लखनऊ। पूरे प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। इसी बीच गुरुवार को राजधानी लखनऊ में बीमारी के चलते पत्रकार चंदन प्रताप सिंह निधन हो गया।
बताया जा रहा है कि वह कोरोना से संक्रमित थे। उनका परिवार बंगाल में है। जिसके चलते कोई उनके शव को लेने नहीं पहुंचा। कल से उनकी लाश पोस्टमार्टम हाउस में यूं ही रखी थी। क्योंकि लाश लावारिश नहीं थी, इसलिए उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया। लेकिन शुक्रवार को गोमतीनगर थाने के पुलिसकर्मियों ने उन्हें कंधा दिया और उनका अंतिम संस्कार किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह गोमतीनगर में एक किराये के कमरे में अकेले रहते थे। गुरुवार को उन्हें उनके कमरे में मृत पाया गया। उनके मकान मालिक ने पुलिस को इस बात की सूचना दी थी। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सोशल मीडिया पर एक अपील भी की थी। जिसमें उनके परिजन से संपर्क कराने को कहा गया था।
शुक्रवार को भी जब कोई परिजन उनके शव को लेने नहीं पहुंचा, तो पुलिस ने अपना फर्ज निभाया और उनका अंतिम संस्कार किया। गोमतीनगर थाने में तैनात एसआई दयाराम साहनी, अरुण यादव, राजेंद्र बाबू और प्रशांत सिंह ने चंदन को कंधा दिया। आपको बता दें कि वह फेमस पत्रकार सुरेंद्र प्रताप सिंह के भतीजे थे।
बताया जा रहा है कि वह कोरोना से संक्रमित थे। उनका परिवार बंगाल में है। जिसके चलते कोई उनके शव को लेने नहीं पहुंचा। कल से उनकी लाश पोस्टमार्टम हाउस में यूं ही रखी थी। क्योंकि लाश लावारिश नहीं थी, इसलिए उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया। लेकिन शुक्रवार को गोमतीनगर थाने के पुलिसकर्मियों ने उन्हें कंधा दिया और उनका अंतिम संस्कार किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह गोमतीनगर में एक किराये के कमरे में अकेले रहते थे। गुरुवार को उन्हें उनके कमरे में मृत पाया गया। उनके मकान मालिक ने पुलिस को इस बात की सूचना दी थी। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सोशल मीडिया पर एक अपील भी की थी। जिसमें उनके परिजन से संपर्क कराने को कहा गया था।
शुक्रवार को भी जब कोई परिजन उनके शव को लेने नहीं पहुंचा, तो पुलिस ने अपना फर्ज निभाया और उनका अंतिम संस्कार किया। गोमतीनगर थाने में तैनात एसआई दयाराम साहनी, अरुण यादव, राजेंद्र बाबू और प्रशांत सिंह ने चंदन को कंधा दिया। आपको बता दें कि वह फेमस पत्रकार सुरेंद्र प्रताप सिंह के भतीजे थे।