छा के विरुद्ध मुस्लिम व्यवसायों का बहिष्कार करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
1 मार्च, 2022 को पत्रकार इमरान ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें अश्विनी लोगों के एक समूह से घिरी नजर आती हैं। ये लोग मुस्लिमों के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बहिष्कार करने का संकल्प लेते नजर आते हैं। अश्विनी के बगल में खड़ा आदमी उसका हाथ खींचने की कोशिश करता है और उसे शपथ में शामिल करता है। हालांकि, वह अपना हाथ वापस खींच लेती है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, 10 लोगों - अब्दुल रोशन, जफर सादिक, फिरोज पाशा, अब्दुल खादर, मोहम्मद काशिफ, सैयद नदीम, अफसिफुल्ला खान, रिहान, निहान और अब्दुल अफनान को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों को उम्मीद थी कि इससे तनाव शांत होगा। हालांकि, चरमपंथी तत्व हर्ष के लिए न्याय की मांग करना जारी रखे हैं और हत्या के लिए हिजाब विवाद को कारण बता रहे हैं। पुलिस पहले ही इस बात को क्लियर कर चुकी थी कि हर्ष की मौत का स्कूलों के हिजाब विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि स्थिति शांतिपूर्ण बनी रहे, जिला प्रशासन ने शिवमोग्गा में निषेधाज्ञा 28 फरवरी तक बढ़ा दी।
जिंगडे की मृत्यु के बाद, और यहां तक कि उनके अंतिम संस्कार के दौरान, पूरे शहर से व्यापक हिंसा और दंगों की खबरें आई थीं। नागरिक, फोटो पत्रकार घायल हो गए और सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा दी गई। मुस्लिम रिहायशी इलाकों में पथराव हुआ।
इस सारी अराजकता में, यह हर्ष की बहन है जिसने बार-बार लोगों से शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा है। TV9 कन्नड़ के अनुसार, उन्होंने 25 फरवरी को लोगों से यह कहकर अपील की, "मैं आपसे शांति बनाए रखने की भीख मांगती हूं। अपने घर के बारे में सोचो। शांत रहो। हर्ष देश के लिए शहीद हुए हैं। हिंदू और मुसलमान सभी इंसान हैं। इससे सभी को दर्द होता है, सभी का खून बहता है।"
इससे पहले, उन्होंने 22 फरवरी के आसपास सांप्रदायिक सद्भाव की यही भावना व्यक्त की थी। उन्होंने सार्वजनिक रूप से लोगों से हिंसक व्यवहार में शामिल न होने का अनुरोध किया। स्थानीय समाचार चैनलों से बात करते हुए उसने कहा, “हिंदू, हिंदुत्व का नारा लगाते हुए, मेरा भाई इस स्तर पर गिर गया। कृप्या एक बार जरूर देखें। मैं अपने सभी भाइयों से हाथ जोड़कर विनती करती हूं, मैं हिंदुओं और मुसलमानों से भी पूछती हूं, अपने माता-पिता के लिए एक अच्छे बच्चे बनो। ऐसा मत करो।"
इसी दौरान भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या हर्ष के परिवार से मिलने पहुंचे। इसे "आतंक" का कार्य बताते हुए, उन्होंने मुख्यमंत्री से यूएपीए अधिनियम के तहत आरोपियों पर मुकदमा चलाने का आग्रह किया, हालांकि पुलिस ने मीडिया को बताया था कि मामला एक व्यक्तिगत मुद्दे से जुड़ा था।
तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट किया था, आज शिवमोग्गा में शहीद हर्ष के परिवार से मिला, भाजयुमो की ओर से संवेदना व्यक्त की और आर्थिक सहायता प्रदान की। यह हत्या नहीं है। यह आतंक की हरकत है।
हर्ष एक दर्जी था और बजरंग दल और विहिप की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था। डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, उसने कथित तौर पर मौखिक रूप से दूसरे धर्म को गाली देते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट डाली। उसके खिलाफ डोड्डापेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई और उसे कथित तौर पर धमकी भरे फोन आए। स्थानीय मीडिया का कहना है कि आरोपी ने एक कार में पीड़ित का पीछा किया और उस पर हथियारों से हमला किया।
1 मार्च, 2022 को पत्रकार इमरान ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें अश्विनी लोगों के एक समूह से घिरी नजर आती हैं। ये लोग मुस्लिमों के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बहिष्कार करने का संकल्प लेते नजर आते हैं। अश्विनी के बगल में खड़ा आदमी उसका हाथ खींचने की कोशिश करता है और उसे शपथ में शामिल करता है। हालांकि, वह अपना हाथ वापस खींच लेती है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, 10 लोगों - अब्दुल रोशन, जफर सादिक, फिरोज पाशा, अब्दुल खादर, मोहम्मद काशिफ, सैयद नदीम, अफसिफुल्ला खान, रिहान, निहान और अब्दुल अफनान को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों को उम्मीद थी कि इससे तनाव शांत होगा। हालांकि, चरमपंथी तत्व हर्ष के लिए न्याय की मांग करना जारी रखे हैं और हत्या के लिए हिजाब विवाद को कारण बता रहे हैं। पुलिस पहले ही इस बात को क्लियर कर चुकी थी कि हर्ष की मौत का स्कूलों के हिजाब विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि स्थिति शांतिपूर्ण बनी रहे, जिला प्रशासन ने शिवमोग्गा में निषेधाज्ञा 28 फरवरी तक बढ़ा दी।
जिंगडे की मृत्यु के बाद, और यहां तक कि उनके अंतिम संस्कार के दौरान, पूरे शहर से व्यापक हिंसा और दंगों की खबरें आई थीं। नागरिक, फोटो पत्रकार घायल हो गए और सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा दी गई। मुस्लिम रिहायशी इलाकों में पथराव हुआ।
इस सारी अराजकता में, यह हर्ष की बहन है जिसने बार-बार लोगों से शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा है। TV9 कन्नड़ के अनुसार, उन्होंने 25 फरवरी को लोगों से यह कहकर अपील की, "मैं आपसे शांति बनाए रखने की भीख मांगती हूं। अपने घर के बारे में सोचो। शांत रहो। हर्ष देश के लिए शहीद हुए हैं। हिंदू और मुसलमान सभी इंसान हैं। इससे सभी को दर्द होता है, सभी का खून बहता है।"
इससे पहले, उन्होंने 22 फरवरी के आसपास सांप्रदायिक सद्भाव की यही भावना व्यक्त की थी। उन्होंने सार्वजनिक रूप से लोगों से हिंसक व्यवहार में शामिल न होने का अनुरोध किया। स्थानीय समाचार चैनलों से बात करते हुए उसने कहा, “हिंदू, हिंदुत्व का नारा लगाते हुए, मेरा भाई इस स्तर पर गिर गया। कृप्या एक बार जरूर देखें। मैं अपने सभी भाइयों से हाथ जोड़कर विनती करती हूं, मैं हिंदुओं और मुसलमानों से भी पूछती हूं, अपने माता-पिता के लिए एक अच्छे बच्चे बनो। ऐसा मत करो।"
इसी दौरान भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या हर्ष के परिवार से मिलने पहुंचे। इसे "आतंक" का कार्य बताते हुए, उन्होंने मुख्यमंत्री से यूएपीए अधिनियम के तहत आरोपियों पर मुकदमा चलाने का आग्रह किया, हालांकि पुलिस ने मीडिया को बताया था कि मामला एक व्यक्तिगत मुद्दे से जुड़ा था।
तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट किया था, आज शिवमोग्गा में शहीद हर्ष के परिवार से मिला, भाजयुमो की ओर से संवेदना व्यक्त की और आर्थिक सहायता प्रदान की। यह हत्या नहीं है। यह आतंक की हरकत है।
हर्ष एक दर्जी था और बजरंग दल और विहिप की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था। डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, उसने कथित तौर पर मौखिक रूप से दूसरे धर्म को गाली देते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट डाली। उसके खिलाफ डोड्डापेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई और उसे कथित तौर पर धमकी भरे फोन आए। स्थानीय मीडिया का कहना है कि आरोपी ने एक कार में पीड़ित का पीछा किया और उस पर हथियारों से हमला किया।