केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली में जय श्रीराम व भारत माता की जय के नारे लगाकर सुर्खियों में आए मुस्लिम युवक अहसान राव की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की ओर गनर दिया गया है।
अहसान राव का कहना है कि माँ शाकुम्भरी यूनिवर्सिटी के उद्घाटन में सहारनपुर रैली में नारे लगाने के बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं। इसी को लेकर उन्होंने डीएम और एसएसपी सहारनपुर को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें एक गनर दिया गया है। अहसान राव ने बताया कि उनका परिवार हमेशा से ही राष्ट्र के प्रति समर्पित रहा है। उन्होंने बताया कि नारे लगाने से नाराज कुछ कट्टरपंथी लोग उनसे रंजिश रखने लगे हैं जिसके चलते प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा के मद्देनजर एक गनर दिया गया है।
खास है कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दो दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ की पुवारकां की चुनावी रैली के दौरान एक मुस्लिम युवक जय श्रीराम के नारे लगाकर चर्चाओं में आया था। सहारनपुर पुलिस अधीक्षक (देहात) अतुल शर्मा ने मंगलवार को जानकारी दी है कि बीते दिनों सहारनपुर में आयोजित रैली में अहसान राव नामक शख्स ने कुछ नारेबाजी की थी जिसके बाद उन्हें निरंतर धमकियां मिल रही थीं।
इस संबंध में अहसान राव ने सहारनपुर के डीएम और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखते हुए सुरक्षा देने की मांग की थी। अतुल शर्मा ने बताया कि अहसान राव के आगाह पर जिला प्रशासन ने उन्हें गनर मुहैया कराया है। भाजपा समर्थक माने जाने वाले अहसान राव ने बताया कि उनके द्वारा नारा लगाए जाने से नाराज कुछ कट्टरपंथी उनसे दुश्मनी रखने लगे थे, जिसके कारण उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने एक गनर (बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी) उन्हें दिया है।
उधर अहसान राव का कहना है कि उसने श्रीराम का नारा लगाकर कोई अपराध नहीं किया है। दूसरी ओर, उलेमा ने इस मामले पर आपत्ति जताते हुए युवक से उलेमा के सामने आकर तौबा करने के लिए कहा है।
ग्राम धानवा निवासी अहसान राव के द्वारा पिछले दिनों पुवांरका में आयोजित गृहमंत्री अमित शाह व सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली में जय श्रीराम व भारत माता की जय के नारे लगाए गए थे। इसके बाद वे सुर्खियों में आ गए थे। अहसान राव ने बताया कि उसके बाद से कुछ मुस्लिम लोग धमकियां दे रहे थे। बाद में उनके भाजपा कार्यकर्ता होने की भी बात सामने आई थी। उन्होंने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया था और एसएसपी सहारनपुर को प्रार्थना-पत्र देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी, जिसके चलते जिला प्रशासन ने उसे सुरक्षाकर्मी मुहैया करा दिया है।
मामले का वीडियो वायरल होने के बाद देवबंद के उलेमा मुफ़्ती असद कासमी ने इस पर ऐतराज जताया और इस गलती के लिए अल्लाह से तौबा करने की सलाह दी। उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने साथ ही जय श्रीराम का नारा लगाने वाले युवक को इस्लाम से भी खारिज करने की धमकी दी। इधर बजरंग दल का कहना है कि अहसान को डरने की जरूरत नहीं है वह उसकी मदद के लिए हैं। दूसरी तरफ अहसान राव ने कि हम भगवान श्रीराम के ही वंशज हैं और उनका नाम लेकर नारा लगाना कोई गुनाह नहीं है। अहसान का कहना है कि लोग कुछ भी कहें लेकिन वो अपनी मानसिकता नहीं बदलेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें योगी सरकार का कार्यकाल काफी पसंद आया है और वे आगे भी इसी तरह से बीजेपी को सपोर्ट करते रहेंगे।
अहसान राव का कहना है कि, 'देखिए राम हमारे पूर्वज हैं और राम के वंशज हैं। मुझे जय श्रीराम बोलने में या भारत माता की जय बोलने में कोई आपत्ति नहीं है। जिस मुल्क में हम रह रहे हैं उसकी जय-जयकार करनी चाहिए। उलेमाओं का क्या कहना है उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। राम हमारे वंशज हैं इसमें कोई शक नहीं हैं। मैं राजपूत हूं चौहान हूं इसमें कोई आपत्ति नहीं है.. राम करोड़ों की आस्था है और जय श्रीराम प्रेम का नारा है।'
अहसान राव का कहना है कि माँ शाकुम्भरी यूनिवर्सिटी के उद्घाटन में सहारनपुर रैली में नारे लगाने के बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं। इसी को लेकर उन्होंने डीएम और एसएसपी सहारनपुर को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें एक गनर दिया गया है। अहसान राव ने बताया कि उनका परिवार हमेशा से ही राष्ट्र के प्रति समर्पित रहा है। उन्होंने बताया कि नारे लगाने से नाराज कुछ कट्टरपंथी लोग उनसे रंजिश रखने लगे हैं जिसके चलते प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा के मद्देनजर एक गनर दिया गया है।
खास है कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दो दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ की पुवारकां की चुनावी रैली के दौरान एक मुस्लिम युवक जय श्रीराम के नारे लगाकर चर्चाओं में आया था। सहारनपुर पुलिस अधीक्षक (देहात) अतुल शर्मा ने मंगलवार को जानकारी दी है कि बीते दिनों सहारनपुर में आयोजित रैली में अहसान राव नामक शख्स ने कुछ नारेबाजी की थी जिसके बाद उन्हें निरंतर धमकियां मिल रही थीं।
इस संबंध में अहसान राव ने सहारनपुर के डीएम और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखते हुए सुरक्षा देने की मांग की थी। अतुल शर्मा ने बताया कि अहसान राव के आगाह पर जिला प्रशासन ने उन्हें गनर मुहैया कराया है। भाजपा समर्थक माने जाने वाले अहसान राव ने बताया कि उनके द्वारा नारा लगाए जाने से नाराज कुछ कट्टरपंथी उनसे दुश्मनी रखने लगे थे, जिसके कारण उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने एक गनर (बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी) उन्हें दिया है।
उधर अहसान राव का कहना है कि उसने श्रीराम का नारा लगाकर कोई अपराध नहीं किया है। दूसरी ओर, उलेमा ने इस मामले पर आपत्ति जताते हुए युवक से उलेमा के सामने आकर तौबा करने के लिए कहा है।
ग्राम धानवा निवासी अहसान राव के द्वारा पिछले दिनों पुवांरका में आयोजित गृहमंत्री अमित शाह व सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली में जय श्रीराम व भारत माता की जय के नारे लगाए गए थे। इसके बाद वे सुर्खियों में आ गए थे। अहसान राव ने बताया कि उसके बाद से कुछ मुस्लिम लोग धमकियां दे रहे थे। बाद में उनके भाजपा कार्यकर्ता होने की भी बात सामने आई थी। उन्होंने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया था और एसएसपी सहारनपुर को प्रार्थना-पत्र देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी, जिसके चलते जिला प्रशासन ने उसे सुरक्षाकर्मी मुहैया करा दिया है।
मामले का वीडियो वायरल होने के बाद देवबंद के उलेमा मुफ़्ती असद कासमी ने इस पर ऐतराज जताया और इस गलती के लिए अल्लाह से तौबा करने की सलाह दी। उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने साथ ही जय श्रीराम का नारा लगाने वाले युवक को इस्लाम से भी खारिज करने की धमकी दी। इधर बजरंग दल का कहना है कि अहसान को डरने की जरूरत नहीं है वह उसकी मदद के लिए हैं। दूसरी तरफ अहसान राव ने कि हम भगवान श्रीराम के ही वंशज हैं और उनका नाम लेकर नारा लगाना कोई गुनाह नहीं है। अहसान का कहना है कि लोग कुछ भी कहें लेकिन वो अपनी मानसिकता नहीं बदलेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें योगी सरकार का कार्यकाल काफी पसंद आया है और वे आगे भी इसी तरह से बीजेपी को सपोर्ट करते रहेंगे।
अहसान राव का कहना है कि, 'देखिए राम हमारे पूर्वज हैं और राम के वंशज हैं। मुझे जय श्रीराम बोलने में या भारत माता की जय बोलने में कोई आपत्ति नहीं है। जिस मुल्क में हम रह रहे हैं उसकी जय-जयकार करनी चाहिए। उलेमाओं का क्या कहना है उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। राम हमारे वंशज हैं इसमें कोई शक नहीं हैं। मैं राजपूत हूं चौहान हूं इसमें कोई आपत्ति नहीं है.. राम करोड़ों की आस्था है और जय श्रीराम प्रेम का नारा है।'